मर्सिडीज़ बेंज एक्सपेरिमेंटल सेफ्टी वैहिकल ईएसएफ 2019 का अनावरण

शब्दवाणी समाचार शनिवार 23 नवंबर 2019 नई दिल्ली। भारत में डायमलर इकाईयों ने श्री नितिन गडकरी, भारत के माननीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री, अतिलघु, लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए मंत्री, भारत सरकार की मौजूदगी में सेफ रोड्स समिट इंडिया 2019 के दूसरे एडिषन में मर्सिडीज़ बेंज एक्सपेरिमेंटल सेफ्टी वैहिकल ईएसएफ 2019 का अनावरण किया।  सेफ रोड्स समिट इंडिया 2019 भारत में काम करने वाली डायमलर इकाईयों - मर्सिडीज़ बेंज रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंडिया (एमबीआरडीआई), मर्सिडीज़ बेज इंडिया (एमबीआईएल) एवं डायमलर इंडिया कमर्षियल वैहिकल्स (डीआईसीवी) द्वारा 2015 में लाॅन्च किए गए देषव्यापी 'सेफ रोड्स' अभियान का हिस्सा है। 



सेफ रोड्स का सिद्धांत 2015 में एक रोड षो फाॅर्मेट के द्वारा प्रदर्षनों, विज़्युअल एड्स एवं रिसर्च की रिपोटर््स के माध्यम से लोगों के बीच सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए रखा गया। जागरुकता का स्तर बढ़ाते हुए सेफ रोड्स इंडिया समिट का लाॅन्च 2017 में 'चाईल्ड सेफ्टी एंड वल्नरेबल रोड यूज़र्स आॅन इंडियन रोड्स' (भारतीय सड़कों पर बच्चों की सुरक्षा एवं सड़क पर चलने वाले अन्य चालकों की सुरक्षा) की थीम के साथ किया गया। 
इस साल की समिट 'आॅटोमेटेड ड्राईविंग एंड फ्यूचर आॅफ रोड सेफ्टी इन इंडिया' (आॅटोमेटेड ड्राईविंग एवं भारत में सड़क सुरक्षा का भविश्य) की थीम पर आयोजित होगी। एक दर्जन से ज्यादा आधुनिक सुरक्षा इनोवेषंस को ठोस रूप में अपनाते हुए इस समिट में भविश्य की मोबिलिटी एवं आॅटोमेटेड ड्राईविंग से जुड़े सुरक्षा सिस्टम्स का नया दृश्टिकोण प्रतिबिंबित हुआ। इस ईवेंट के आकर्शणों में जर्मनी से आयातित प्रदर्षनियां हैं, जो सड़क दुर्घटनाओं में जिंदगियों को बचाने वाले सुरक्षा उपायों का फस्र्ट-हैंड लुक प्रदान करती हैं। यह समिट डायमलर के लिए भारत में फ्यूचरिस्टिक रिसर्च कार, 'मर्सिडीज़ बेंज ईएसएफ 2019' का अनावरण करने के लिए एक बेहतरीन अवसर थी।
सुरक्षा डायमलर एवं इसके आॅटोमोटिव ब्रांड्स की मुख्य प्रतिस्पर्धात्मकता एवं प्रमुख मूल्य है, जिसमें विष्वप्रसिद्ध 'मर्सिडीज़ बेंज' षामिल है। मर्सिडीज़ बेंज दुनिया में अत्यधिक उन्नत सुरक्षा सिस्टम्स बनाने के लिए प्रसिद्ध है। भारत की सड़कों पर हर साल लगभग 150,000 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मरते हैं, जिनमें से ज्यादातर सुरक्षा नियमों व कानूनों को न जानने के कारण होती हैं। भारतीय सड़कों पर होने वाली मौतों को कम करने के डायमलर द्वारा 'सेफ रोड्स' का सिद्धांत बनाया गया, ताकि सड़क सुरक्षा के बारे में ज्यादा जागरुकता बढ़ाई जा सके। डायमलर को विष्वास है कि इस तरह के अभियान सड़क सुरक्षा की जागरुकता के एक युग की षुरुआत करेंगे, जो भारतीय नागरिकों के लिए सड़क सुरक्षा की नई संस्कृति में सहयोग करेगा।
मनु साले, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, एमबीआरडीआई ने कहा, ''मर्सिडीज़ बेंज पर सुरक्षा हमारे ब्रांड के वादे का महत्वपूर्ण हिस्सा है और सेफ रोड्स के साथ हमारा प्रयास सड़कों को हर यूज़र के लिए सुरक्षित बनाने में सहयोग करना है। भारत में सड़क सुरक्षा की स्थिति को समझते है, हमने चार साल पहले देष में सेफ रोड्स अभियान प्रारंभ किया। देष में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने की हमारी यात्रा पहले आठ षहरों में रोड षो के साथ षुरू होकर अब सेफ रोड्स इंडिया समिट तक काफी संतोशजनक रही है। दो साल में होने वाली यह समिट हमारे अभियान को सतत व सबसे प्रभावषाली तरीके से बड़ी संख्या में ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह भारत एवं पूरी दुनिया से आॅटोमोटिव सेफ्टी एक्सपटर््स का समूह है, जो लाईव प्रदर्षनियों एवं विषेशज्ञ वार्ता द्वारा सुरक्षा के क्षेत्र में नई प्रगति एवं विचारों का आदान प्रदान करता है।
मार्टिन ष्वेंक, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, मर्सिडीज़ बेंज इंडिया ने कहा, ''सुरक्षा मर्सिडीज़ बेंज का मुख्य डीएनए है और यह हमारे ब्रांड में ग्राहकों के भरोसे का मुख्य कारण है। हमारी श्रृंखला में कुछ सबसे सुरक्षित वाहन प्रस्तुत करने के अलावा हम अपने ग्राहकों के लिए इनोवेटिव सुरक्षा विषेशताओं द्वारा सुरक्षा के डोमेन में मापदंड बढ़ाते रहेंगे। मर्सिडीज़ बेंज इंडिया अपने उत्पादों में बेहतरीन सुरक्षा विषेशताओं का समावेष कर रही है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा बढ़ती है। ग्राहक की सुरक्षा की ओर हमारा नया योगदान 'ई-काॅल' सेवा की षुरुआत है, जो हमने भारत में अपनी कनेक्टेड कार एप्लीकेषन 'मर्सिडीज़ मी कनेक्ट' के साथ षुरू की। यह उद्योग में प्रथम 'ई-काॅल' सेवा है, जिसका उद्देष्य दुर्घटना की स्थिति में तीव्र व विषिश्ट सहायता प्रदान कर मौतों को कम करना है। ईकाॅल सेवा यात्रियों द्वारा मौखिक जानकारी तथा प्रभावित वाहन में लगी ईकाॅल यूनिट से मिला डेटा सेट प्राप्त होने पर तत्काल आॅन-साईट इमरजेंसी सहायता पहुंचाती है। यह सेवा भारत के 27 राज्यों एवं 5 केंद्रषासित प्रदेषों में साल के 365 दिन और 24/7 उपलब्ध रहेगी। हमारा मानना है कि 'सेफ रोड्स' अभियान सड़क सुरक्षा के इन पक्षों को विस्तृत तौर पर रेखांकित करेगा और भारतीय सड़कों को सुरक्षित बनाएगा।
डायमलर इंडिया कमर्षियल वैहिकल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, सत्यकाम आर्य ने कहा, ''डायमलर इंडिया कमर्षियल वैहिकल्स पर हम सीवी उद्योग में क्रांति लाने वाली ग्लोबल टेक्नाॅलाॅजी प्रस्तुत करके भारत में सड़क सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्षित करते हैं। 2012 में क्रैष टेस्टेट स्टील केबिंस के साथ लाॅन्च होने के बाद से ही हमारे भारतबेंज़ ब्रांड ने सुरक्षा में इस सेक्टर का नेतृत्व किया है। हम सेफ्टी टेक्नाॅलाॅजी का विकास एवं उसे बढ़ावा देना जारी रखेंगे ताकि सेफ रोड अभियान एवं हमारे उत्पादों द्वारा भारतीय नागरिकों की जिंदगी बचाई जा सके।
जोषेन फीज़, हेड आॅफ एक्सीडेंट रिसर्च, सेफ्टी काॅन्सेप्ट्स एवं चाईल्ड सेफ्टी, मर्सिडीज़ बेंज एजी ने कहा, ''सुरक्षा हमारी मुख्य ब्रांड वैल्यू है और यह मर्सिडीज़-बेंज का डीएनए है। ईएसएफ 2019 के निर्माण का एक कारण यह भी है। हमने यह उन विचारों एवं सिद्धांतों के प्रदर्षन के लिए किया है, जिन पर हमारे विषेशज्ञ काम कर रहे हैं और जो इस समय षोध एवं विकास के चरण में हैं। इसका एक मुख्य तत्व पर्यावरण के साथ संचार एवं सहयोगात्मक व्यवहार है: ईएसएफ सड़क पर अपने आसपास चलने वाले सभी चालकों का ख्याल रखता है।
बच्चों की सुरक्षा सेफ्टी इंजीनियर्स के लिए एक और महत्वपूर्ण क्षेत्र है। सेफ रोड्स इंडिया समिट 2017 के एडिषन में फोकस 'चाईल्ड सेफ्टी एंड वल्नरेबल रोड यूज़र्स इन इंडिया' पर था, इसका प्रभाव पूरे देष में पड़ा।
जोषेन फीज़ ने कहा, ''ईएसएफ 2019 के साथ हम प्रि-सेफ फंक्षंस के साथ कनेक्टेड चाईल्ड सीट के विचार को बढ़ावा दे रहे हैं। ड्राईविंग की खतरनाक स्थितियों में प्रि-सेफ चाईल्ड बच्चे की सीट बेल्ट को टाईट कर बेल्ट स्लैक को कम कर सकता है। इसके अलावा साईड बोल्स्टर दरवाजे की साईड पर फैलकर सीट को बेहतर लेटरल सपोर्ट प्रदान करते हैं। इन प्रयासों से बच्चे को चोट लगने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
2017 में मर्सिडीज़ बेंज के देषव्यापी सीएसआर प्रयासों के द्वारा नई दिल्ली, बैंगलोर एवं पुणे में भविश्य के सड़क चालकों यानि 15000 से ज्यादा बच्चों ने सड़क सुरक्षा के उपायों पर प्रषिक्षण प्राप्त किया। समिट में नई दिल्ली से 300 स्कूली बच्चे और काॅलेज के 300 विद्यार्थी उपस्थित हुए। काॅलेज के विद्यार्थियों को एनजीओ पार्टनर इंडियन हेड इंजरी फाउंडेषन द्वारा 'फस्र्ट रिस्पाॅन्डर ट्रेनिंग' दी गई।



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