कम आय वाले कोविड-पीड़ित परिवारों को ऊबर ने 86 लाख रूपये का अनुदान दिया

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 8 जुलाई 2021, नई दिल्ली। ऊबर ने गिवइंडिया को 86 लाख रु. का अनुदान देने की घोषणा की। यह भारत का सबसे बड़ा अनुदान प्लेटफॉर्म है, जो उन परिवारों का सहयोग करता है, जिनका आय अर्जन करने वाला मुख्य सदस्य कोविड-19 के चलते मौत का शिकार हो गया। इस सहयोग के तहत परिवार को वित्तीय समस्याओं से उबरने के लिए 30,000 रु. की एकमुश्त नकद सहायता दी जाती है। ऊबर ने यह सहयोग राशि भारत में महामारी की दूसरी घातक लहर फैलने के बाद विश्व में अपने कर्मचारियों के योगदान द्वारा एकत्रित किए गए 49 लाख रु. की मदद से दी। इस सहयोग राशि में ऊबर ने 37 लाख रु. और जोड़कर कुल 86 लाख रु. की राशि का योगदान दिया। एनजीओ पार्टनर्स के अपने नेटवर्क के साथ, गिवइंडिया उन परिवारों की पहचान करेगा और उन संकटग्रस्त परिवारों को सीधे नकद राशि के रूप में फंड जारी करेगा जिनके मुख्य आय अर्जक मुखिया का महामारी की दूसरी लहर के दौरान देहांत हो गया। ऊबर का यह अनुदान हजारों परिवारों को अपनी आपात व आवश्यक जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा, जिसमें बच्चों की शिक्षा का खर्च शामिल है और इस प्रकार उनका जीवन पुनः स्थापित व बहाल हो सकेगा। 

इस घोषणा के बारे में ऊबर इंडिया, एवं साउथ एशिया के प्रेसिडेंट, प्रभजीत सिंह ने कहा, ‘‘ऊबर में हमारा विश्वास है कि चैरिटी की शुरुआत घर से होती है और मैं दूसरी विनाशकारी लहर से भारत की लड़ाई में सहयोग करने के लिए अनुदान देने वाले अपने हर कर्मचारी का आभार व्यक्त करता हूँ। कोविड से होने वाली हर मौत एक त्रासदी है और हम जानते हैं कि परिवार के बचे हुए सदस्यों को जीवन का पुनर्निर्माण करना पीड़ादायक अनुभव होगा और इसमें एक लंबा वक्त लगेगा। हमें उम्मीद है कि गिवइंडिया को हमारी तरफ से दिया गया अनुदान सबसे नाजुक परिवारों को जीवनयापन का सहारा देगा, जिन्हें इस समय हमारे सहयोग की सबसे ज्यादा जरूरत है। ऊबर आगे भी भारत को बेहतर पुनर्निर्माण करने एवं समुदायों को सहयोग करने के लिए अपने नेटवर्क व संसाधनों को गति देता रहेगा।

गिवइंडिया के सीईओ, अतुल सतीजा ने कहा, ‘‘इस महामारी ने मानव त्रासदी एवं बड़े स्तर पर विनाश किया है- इस विनाश को कोई भी सरकार या संगठन संबोधित नहीं कर सकता है । इसके लिए सामूहिक सद्भाव व सहयोग की जरूरत है, जैसा ऊबर कर रहा है। हम ऊबर एवं उनके कर्मचारियों के आभारी हैं, जिन्होंने एक साथ आकर उदारतापूर्वक अनुदान दिया, ताकि उन परिवारों की वित्तीय समस्याओं को कम किया जा सके, जिनके मुख्य आय अर्जक सदस्य का महामारी की चपेट में आकर स्वर्गवास हो गया। इससे वंचित समुदायों में हजारों जिं़दगियों को लाभ मिलेगा।

अप्रैल, 2021 में गिवइंडिया ने अपने इंडिया कोविड रिस्पॉन्स फंड - 2 की स्थापना की। इस फंड का उद्देश्य महामारी से पीड़ित सबसे नाजुक समुदायों को खाने व नकद के रूप में मानवीय सहयोग पहुंचाना तथा भारत के दबाव पीड़ित हैल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को आपातकालीन राहत के लिए संसाधनों के विकास में मदद करना है।समुदायों को कोविड की दूसरी लहर से उबरने में मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत, ऊबर ने हाल ही में आपातकालीन कोविड राहत कार्यों में संलग्न एनजीओ का सहयोग करने के लिए 3.65 करोड़ रु. के निशुल्क राईड पैकेज की घोषणा की, जिसके अंतर्गत ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसन्ट्रेटर्स, वैंटिलेटर्स एवं अन्य जरूरी मेडिकल उपकरणों के परिवहन की व्यवस्था की गई।

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