हमारी तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाना चाहिए : सुश्री सिम्मी चौधरी

◆ फिनटेक फेस्टिवल इंडिया (एफएफआई) 2021-22 के दिल्ली माइक्रो एक्सपीरियंस में सुश्री सिम्मी चौधरी , आर्थिक सलाहकार और समूह समन्वयक इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) का संबोधन

◆ एफएफआई को नीति आयोग और छह केंद्रीय मंत्रालयों का समर्थन, आयोजन कॉन्स्टेलर एग्जीबिशंस की ओर से

◆ एफएफआई कई शहरों में ‘माइक्रो एक्सपीरियंस कॉन्फ्रेंस’ का करेगा आयोजन, जिसके बाद 2022 में नई दिल्ली में होगा मेगा कार्यक्रम

◆ वित्तीय साक्षरता और समावेशन पर राष्ट्रीय संवाद को बढ़ावा देने के लिए सरकार और उद्योग की ओर से सबसे बड़ी इकाई होगी एफएफआई

◆ आठ महीनों में 500 से अधिक वक्ताओं और 12,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों की मेजबानी 

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 2 सितम्बर  2021, नई दिल्ली। फिनटेक उद्योग आज वित्तीय समावेशन के लिए एक प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में उभरा है, जिसमें पारंपरिक वित्तीय क्षेत्र को बदलने के लिहाज से महत्वपूर्ण इनोवेशन, परिवर्तनकारी घटक और संपूर्ण परिदृश्य को बदलने की अपार क्षमताएं हैं।’ इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) की आर्थिक सलाहकार और समूह समन्वयक सुश्री सिम्मी चौधरी ने यह बात कही। वे फिनटेक फेस्टिवल इंडिया 2021-22 के दिल्ली माइक्रो एक्सपीरियंस में मुख्य वक्ता के तौर पर उद्बोधन दे रही थीं। उन्होंने कहा, ‘‘तीन डिजिटल प्रयोग इस परिवर्तन को आगे बढ़ाएंगे - ‘अधिक आसानी से लोग आपस में कैसे जुड़ सकते हैं, सहयोग कर सकते हैं, लेन-देन कर सकते हैं और जानकारी साझा कर सकते हैं’, ‘कंपनियों के लिए नियमित कार्य को स्वचालित करके उत्पादकता बढ़ाने का अवसर’ और ‘अधिक आसानी के साथ संगठन इनसाइट का निर्माण करने के लिए डेटा का विश्लेषण कैसे कर सकते हैं और निर्णय लेने में सुधार कैसे कर सकते हैं‘। इन प्रयोगों की परस्पर क्रिया एक नई डेटा प्रणाली का निर्माण करेगी, जो बदले में लगभग हर व्यावसायिक क्षेत्र में नए उत्पादों, सेवाओं और चैनलों को बढ़ावा देगी और उपभोक्ताओं के साथ-साथ उद्यमियों के लिए भी आर्थिक मूल्य पैदा करेगी।

उन्होंने आगे कहा, ‘‘सरकार इनोवेटर्स और स्टार्टअप्स के विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। आधार, भीम यूपीआई और कई अन्य प्लेटफार्मों में हमारे प्रयासों ने इस परिवर्तनकारी क्षमता को साबित भी किया है। एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब, टाइड 2.0, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आदि समेकित पहलों ने व्यवसायों को विचार करने, कुछ नया करने और आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण प्रोत्साहन प्रदान किया है। हमारा प्रयास भारत को एक प्रतिभा संपन्न राष्ट्र और एक उत्पाद राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए अपनी तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाना है। अब हम कन्वर्जेन्स को सुनिश्चित करने के लिए पुरानी प्रथाओं को तोड़ने की ओर बढ़ रहे हैं, मूल्यवान डेटासेट को पुनर्गठित कर रहे हैं, इनोवेटिव सॉल्यूशन तैयार कर रहे हैं, विकासशील उत्पादों में उभरती टैक्नोलॉजी के इस्तेमाल को सुनिश्चित कर रहे हैं जो लगातार सामाजिक समस्याओं को हल कर रहे हैं।

भारत के लिए आगे की राह के बारे में बात करते हुए सुश्री सिम्मी चौधरी ने कहा, ‘‘विनियमन, नवाचार और प्रतिभा का सही मिला-जुला रूप हमें भविष्य के मार्ग पर एक साथ ले जाएगा, जिसमें न केवल हमारी उम्मीदों के अनुरूप देश की समस्याओं को हल करने के अवसर मिलेंगे, बल्कि अगली पीढ़ी को इससे अरबों अनेक अवसर मिलेंगे। फिनटेक फेस्टिवल इंडिया का आयोजन कॉन्स्टेलर एक्जीबिशंस (टेमासेक और सिंगापुर प्रेस होल्डिंग्स की एक सहायक कंपनी जो सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल का आयोजन करती है) द्वारा किया जाता है और इसे नीति आयोग और केंद्र सरकार के छह मंत्रालयों का सपोर्ट हासिल है। 

दिल्ली में दिन भर चलने वाले इस सम्मेलन में प्रमुख अभिनेता, समाजसेवी, निवेशक और उद्यमी सोनू सूद, अभिषेक सिंह (आईएएस), उपायुक्त, नई दिल्ली, डॉ अजय गर्ग, वैज्ञानिक एफ/निदेशक, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), रजत मुखर्जी, महानिदेशक, ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम, आशीष सिंघल, को-फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, कॉइनस्विच, गौरव चोपड़ा, फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, इंडिया लेंड्स और गुरजोधपाल सिंह, चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, टाइड इंडिया ने भी हिस्सा लिया। 

डॉ अजय गर्ग, वैज्ञानिक एफ/निदेशक, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने कहा, ‘‘भारत ने आम जनता को लाभान्वित करने और अर्थव्यवस्था के विकास में शामिल करने के तरीके को बदलने के लिए टैक्नोलॉजी का उपयोग करके दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया है। नियामक नवीन टैक्नोलॉजी का पालन करते हैं, और अगर टैक्नोलॉजी पर्याप्त प्रभाव दिखाती है तो नियामक इसे लोगों के उपयोग के लिए फिनटेक बाजार में वापस उतार देंगे। यूपीआई इसका जीता-जागता उदाहरण है। माइक्रो लेंडिंग फिनटेक के लिए भी इसी तरह की संभावनाएं मौजूद हैं। जब सरकार और निजी क्षेत्र एक साथ आएं, तो चुनौतियों को बड़े अवसरों में बदला जा सकता है, आधार इसका एक उदाहरण है। आज जरूरत इस बात की है कि भारत को विभिन्न क्षेत्रों के लिए छोटे प्लग एंड प्ले साइबर सुरक्षा समाधानों का केंद्र बनने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।

प्रमुख अभिनेता, समाजसेवी, निवेशक और उद्यमी सोनू सूद ने कहा फिनटेक आने वाले कल के अग्रणी  हैं। अगले कुछ वर्षों में पूरा देश फिनटेक से जुड़ जाएगा। मैं पहले से ही स्पाइसमनी नामक एक ग्रामीण फिनटेक से जुड़ा हूं जो हमारे देश के अंदरूनी हिस्सों में वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहा है और फिनटेक स्पेस में और अधिक अवसर तलाशने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। दिल्ली माइक्रो एक्सपीरियंस के भव्य आयोजन में ‘रेगुलेटरी टैक्नोलॉजी, 5जी एंड क्रिप्टो इन इंडिया’ विषय पर एक श्वेत पत्र भी जारी किया गया। एफएफआई के नॉलेज पार्टनर अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) द्वारा प्रकाशित श्वेत पत्र में भारत में नियामक प्रौद्योगिकी, 5 जी और देश पर इसका प्रभाव और देश में क्रिप्टोकरेंसी सिस्टम पर गहराई से जानकारी प्रदान की गई है।

कॉइनस्विच के को-फाउंडर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर आशीष सिंघल ने कहा, ‘‘कॉइनस्विच कुबेर फिनटेक फेस्टिवल इंडिया को सशक्त बनाने के लिए रोमांचित है। यह आयोजन वास्तव में एक अनूठा हाइब्रिड अनुभव है जिसमें शामिल लोग वर्चुअल तौर पर जुड़े हैं जबकि ऑन-ग्राउंड इवेंट में शारीरिक मौजूदगी होती है। भारत में फिनटेक ने पिछले 5 वर्षों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी है और क्रिप्टो उद्योग, जो कि अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन यह भी अब गति पकड़ रहा है। फिनटेक में विकास को चलाने वाले प्रमुख पहलुओं में से एक विनियमन है, और विश्वास है कि नियामक ढांचे के लागू होने के बाद क्रिप्टो तेजी से बढ़ेगा। मैं भारत में फिनटेक के उभरते नियामक परिदृश्य के बारे में एक पैनल चर्चा में बोलने के लिए उत्सुक हूं। मैं एफएफआई टीम को शुभकामनाएं देता हूं और राजधानी में शानदार सफलता की कामना करता हूं। फिनटेक फेस्टिवल इंडिया मार्च 2022 तक आयोजित होने वाला देश का सबसे बड़ा फिनटेक संगम है। इसमें 500 से अधिक भारतीय और वैश्विक अग्रणी हस्तियों और 12,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों की भागीदारी होगी। एफएफआई में ब्राजील, इजरायल, यूके, रूस, कनाडा, फिनलैंड, जापान, सिंगापुर सहित अन्य देशों के लोग भाग लेंगे।

सम्मेलनों को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय), ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (भारत सरकार का उद्यम - सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत) और स्टार्टअप इंडिया (उद्योग और आंतरिक व्यापार और निवेश भारत को बढ़ावा देने के लिए विभाग) द्वारा सपोर्ट किया जा रहा है। फिनटेक फेस्टिवल इंडिया हैदराबाद, बेंगलुरू, दिल्ली, गुवाहाटी, चेन्नई, मुंबई, गिफ्ट सिटी (अहमदाबाद) और पुणे में 10 माइक्रो एक्सपीरियंस कॉन्फ्रेंसेज के माध्यम से फिजिकल और डिजिटल प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। यह उत्सव 9 से 11 मार्च, 2022 तक नई दिल्ली में 3 दिवसीय मेगा इवेंट के साथ समाप्त होगा। अगला माइक्रो एक्सपीरियंस 29 अक्टूबर 2021 को चेन्नई में आयोजित किया जाएगा। एफएफआई जिसका उद्देश्य पूरे देश में फिनटेक की शक्ति को उजागर करना है, के आयोजनों में सरकार के अलावा भारतीय बीमा दिग्गज जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर मुंबई सहित उद्योग ने भी रुचि दिखाई है।

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