सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने निवेशक वेबिनार का आयोजन किया

◆   स्कूल व्यवसाय में कदम रखने के इच्छुक निवेशक

◆   लोग जिनके पास अपनी जमीन है और स्कूल बनाना चाहते हैं

◆   ऐसे स्कूल मालिक जो घाटे में हैं

◆   ऐसे लोग जिनके पास बुनियादी ढांचा तैयार है और जो स्कूल शुरू करने की योजना में हैं

◆   शिक्षा उद्योग में पहचान बनाने का इच्छुक कोई भी व्यक्ति

◆   कोई भी स्कूल जो नामी ब्रांडों के साथ मिल कर तरक्की करना चाहता हो

शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 29 जून  2021, नई दिल्ली। सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स ने निवेशक वेबिनार का आयोजन किया। पहली बार 2020 में आयोजित वेबिनार की बेजोड़ सफलता के बाद लोगों की जोरदार मांग पर जयपुरिया समूह ने दूसरी बार वेबिनार आयोजन करने का निर्णय लिया। इसमें इच्छुक निवेशकों को जरूरी जानकारी देने के सत्र थे जिनमें उन्हें स्कूल फ्रैंचाइजी में निवेश के सुनहरे अवसरों के बारे में विशेष जानकारी दी गई। इस सत्र में उन्हें स्कूल फ्रैंचाइजी की ‘एबीसीडी’ सीखने में मदद मिली जिसका अर्थ अकादमिक सहायता व्यवस्था, ब्रांड और इसकी विरासत, सेवा और प्रतिबद्धता और प्रोजेक्ट की विस्तृत योजना की जानकारी हासिल करना है।

सत्र का संचालन श्री अनिर्बान भट्टाचार्य ने किया जो सेठ आनंदराम जयपुरिया ग्रुप ऑफ एडुकेशनल इंस्टीट्यूशंस के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट (पार्टनर-स्कूल) हैं। श्री भट्टाचार्य ने खास कर भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में नया स्कूल खोलने के इच्छुक लोगों को स्कूल फ्रैंचाइजी कितना लाभदायक है इसकी गहरी जानकारी देते हुए सभी जरूरी पहलुओं पर बात की। साथ ही, स्कूल फ्रेंचाइजी से फ्रेंचाइजर और फ्रेंचाइजी दोनों को क्या-क्या लाभ  हैं  इस बारे में बताया। श्री भट्टाचार्य ने बताया कि जयपुरिया समूह अपने सहयोगी स्कूलों को कैसे हर तरह से मदद करता है। वेबिनार के तहत स्कूल फ्रेंचाइजी के आर्थिक पहलुओं और परिचालन संबंधी बारीकियों पर भी बात हुई और यह बताया गया कि निवेशक कैसे किसी भी जोखिम से बच सकते हैं।

वेबिनार के बारे में जयपुरिया स्कूल्स के निदेशक श्री हरीश संदुजा ने बताया, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शिक्षा क्षेत्र में जबरदस्त तेजी रही है और सरकार की सक्रियता के साथ, खास कर नई शिक्षा नीति लागू होने से और तेजी आएगी। दरअसल इस नीति का मकसद स्कूलों में नामांकन अनुपात बढ़ाना है। शिक्षा जगत में जयपुरिया स्कूलों की विरासत 76 वर्षों की है और आज उत्तर भारत में 14 के-12 स्कूल, 5 प्रीस्कूल, 2 प्रबंधन संस्थान और 1 शिक्षक प्रशिक्षण अकादमी के संचालन करने में महारत हासिल है। यह वेबिनार निवेशकों के लिए इस क्षेत्र में विकास की छिपी क्षमता को सामने लाने का बड़ा अवसर है। वेबिनार का मुख्य उद्देश्य सभी इच्छुक प्रतिभागियों को स्कूल फ्रेंचइजी मॉडल के बारे में जानकारी देना, जागरूक करना और शक्तिशाली बनाना है। इस सत्र में हजारों लोगों की ऑनलाइन भागीदारी दिखी। इनमें अधिकतम शिक्षा उद्योग के जानकार थे। वेबिनार ने निवेशकों और उद्यमियों को एक विशाल संगठन से जुड़ने का सुनहरा अवसर दिया जो अपने ब्रांड मूल्य और शिक्षा की गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है।

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