शिक्षण सत्र की रौनक-प्रबंधन के लिए इंटीग्रेटेड प्रोग्राम


शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 27 अप्रैल  2021, नई दिल्ली। युवा छात्रों को भविष्य का अगुआ बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2011 में आईआईएम इंदौर द्वारा पांच साल का इंटीग्रेटेड प्रोग्राम (आईआईपीएम) की आरंभिक शुरुआत की गई थी और आज भी यह देश का सबसे सफल प्रोग्राम है। इस सफल प्रयोग का अनुसरण करते हुए आईआईएम रोहतक, आईआईएम-बोधगया, आईआईएम-जम्मू और आईआईएम-रांची समेत अन्य आईआईएम भी कॉलेजों की इस सूची में शामिल हो गए हैं।  हाल ही में नलसार, हैदराबाद ने भी प्रबंधन के लिए यह कोर्स शुरू किया और आईआईआईटी प्रयागराज ने भी आगामी शैक्षणिक सत्र से यह प्रबंधन कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव रखा है। बारहवीं पास करने वाले छात्रों का भविष्य निखारने वाले इस कोर्स में बड़ी संख्या में छात्र दाखिला पाना चाह रहे हैं।

प्रथम टेस्ट प्रेप के निदेशक अंकित कपूर का कहना है कि पांच साल यह प्रोग्राम उन छात्रों को प्रबंधन क्षमता निखारने के लिए पर्याप्त संभावनाएं और समय देता है जो उसी संस्थान से दो वर्षीय डिप्लोमा करते हुए बहुत कुछ नहीं सीख पाते हैं। यह कोर्स उन्हें पाठ्यक्रम का बुनियादी ज्ञान अर्जित करने तथा अपने चुने हुए विशेषज्ञता वाले क्षेत्र में निपुणता हासिल करने में मदद करता है। मैनेजमेंट के क्षेत्र में नलसार का पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड प्रोग्राम बताता है कि यह कोर्स छात्रों के शिक्षण और अर्जन क्षमता में योगदान करेगा। यह कोर्स प्रबंधन की मजबूत बुनियाद स्थापित करेगा और छात्रों को कामकाज से जुड़ी नैतिकता विकसित करेगा। यह व्यावहारिक अनुभव पाने के लिए समग्र समझ प्रदान करेगा और अवसरों का निर्माण करेगा।

अंकित कपूर ने कहा कि शुरुआती प्रबंधन कोर्स छात्रों को इस क्षेत्र की संपूर्ण प्रक्रिया समझने और विकसित करने में मदद करता है और साथ ही उनका समग्र विकास भी करता है। यह सुनिश्चित करता है कि छात्र कॉलेज में अच्छे नेतृत्व की क्षमता, सामाजिक संवेदनशीलता और बौद्धिक क्षमता से जुड़े केस स्टडीज और प्रोजेक्ट्स को आत्मसात कर सकें।  विभिन्न आईआईएम में यह कोर्स शुरू करने का मकसद इस तथ्य से स्पष्ट है कि यह कोर्स संरचना इस तरीके से तैयार की गई है कि हर छात्र सैद्धांतिक और व्यावहारिक हालात के विभिन्न पहलुओं का ज्ञान अर्जित कर सके। यह कोर्स उनकी मुख्य योग्यताओं, अंतर-वैयक्तिक दक्षता और कार्य से जुड़ी नैतिकता विकसित करने में मदद करता है।

देश के आईआईएम के सबसे प्रतिष्ठित किसी संस्थान में शुरुआती दाखिला छात्रों को संस्थानों से ही प्रारंभिक प्रबंधन दक्षता हासिल करने का अवसर देता है, जो कुछ समय के लिए प्रबंधन शिक्षा से जुड़ा होता है। यह कॉलेज बेहतर प्लेसमेंट के साथ-साथ सुव्यवस्थित तरीके से तैयार कोर्स की गतिविधियों के कारण संपूर्ण विकास करता है। इन कॉलेजों में दाखिला योग्यता आधारित प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है, जिसमें गणितीय दक्षता, मौखिक क्षमता और तार्किक परख से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं। प्रथम टेस्ट प्रेप पिछले कई वर्षों से इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए छात्रों को तैयारी करा रहा है और कई छात्रों को आईआईएम में दाखिला लेने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है तथा उनका उज्ज्वल भविष्य बनाने की दिशा में सफल यात्रा की शुरुआत कर रहा है। यहां इन परीक्षाओं की  तैयारी कराते हुए छात्रों की जरूरतें पूरी करने के लिए विशेष समर्पित कक्षाएं चलाई जाती हैं।

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