नैसकाॅम और सीबीआरई ने भारत के सबसे बड़े प्राॅपटेक चैलेंज-डिसरप्टेक 2019 का ऐलान किया 

शब्दवाणी समाचार वीरवार 01 अगस्त 2019 नई दिल्ली। द नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ साॅफ्टवेयर एण्ड सर्विस कंपनीज़ एवं भारत की अग्रणी रियल एस्टेट कन्सल्टिंग फर्म सीबीआरई साउथ एशिया प्रा लिमिटेड ने भारत के सबसे बड़े प्राॅपटेक चैलेंज- 'डिसरप्टेक के 3 विजेताओं का ऐलान किया है। चैलेंज की घोषणा मई 2019 में नैसकोम के सहयोग से रियल एस्टेट सेक्टर में टेक्नोलाॅजी के विस्तार के उद्देश्य से की गई थी। स्टार्ट-अप्स को पहचान कर उन्हें संरक्षण एवं समर्थन प्रदान करने के लिए पेश की गई 'प्राॅपटेक चैलेंज' उद्योग जगत के लिए सर्वश्रेष्ठ तकनीकी समाधान विकसित कर भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में बदलाव लाएगी। 



सीबीआरई इण्डिया की परिकल्पना डिसरप्टेक के प्रविष्टियों को चार श्रेणियों में बांटा गया थाः रियल एस्टेट फिन टेक;, सस्टेनेबिलिटी; एजिलिटी एण्ड एफिशिएन्सी और मेड फाॅर इण्डिया (खासतौर पर भारतीय बाज़ार के लिए बनाए गए समाधान)। देश भर से मौजूदा एवं उभरते स्टार्ट-अप्स ने डिसरप्टेक 2019 में हिस्सा लिया। इसमें सबसे ज़्यादा 44 फीसदी नामांकन दक्षिणी क्षेत्र से और 25 फीसदी नामांकन उत्तरी क्षेत्र से आए। 
इस पहल पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए श्रीकांत श्रीनिवासन, हैड मेंबरशिप, नैसकाॅम ने कहा, ''हमारा मानना है यह पहल देश में प्राॅपटेक स्टार्ट-अप्स के लिए स्थायी प्रणाली के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भारत का प्राॅपटेक सेक्टर हालांकि अपनी शुरूआती अवस्था में है, किंतु ऐसे कई कारक हैं जो देश को दुनिया में अग्रणी प्राॅपटेक गंतव्य बना सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक 2030 तक भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा रियल एस्टेट बाज़ार होगा। रियल एस्टेट डेवलपर्स, निवेशकों एवं स्टार्ट-अप्स का टेक्नोलाॅजी की ओर रूझान बढ़ रहा है। आने वाले समय में रियल एस्टेट क्षेत्र मंे मानवीय कौशल एवं आधुनिक तकनीक के संयोजन का इस्तेमाल किया जाएगा, जो देश में प्राॅपटेक के विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ संयोजन होग। आने वाले समय में भी हम प्राॅपटेक स्टार्ट-अप्स को लाभान्वित करने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखेंगे। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में यह क्षेत्र तेज़ी से विकसित होगा, क्योंकि बड़ी संख्या में कंपनियां अपने कारोबार में बदलाव लाने के लिए तकनीक की क्षमता का इस्तेमाल कर रही हैं।'' 
अंशुमन मैगज़ीन, चेयरमैन एवं सीईओ, भारत, दक्षिण-पूर्वी एशिया, मध्यपूर्व और अफ्रीका, सीबीआरई ने कहा, ''हम भारत में ऐसे प्लेटफाॅर्म का निर्माण करना चाहते हैं जो प्राॅपटेक के निर्माण को बढ़ावा दे तथा रिएल्टी सेक्टर के उपभोक्ताओं को सही मायनों में विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करे। डिसरपटेक रियल एस्टेट सेक्टर को टेक रेडी बनाकर भविष्य के लिए तैयार करने के सीबीआरई के दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करता है। हमें खुशी है कि डिसरप्टेक 2019 के लिए हमें बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, यहां इस बात का उल्लेख करना ज़रूरी है कि नामांकनों की गुणवत्ता को देखते हुए जूरी के लिए विजेताओं का चयन करना आसान नहीं था। सीबीआरई डिसरप्टेक के तीनों विजेताओं को बधाई देती है तथा प्रतिभागियों, नैसकाॅम एवं हमारी माननीय जूरी के प्रति आभारी है।
वास्तव में, केन्द्रीय बजट 2019-20 भारतीय स्टार्ट-अप्स के लिए अच्छी खबर लेकर आया है। बजट में स्टार्ट-अप प्रणाली के लिए कई प्रोत्साहनों की घोषणा की गई है, ऐसे में यह बजट देश में उद्यमिता को भावना को बढ़ावा देगा। देश भर से कंपनियों ने हिस्सा लिया और जूरी के द्वारा प्रेज़ेन्टेशन के लिए चुनी गई शीर्ष पायदान की प्रविष्टियों में एक्सएल सिस टेक्नोलाॅजीज़ प्रा लिमिटेड, वीगो टी यूटिलिटी सोल्यूशन प्रा लिमिटेड, पेमिम्पिन टेक्नोलाॅजी, ट्रस्टमोर टेक्नोलाॅजीज़ (प्रा) लिमिटेड, बिल्डसप्लाई, आर्थ डिज़ाइन बिल्ड इण्डिया प्रा लिमिटेड, टचविज़ार्ड टेक्नोलाॅजीज़ प्रा लिमिटेड, प्राॅपर्टी क्रो सर्विसेज़ प्रा लिमिटेड, अग्निशुद्धि, इंद्रियन डेटा एनोलिटिक्स प्रा लिमिटेड, स्मार्टर धर्मा सस्टेनेबल सोल्यूशन्स प्रा लिमिटेड, यार्ड स्क्वैयर प्रापॅर्टी मैनेजमेन्ट प्राइवेट लिमिटेड और मैगनेटा क्लीनटेक शामिल थीं। 
डिसरप्टेक के तीन विजेताओं टचविज़र्ड टेक्नोलाॅजीज़, ग्स्ैल्ै टेक्नोलाॅजीज़ और ॅम्ळवज् यूटिलिटी सोल्यूशन्स को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सीबीआरई एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधियों और जूरी ने हिस्सा लिया।  
इस चैलेंज पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए विजेता श्रीकांत कंदाला, डायरेक्टर एवं सीईओ, टचविज़र्ड टेक्नोलाॅजीज़ प्रा लिमिटेड ने कहा, ''हमें खुशी है कि हमें भारत के सबसे बड़े रियल एस्टेट प्राॅप टेक चैलेंज का विजेता घोषित किया गया है। हमने अपने आइडिया पर कड़ी मेहनत की। हमें विश्वास है कि सीबीआरई और नैसकाॅम हमारे इस विचार को साकार करने में योगदान देंगे। चैलेंज ने हमें अपने आइडिया को उद्योग जगत के प्रख्यात विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करने का अवसर दिया, साथ ही इसके माध्यम से हमें समुदाय के अन्य दिग्गजों से मिलने का मौका भी मिला।'' 
दूसरे पुरस्कार के विजेता अजीथ एलेक्ज़ेंडर, सह-संस्थापक, ग्स्ैल्ै टेक्नोलाॅजीज़ प्रा लिमिटेड ने कहा, ''हमें खुशी है कि हमें अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गजों नैसकाॅम और सीबीआरई का संरक्षण मिल रहा है। हमें उम्मीद है कि इस प्लेटफाॅर्म के माध्यम से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और हम दोनों संगठनों के साथ मिलकर काम करते हुए अपने आइडिया को उद्योग जगत के अनुकूल बन सकेंगे।''  
हम उत्साही लर्नर्स की एक टीम हैं जे अत्याधुनिक तकनीकी समाधानों के ज़रिए रियल एस्टेट सेक्टर में बड़े बदलाव लाना चाहतीे है। नैसकाॅम और सीबीआरई के नेतृत्व में डिसरप्टेक एक भावी मंच है और हमारे लिए सही लाॅन्च पैड है। यह वास्तव में हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है।'' चैलेंज के तीसरे विजेता अभिलाष हरीदास, सह-संस्थापक एवं चीफ़ आॅफ ग्रोथ एण्ड स्टैªटेजी, यूटिलिटी सोल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड ने कहा। 
तीनों विजेताओं को अपने आइडिया को साकार रूप से देने के लिए सीबीआरई से संरक्षण मिलेगा।
रियल एस्टेट एक बहु-आयामी उद्योग है, ऐसे में टेक्नोलाॅजी और इनोवेशन रियल एस्टेट सेक्टर के मौजूदा परिवेश में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। सेक्टर में तकनीकी विकास सीबीआरई के दृष्टिकोण को साकार करेगा। विजेता स्टार्ट-अप्स की नई तकनीकें आने वाले समय में भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र को अपने आधुनिक समाधानों के साथ सशक्त बनाएंगी। 



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