नोयडा में सांस्कृतिक क्रांति व जनचेतना का संचार करने जा रहा है नोयडा सांस्कृतिक महोत्सव

शब्दवाणी समाचार वीरवार 28 मार्च 2019 नई दिल्ली। सिमटने का कार्य फाउंडेशन फ़ॉर कृष्ण कला व शिक्षण संस्थान की अध्यक्ष प्रख्यात नृत्यांगना अनु सिन्हा जी व आयोजन समिति से जुड़े प्रतिष्टित व्यक्ति व अन्य बरिष्ठ कलाकारो ने संबोधित किया। संस्था नोयडा शिल्प हाट के इसी स्थल पर नोयडा संस्कृति महोत्सव 29 30 व से 31 मार्च, 2019 को आयोजित करने जा रही है। प्रेसवार्ता को अनु सिन्हा के साथ नोयडा प्राधिकरण के जीएम राजीव त्यागी,  उमेश शर्मा, शैल माथुर,  अनुज अग्रवाल, सुरेश तिवारी, आलोक वत्स आदि ने संबोधित किया।



नोयडा संस्कृति महोत्सव : नोएडा में वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही नोएडा संस्कृति महोत्सव की उद्घोषणा हो गई और चैत्र के महीने के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि (प्रतिपद या प्रतिपदा) को सृष्टि का आरंभ हुआ था और अब नॉएडा संस्कृति महोत्सव द्वारा नॉएडा में  नववर्ष के आगमन के पूर्व यह महोत्सव 29 मार्च से 31 मार्च 2019 को नववर्ष आगमन का आगाज़ करेगा और नॉएडा वासियों के लिए एक कला का अद्भुत संगम करेगा। पेड़-पोधों मे फूल ,मंजर ,कली  आना शुरू कर चुके हैं  और  ,  वातावरण मे एक नया उल्लास  है जो मन को आह्लादित कर देगा  । इस अद्भुत संस्कृत महोत्सव का  आयोजन श्री मती अनु सिन्हा जो को फाउंडेशन फॉर कृष्णा कला केंद्र के अध्यक्ष हैं एवं स्वयं ही  देश की सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना हैं।  उनकी टोली  जिसने देश के सभी प्रमुख कलाकार कला गुरु एवं कला शिष्य हैं इन सभी ने पिछले दो महीनों से लगातार दिन-रात एक करके नोएडा संस्कृति महोत्सव को सफल बनाने हेतू कार्य किया है। 

नोयडा संस्कृति महोत्सव के मुख्य उद्देश्य
1. नोयडा की राष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक पहचान स्थापित करना
2. स्थानीय स्तर पर नई पीढ़ी में कला संस्कृति का विकास करना।
3. नोयडा के कलाकारों को राष्ट्रीय पहचान देना।
4. नवनिर्मित शिल्प हाट को बिशिष्ट पहचान देना।
5. नोयडा में संगीत, नृत्य कला के माध्यम से सांस्कृतिक क्रांति का आगाज करना।
6. अंतरराष्ट्रीय स्तर के विविध क्षेत्रों के कला कौशल का नोयडा के लोगो से परिचय कराना।
7. इस आयोजन को प्रत्येक वर्ष कर, इसके स्वरूप व आकार को विविध व बड़ा करते हुए सूरजकुंड मेले जैसे आयोजन में रूपांतरित करना।
8. संस्कृति व संगीत के माध्यम से कंक्रीट के शहर नोयडा को एक समग्र व सम्पूर्ण शहर के रूप में बदलना ताकि यहाँ के निवासियों का बौद्धिक व आध्यात्मिक विकास हो सके।
इस महोत्सव में भारतीय कला जगत के सभी मूर्धन्य कलाकार भाग लेंगे जिनका की विवरण पुस्तिका में दिया गया है और दिनांक 29 मार्च से लेकर 31 मार्च तक उनके कला का प्रदर्शन लगातार होता रहेगा । इस आयोजन की विशेषता है कि सभी बड़े एवं मुख्य कलाकार कला गुरुओं ने स्वता आगे बढ़कर नोएडा में सांस्कृतिक केंद्र बनाने के लिए इस संस्कृति महोत्सव में योगदान देने का वादा किया है । इस संस्कृति महोत्सव का जो स्थान मिला है वह नोएडा शिल्प हाट है जो नोएडा अथॉरिटी द्वारा हाल ही में बनाया गया है यह शिल्प  हाट अपने आप में अनूठा एवं वृहद स्थान है जहां पर खुले स्टेज, थियेटर और कलाकारों के प्रदर्शन हेतु विभिन्न तरह की एवं  बहुत ही उत्तम व्यवस्था की गई है । दिल्ली से आने वालों के लिए एवं नोएडा के वासियों के लिए यहाँ पंहुचना अत्यंत ही आसान है ।पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है जो कि दोनों तरफ खुले जगह में पार्किंग होगी। नोएडा हाट के निर्माण  से संबंधित सभी अधिकारी  पूर्ण रूप से अपना सहयोग देकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हैं और हर छोटी बात का ध्यान रखा जा रहा है ताकि आने वाले दर्शक एवं कलाकारों को नोएडा शिल्प हाट पर किसी तरह की असुविधा का सामना ना करना पड़े एवं यह जगह एक कला के संगम के जगह के रूप में ख्याति प्राप्त हो जाए। चूँकि  नोएडा संस्कृति महोत्सव पहली बार हो रहा है आता है इस को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के सारे प्रयत्न किए जा रहे हैं तेज एवं लाइट की अद्भुत व्यवस्था की जा रही है और पूरे प्रदर्शन में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी तरह का कोई व्यवधान ना आए नोएडा के निवासी एवं नोएडा के विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक संगठन इस कार्य में श्रीमती अनु सिन्हा के साथ दिल से जुड़े हैं और सभी के सम्मिलित प्रयत्न से यह संस्कृति महोत्सव एक बहुत ही बड़ा महोत्सव होने जा रहा है । इस महोत्सव के लिए दो खुले मंच बनाए गए हैं जिससे कि अनवरत रूप से दोनों मंचों पर सभी कलाकारों का कला प्रदर्शन हो सके और दर्शकों को यह मौका मिल सके कि वह जैसा भी प्रदर्शन देखना चाहते हैं उस स्टेज पर जाएं यह अपने तरह का एक अनूठा प्रयोग है जिसमें हम दर्शकों को उनकी मर्जी के अनुसार दे दे रहे हैं । न शीत न ग्रीष्म। पूरा पावन काल। ऎसे समय में सूर्य की चमकती किरणों की साक्षी  चरित्र और धर्म धरती पर स्वयं एक अनूठे अनुभव की और ले जाएगी।दो मंच  बनाने से यह भी सुनिश्चित किया गया है कि लगातार तीन दिन अनवरत रूप से इन पर कला प्रदर्शन चलता रहे ।इसके साथ साथ इस संस्कृति महोत्सव की जो एक विशेषता है वह है शिल्पकार एवं कलाकारों का संगम जो अपनी कला प्रदर्शनी विशेषकर मूर्ति कला प्रदर्शनी जिसमें पेंटर शिल्पकार अन्य भांति भांति के कलाकार विभिन्न स्थानों पर अपने द्वारा बनाई गई चीजों को लगाएंगे और प्रदर्शित करेंगे तथा दर्शक उनमें से जो भी चाहे वह ले सकते हैं उसके बारे में पूछ सकते हैं समझ सकते हैं और खरीद सकते हैं ।क्योंकि नोएडा शिल्प हार्ट की संरचना इस तरह से है कि सभी शिल्पकार यहां पर अपनी कला का प्रदर्शन कर सकते हैं और यहां उनके रुकने की समुचित व्यवस्था भी की गई है यह अपने आप में एक अनूठा तरह का आयोजन है
मुख्य अतिथि के रूप में  डॉ रजनीकांत जी , अविनाश पसरिचा जी,  संदीप मारवा जी,  राम सुतार जी,  किरण नादर जी, प्रतिभा प्रह्लाद जी,  गुरु पंडित राजेंद्र गंगानी जी,  नलिनी - कमली जी,  डीएस मानसर ,राजन श्रीवास्तव जी,  एमपी सिंह,  जी नरेश शर्मा जी,  विमला बाथम जी,  राम बहादुर राय जी,  डीपी सिन्हा जी,  योगेंद्र नारायण जी , त्रिलोक शर्मा जी , आलोक टंडन जी , डॉक्टर वैष्णव देव जी, डॉक्टर राम मोहन मिश्रा जी, श्री विश्वजीत कुमार सिंह, कमिश्नर नवोदय विद्यालय समिति होंगे जो विभिन सत्रों में पधारेंगे एवं कलाकारों का प्रोत्साहन करेंगे एवं कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।
नई फसल घर मे आने का समय भी यही है । इस समय प्रकृति मे उष्णता बढ्ने लगती है , जिससे पेड़ -पौधे , जीव-जन्तु मे नव जीवन आ जाता है । लोग इतने मदमस्त हो जाते है कि आनंद में मंगलमय  गीत गुनगुनाने लगते है । इस बीच में भारतीय कला जगत के सुप्रशिद्ध एवं दिग्गजों का कला प्रदशन एवं अन्य कलाकरों की प्रस्तुति दर्शको को मंत्रमुग्ध कर देगी।
अगर कला प्रदर्शन के और देखें  तो  जाने-माने कलाकार पंडित  चेतन जोशी जी, उस्ताद अकरम खान जी,  मालिक ब्रदर्स ध्रुपद गायन में , तेजस्विनी साठे जी , पंडित प्रदीप चौधरी,  जी हरीश गंगानी जी,  स्वाति सिन्हा,  शिखा खरे जी , हेमंत कलिता जी, त्यागराजन स्कूल भरतनाट्यम के कलाकारों की प्रस्तुति होगी।
श्रीमती अनु सिन्हा जी के गुरु श्री  पंडित राजेंद्र गंगानी जी ,स्वाति सिन्हा, हरीश गंगानी जी , संजीत गंगानी जी, निश्चित गंगा ,नदी धीरेंद्र तिवारी जी ,समीक्षा शर्मा जी की टोली अद्भुत प्रदर्शन करेंगी।
लखनऊ घराने से एक शैली में गुरु जय किशन महाराज जी के वरिष्ठ शिष्य शिक्षकों द्वारा प्रस्तुति -गुरु हेमंत कलिता जी, गुरु शिखा खरे जी,
कोलकाता से किया  चंद्र जी अपनी शिष्या और सुपुत्री के  साथ,  टाटानगर झारखंड से संदीप बॉस जी,   मुंबई से पूजा ओवलेकर जी,  दिल्ली से आशावरी पवार जी , दिल्ली से अनुपमा तोमर जी , नोएडा से अनुराधा शर्मा जी , कथक केंद्र नई दिल्ली के गुरु सुभाष चंद्र जी के शिष्य से शान द्वारा प्रस्तुति,  गंधर्व गंधर्व महाविद्यालय की वरिष्ट गुरु मनीषा नायक की शिष्यों द्वारा प्रस्तुति गुरु नलिनी  कमली जी की शिष्या शिक्षकों द्वारा प्रस्तुति होगी । 
इस महोत्सव के एक विशेषता नॉएडा के सभी सामाजिक संगठनो एवं कला संगठनों का एकजुट होकर भागीदारी करना है और नॉएडा क्षक्षेत्र के सभी शिक्षण संस्थानों का प्रस्तुतीकरण है, कुछ स्कूलों द्वारा विशेष बच्चों को भी इस कार्यक्रम हेतु विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है और सभी बच्चे अपनी अध्भुत प्रस्तुति करेंगे। विशेष उल्लेख नॉएडा के संदीप मारवाह स्टूडियो का है जिस संसथान के बच्चे दैनिक रूप से कला प्रदर्शन करेंगें एवं नॉएडा को एक सांस्कृतिक केंद्र बनाने का आगाज करेंगे ।
इस सांस्कृतिक महोतसव में उत्तरप्रदेश के कला प्रदर्शन का विशेष व्यस्था की गयी है और उत्तरप्रदेश के पाक कला में पारंगत सभी पकवान खाने को मिलेंगे । साथ ही राजस्थान, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र के शिल्पकार भी अपनी कला की प्रस्तुति हेतु इस सांस्कृतिक महोत्सव में आ रहें हैं। नॉएडा निवासी   इस अद्भुत संस्कृति महोत्सव को देखने एवं भाग लगने हेतु उत्त्साहित है और इसको सफल बनाने हेतु कार्यरत है 


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