कॉर्पोरेशन बैंक और आंध्र बैंक के यूनियन बैंक में विलय

शब्दवाणी समाचार शुक्रवार 27 मार्च 2020 नई दिल्ली। आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के यूनियन बैंक में आगामी विलय के बाद यह भारत का 5वां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन जाएगा। ग्राहकों को बेहतरीन सर्विस मुहैया कराने की 300 वर्ष की साझा विरासत । विलय के बाद यह 75 हजार कर्मचारियों, 9600 से ज्यादा ब्रांच और 13,500 एटीएम के साथ देश का चौथा सबसे बड़ा बैंकिंग नेटवर्क होगा।



1919, 1923 और 1906 में क्रमश: स्थापित हुए यूनियन बैंक, आंध्र बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक, सभी की देश को अपनी बेहतरीन सेवाएं देने की उम्दा विरासत है। तीनों बैंको ने इतने वर्षों में ग्राहकों को अच्छी सुविधाएं दी हैं और भरोसा जीता है। इस विलय से बड़े नेटवर्क और विभिन्न प्रोडक्ट और सर्विस के माध्यम से एक बेहतर आर्थिक मापदण्ड स्थापित करने, अच्छी कैपिटल क्षमता और कस्टमर एक्सपीरियंस को बेहतर में मदद मिलेगी।
भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने और ग्राहकों को अच्छे प्रोडक्ट और सर्विस मुहैया कराने के उद्देश्य से तीनों बैंकों के विलय की योजना तैयार की है। इसके प्रक्रिया में के मूल में यह उद्देश्य है कि ग्राहकों को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े। चूंकि कॉर्पोरेशन बैंक और आंध्र बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के समान बैंकिंग सिस्टम उपयोग करते हैं, इसलिए आईटी इंटीग्रेशन के कठिन कार्य को भी पूरा कर लिया गया है।
प्रोडक्ट ऑफिरिंग, सर्विस और भागोलिक परिस्थिति का लाभ इस प्रस्तावित विलय का सबसे बड़ा आशाजनक पहलू है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में 52 फीसदी ब्रांच के साथ आंध्र बैंक दक्षिण भारत में विलय के बाद बने बैंक की स्थिति को दक्षिण भारत में मजबूत करेगा। कर्नाटक में 30 फीसदी ब्रांच होने के साथ ही कॉर्पोरेशन बैंक दक्षिण में उपस्थिति को विस्तार देगा। वहीं दूसरी तरफ 33 फीसदी ब्रांच महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तर और पश्चिम भारत में मजबूत उपस्थिति के साथ यूनियन बैंक ऑफ इंडिया इस विलय को पूरे भारत में बेहतर उपस्थिति प्रदान करेगा।
पिछले कुछ दशकों में आंध्र बैंक ने एक मजबूत ग्रामीण और एग्रीबिज़नेस पोर्टफोलिया बनाया है और अच्छी एसेट क्वालिटी व बेहतरीन डिजिटल प्रोडक्ट के माध्यम से मध्यम वर्ग में प्रतिष्ठा हासिल की है। पीओएस की मजबूत उपस्थिति, बेहतरी फाइनेंशियल प्रोडक्ट और अच्छा रिटेल लायबिलिटी बिज़नेस कॉर्पारेशन बैंक की ताकत है। यूनियन बैंक इस वियल में अपने बेहतरीन रिस्क मैनेजमेंट, कॉर्पोरेट व एमएसएमई को लेंडिंग सर्विसेस, बेहतरीन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कस्टमर सर्विस सेटअप का योगदान देगा।
सरकार के 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के विजन को समझते हुए इस विलय की प्रक्रिया में कई प्रकार के प्रोडक्ट पर पुनर्विचार हो रहा है। हालांकि ग्राहकों के लिए कम बदलाव होंगे, कुछ प्रोडक्ट को और बेहतर बनाया जाएगा। इसके अलावा कुछ नए प्रोडक्ट भी लॉन्च होंगे। उदाहरण के लिए हम जल्द ही डेबिट व क्रेडिट कार्ड ऑफरिंग का नया सेट जारी करेंगे और युवा और आकांक्षापूर्ण भारतीयों को ध्यान में रखते हुए ब्रैंड न्यू प्री-पेड फॉरेक्स कार्ड लान्च किया जाएगा। इसके अलावा हम वैश्विक उपस्थिति को मजबूत बनाने के लिए लगातार काम करते रहेंगे।
यूनियन बैंक-आंध्र बैंक-कॉर्पोरेशन बैंक के विलय का उद्देश्य देश में एक बड़ा और क्षमतावान बैंक बनाना है जो बैंकिंग सेक्टर को बेहतरीन रिस्क मैनेजमेंट कार्यप्रणाली के साथ मजबूती प्रदान कर सके।
कुल मिलकार ग्राहकों को अब ज्यादा बड़े बैंक का हिस्सा बनने का फायदा मिलेगा। जिसमें वे मजबूत कैपिटल बेस, ज्यादा बैंक ब्रांच, बड़े एटीएम नेटवर्क और बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के इंट्रा-बैंक ट्रांजेक्शन फैसिलिटी का लाभ ले सकेंगे। नई पीढ़ी के ग्राहकों के लिए विलय के बाद बैंक इंग्श्लि, हिंदी व अन्य 10 क्षेत्रीय भाषाओं वाले कॉल सेंटर की मदद से 24*7 सपोर्ट मुहैया कराया जाएगा। इसके साथ ही डिजिटल बैंकिंग फैसिलिटी और ग्राहकों को नई जानकारियों से अवगत कराने के लिए सोशल मीडिया का भी उपयोग किया जाएगा। ग्राहकों को इस बदलाव से मामूली बदलावों का सामना करना पड़ेगा।



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