फिनटेक कैसे इनवेस्टिंग बैंकिंग लैंडस्केप को बदल सकता है?

शब्दवाणी समाचार, शुक्रवार 23 अप्रैल  2021, नई दिल्ली। फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी या फिनटेक ने वित्तीय क्षेत्र को कई तरीकों से बदल दिया है, लेकिन कुछ सेक्शन ऐसे हैं जो अभी तक फिनटेक के पूर्ण लाभों तक नहीं पहुंच सके हैं। शुरुआत में फिनटेक इनोवेटिव स्टार्ट-अप या छोटे, मध्यम व्यवसायों के लिए ही प्रमुख रूप से था। हालांकि, हाल के दिनों में बड़े कॉर्पोरेशन भी फिनटेक की आवश्यकता को देखते हुए कह रहे हैं कि यह प्रक्रियाओं को बहुत आसान और कहीं अधिक चुस्त बनाता है। फिनटेक कैसे इनवेस्टिंग बैंकिंग लैंडस्केप को बदल सकता है इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें हैं एंजल ब्रोकिंग लिमिटेड के चीफ ग्रोथ ऑफिसर श्री प्रभाकर तिवारी। 

इनवेस्टमेंट बैंकिंग भी एक ऐसा ही क्षेत्र है: पूंजी के साथ कुशलता से काम करने के लिए इस क्षेत्र को नई भागीदारी और व्यापार मॉडल की आवश्यकता है। इसे अगली पीढ़ी के डिजिटल इनोवेशन की जरूरत है। एडवांस एनालिटिक्स जैसे सॉल्युशंस ट्रेडिंग पैटर्न का पूर्वानुमान बताने, निवेशक के व्यवहार और भावना को समझने और अधिक सटीक डेटा विज़ुअलाइज़ेशन प्रदान करने में सहायता प्रदान कर सकते हैं। इसी तरह, फिनटेक ब्लॉकचेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की तरह गेम-चेंजिंग टेक्नोलॉजी को सामने लेकर आता है। इनवेस्टमेंट बैंकों को कम अवधि के लाभ को प्राथमिकता देते हुए दीर्घकालिक क्षमता के विश्लेषण का हिस्सा बनाने के लिए फिनटेक को अपनाना चाहिए। इसके अलावा इनवेस्टमेंट बैंकों को क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी टेक्नोलॉजी के बारे में अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है।

फिनटेक को शामिल करना कैसे शुरू करें?: सबसे पहले, यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि इनोवेशन की आवश्यकता कहां है। दूसरे, इनवेस्टमेंट बैंक को सही टेक्नोलॉजी पार्टनर को चुनना होगा। अंत में, हितधारकों को फर्म के भीतर एक गवर्नेंस फ्रेमवर्क स्थापित करना चाहिए - जो कुशल इनोवेशन का समर्थन करता है। फर्म फिनटेक को अपनाने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं तो यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि फिनटेक कंपनियों को पूंजी बाजारों की पेचीदगियों की तुलना में तकनीक की बेहतर समझ है। इसी तरह, इनवेस्टमेंट बैंकों से अल्पकालिक रिटर्न की उम्मीद की जाती है क्योंकि टेक्नोलॉजी के नेतृत्व वाले इनोवेशन के लाभों को लंबी अवधि में महसूस किया जाता है।

किस मॉडल को अपनाया जाना चाहिए?: फिनटेक को शामिल करने के दो तरीके हैं, एक सेंट्रलाइज्ड अप्रौच है और दूसरा डीसेंट्रलाइज्ड मॉडल। सेंट्रलाइज्ड मॉडल में समर्पित इनोवेशन टीम बनाई जाती है जो फर्म की व्यावसायिक इकाइयों से अलग होती है। डीसेंट्रलाइज्ड मॉडल में व्यक्तिगत व्यावसायिक इकाइयां प्रोजेक्ट चलाती हैं और बाहरी फिनटेक प्रदाता के साथ स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। यह एक हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के लिए अधिक उपयुक्त है जो दोनों मॉडलों के लाभों की अनुमति देता है। आप एक संरचना और स्पष्ट नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन आप लचीलापन भी चाहते हैं। इस तरह से ही सेक्टर फिनटेक क्रांति के लाभों को प्राप्त करने में सक्षम होगा।

आगे की राह: अगली पीढ़ी टेक्नोलॉजी और टेक-आधारित समाधानों पर अधिक निर्भर होने जा रही है, बैंकों को भी इस पर आगे बढ़ना होगा। वास्तव में, कुछ बड़े नाम पहले ही बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं, नए-पुराने टेक्नोलॉजी को अपनी प्रक्रियाओं में इंटिग्रेट कर रहे हैं। इनवेस्टमेंट बैंकिंग फिनटेक को अपना रही है, इसलिए इस क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव भी बढ़ेगा। धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए, कई टेक्नोलॉजी हैं जो एआई का उपयोग कर रही हैं। उदाहरण के लिए, डिजिटल बैंकिंग, क्रिप्टोकरेंसी, एंटरप्राइज टूल, सॉफ़्टवेयर और बीमा उद्योग।

इसके अलावा, ऑनलाइन वित्तीय खातों का उपयोग करने वाले अधिक लोगों के साथ भुगतान के चेक्स तक बेहतर पहुंच होती है। उदाहरण के लिए, दुनिया भर में स्टार्टअप उन कर्मचारियों को वेतन ट्रांसफर कर रहे हैं जिनके पास बैंक अकाउंट्स नहीं हैं हैं। यह फिनटेक ऐप और व्यक्तिगत भुगतान विकल्प से हो रहा है इनवेस्टमेंट बैंकों को चपलता में सुधार करना होगा और लागत कम करनी होगी। इनवेस्टमेंट बैंकिंग के भविष्य में इन-क्लास ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म दिखने की संभावना है जो अत्यधिक ऑटोमेटेड हैं, और संभावित रूप से बड़े पैमाने पर बाहरी, ब्लॉकचेन-सक्षम, बैक ऑफिस हैं। इसके साथ ही फ्रंट ऑफिस को ग्राहकों की सर्वोत्तम सेवा के लिए एआई और एनालिटिक्स द्वारा समर्थित किया जाएगा।

Comments

Popular posts from this blog

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली एनसीआर रीजन ने किया लेडीज विंग की घोसणा

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

झूठ बोलकर न्यायालय को गुमराह करने के मामले में रिपब्लिक चैनल के एंकर सैयद सोहेल के विरुद्ध याचिका दायर