केंद्रीय बजट जन अपेक्षाओं के अनुकूल नहीं : राघवेंद्र दुबे


शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 2 फरवरी  2021गौतम बुद्ध नगर। केंद्र सरकार द्वारा पेश किया बजट किसान विरोधी, जनविरोधी है।पेट्रोल डीजल पर अतिरिक्त सेस लगाने से पहले से ही महंगा पेट्रोल डीजल अब और महंगा हो जाएगा जिससे और महंगाई बढ़ेगी। किसानों को फिर वादों का झुनझुना थमाया गया है । 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुना करने की सरकारी घोषणा खोखला वादा ही साबित हुआ। एमएसपी के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं है। मध्यम वर्ग के लिए यह बजट निराशाजनक ही रहा। बेरोजगारी अपने चरम पर है ऐसे में रोजगार सृजन के लिए कोई ठोस रणनीति ना होना निराशाजनक है। सरकार हर संस्थान को प्राइवेट हाथों में देने की जल्दबाजी में है।

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