संभल जाओ ना
शब्दवाणी समाचार, शनिवार 1 मई 2021,
ग़ाज़ियाबाद।
कोई भी रोड़ पर निकलें ना !!
घर में रहना है, कम कुछ करना है ना !!
घर में रहकर ही, देश को सर्पोट करेंगे ना !!
देशवासी है, एकजुट होकर साथ चलेंगे ना !!
अपने लिए और अपनो के लिए, कुछ दिन घर में ही रहो ना !!
देर न हो जाये कहीं, तुम जल्दी समझ जाओ ना !!
खुली आसमां की सैर, तुम्हें मिट्टी मे दफना देगी ना !!
कोई जनाजे से अवाज दे रहा है, संभल जाओ ना !!
- प्रत्यक्ष कुमार गर्ग -
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