बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के 130वें जन्मोत्सव का हुआ आयोजन
◆ शोषण और उत्पीड़न पर टिकी जाति व्यवस्था के खात्मे और समता मूलक समाज की स्थापना के संकल्प
शब्दवाणी समाचार, शुक्रवार 16 अप्रैल 2021, गौतम बुध नगर। दलित शोषण मुक्ति मंच (DSMM) , दिल्ली-एनसीआर द्वारा बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 130वें जन्मोत्सव के मौके पर बीटीआर भवन में हॉल मीटिंग का आयोजन किया। DSMM के अध्यक्ष ब्रह्मजीत सिंह ने सभा का संचालन किया। DSMM महासचिव कामरेड नत्थू प्रसाद, उपाध्यक्ष रामपाल, DYFI दिल्ली राज्य उपाध्यक्ष संजीव कुमार, दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी असोसिएशन से अजय कुमार समेत सीआईटीयू दिल्ली राज्य महासचिव कामरेड अनुराग सक्सेना, सीआईटीयू दिल्ली राज्य उपाध्यक्ष कामरेड गंगेश्वर दत्त शर्मा ने भी अपना वक्तव्य रखा। इसके अलावा कामरेड नत्थू प्रसाद ने इस मौके पर पूर्व राज्य सभा सांसद और सीपीआई (एम) की पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड बृंदा करात का संदेश भी पढ़ा।
बाबा साहेब को याद करने का मतलब ही नवउदारवाद और हिन्दुत्व के जहरीले कॉकटेल के ख़िलाफ़ शोषितों और उत्पीड़ितों की एकता यानिकि मज़दूर वर्ग की एकता को मजबूत करने की तरफ बढ़ना है। आज जिस तरह से मोदी सरकार सरकारी संस्थानों को बेचने में लगी है उसकी एक बड़ी मार उत्पीड़ित तबकों पर पड़ेगी। रोज़गार और शिक्षा की भयावह स्थिति के बीच जिस तरह से वक्त बेवक्त आरक्षण पर डिबेट की बात छेड़ी जा रही है वह भी असल में हिंदुत्ववादी शक्तियों के मन में दलितों और उत्पीड़ितों के प्रति घृणा को दिखाता है।
सीआईटीयू की तरफ से बात रखते हुए कामरेड अनुराग सक्सेना ने कहा कि सीआईटीयू DSMM के साथ मिलकर कुछ दलित बस्तियों को चिन्हित करके शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर ठोस प्रयास करेगा। शासक वर्गों द्वारा बाबा साहेब के क्रांतिकारी विचारों की धार को कम करने के प्रयासों के ख़िलाफ़, शोषितों और उत्पीड़ितों के क्रांतिकारी दर्शन के तौर पर उनके विचारों को आगे ले जाने का संकल्प लिया गया।
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