दारा सिंह को गणतन्त्र दिवस पर रिहा किया जाये

शब्दवाणी समाचार, रविवार 23 जनवरी  2022, गौतम बुध नगर। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा के नेत्त्व में धर्मरक्षक श्री दारा सेना, क्रांतिकारी मनुवादी मोर्चा पार्टी , मेरिट इण्डिया, खटिक चर्मकार बाल्मिकी धर्मरक्षक सेना, नूतन कोणार्क सूर्य मन्दिर निर्माणशाला आदि संगठनों ने महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, योगी आदित्यनाथ और ओडिशा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि पिछले 22 साल से उड़ीसा की जेल में बंद उत्तर प्रदेश के महान सपूत धर्म रक्षक श्री दारा सिंह को गणतन्त्र दिवस पर रिहा किया जाये।

इस अवसर पर धर्मरक्षक श्री दारा सेना के संरक्षक, क्रांतिकारी मनुवादी मोर्चा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरिट इण्डिया के संयोजक श्री आर के भारद्वाज ने संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इंग्लैण्ड की महारानी द्वारा पालित पोषित नक्सली ईसाई आतंकवादियों के मिश्निरी गिरोहों द्वारा विदेशी अनुदान का दुरुपयोग करके सेवा के नाम पर न केवल हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट करके उन्हें ईसाई बनाया जा रहा है बल्कि इसाई बने इन भोले भाले लोगों के हाथों में हथियार पकड़ा कर उन्हें नक्सली इसाई आतंकवादी माओवादी बनाकर हमारे बहादुर सैनिकों और पुलिस के जवानों और नागरिकों को मारा जा रहा है। इतना ही नहीं दूर दराज के बनवासी इलाकों में इसाई न बनने पर हिंदुओं के परिवारों की मां बहन बेटियों को डायन बताकर जिंदा भी जलाया जा रहा है। जबकि विदेशा दान नियन के तहत विदेशी धन का दुरुपयोग धर्मांतरण और आतंकवादी गतिविधियों को चलाने में नहीं किया जा सकता।



संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए धर्मरक्षक श्री दारा सेना के राष्टीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने कहा कि हाल ही खूंखार ईसाई आतंकवादी रोना विल्सन और गौतम नवलखा के नेतृत्व में ईसाई आतंकवादी गिरोहों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को मारने की साजिश रची। यही नहीं आतंकवादी ईसाई मिशनरियों के पाले और अंग्रेजों के फंड पर चलने वाले गिरोहों ने किसान आंदोलन की आड़ में न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को चैपट करने की साजिश रची बल्कि ट्रैक्टर परेड का षड़यन्त्र रचकर गणतंत्र दिवस पर सलामी मंच पर हमला करके प्रधानमंत्री सहित वीवीआईपी को मारने की साजिश भी रची। हाल ही 

भीमा कोरेगांव मामले में ईसाई पादरी स्टैन स्वामी की गिरफ्तारी और 26 आतंकवादी ईसाई मिश्निरियों के पाले नक्सली आतंकवादियों की गिरफ्तारी भी इन सब देशद्रोहियों के षड्यंत्र का खुलासा करती है कि कैसे आतंकवादी ईसाई मिश्निरी पूवी और पूर्वोत्तर भारत को रेड काॅरिडोर के नाम पर काटकर एक अलग देश बनाने की साजिश रच रहे हैं। 

संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा ने बताया कि ग्राह्म स्टैन्स नामका ऑस्ट्रेलियाई घर गृहस्थी वाला अंग्रेज, पादरी का ढोंग रचकर उड़ीसा में हिंदुओं को इसाई बना था जो कि उड़ीसा के धर्म स्वातन्त्रय विधेयक के विरुद्ध था। इतना ही नहीं यह आतंकवादी अंग्रेज अपनी पत्नी बच्चों सहित से नक्सलियों को हथियार भी सप्लाई कर रहा था। पुरलिया में हवाई जहाज से नक्सली ईसाई आतंकवादियों के लिए हथियार भी इसी अंग्रेज पादरी ने गिरवाये थे। जिसका भंडाफोड़ हो जाने के कारण यह उन्हें उठाने में विफल रहा। इस मामले में पीटर ब्लीच नाम के इंग्लैंड के एक अंग्रेज पादरी को गिरफ्तार करके सजा दी गई और किम डेवी नाम का कनाडा का एक अंग्रेज नागरिक आज तक फरार है। यें हथियार गिराने और उठाने वाला ऑस्ट्रेलियाई नागरिक ग्राह्म स्टेन्स ही था। इतने बड़ा काण्ड होने पर भी हथियार गिराने वाला पकड़ा गया किंतु हथियार उठाने वाले का आज तक पता नहीं ।  किंतु उड़ीसा की जनता इन देशद्रोहियो और नक्सली ईसाई आतंकवादियों की कारगुजारी को 22 साल पहले ही पहचान गयी थी। इसलिए सरस्वती पूजा 1999 को उड़ीसा के धार्मिक हिंदुओं ने अपने धर्मरक्षक श्री दारा सिंह के नेतृत्व में आतंकवादी ईसाई मिश्निरी ग्राहम स्टेन्स को मार कर नक्सली ईसाई आतंकवादियों के बड़े स्तम्भ को ढा दिया।

संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ वकील श्री ए पी सिंह ने बताया कि इस मामले में धर्मरक्षक श्री दारा सिंह और उनका साथी नेताजी महेन्द्र हैम्ब्रम पिछले 22 साल से ओड़िशा की क्योझर ओर आनन्दपुर जेल में बन्द हैं। ओडिशा सरकार के सजा माफी बोर्ड द्वारा बार-बार यह बता कर कि इन्होंने बच्चों को मारा है, इन देशभक्तों को नहीं छोड़ा जा रहा है। जबकि भारतीय कानून में कहीं भी नहीं लिखा है कि बच्चों को मारने वालों को 14 साल के बाद भी नहीं छोड़ा जाएगा। भारतीय दंड विधान की घारा 55,57 और दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा  31ए और 432,433  बार बार यही कह रही हैं कि आजीवन कारावास के कैदी को जेल में 14 साल से अधिक जेल में नहीं रखा जायेगा। दिनांक 3 अगस्त 2021 को सर्वोच्च न्यायालय ने भी यह स्पष्ट घोषित कर दिया कि सरकार दण्ड प्रक्रिया संहिता 432 और 433 के तहत आजीवन कारावास के कैदियों को छोडेंगी और राष्ट्रपति और राज्यपाल भी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 72 और 161 के तहत आजीवन कारावास के कैदियों को छोडेंगे। 

सभी संगठनों ने अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुन्ना कुमार शर्मा के नेत्त्व में महामहिम राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी, केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, योगी आदित्यनाथ और ओडिशा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि पिछले 22 साल से उड़ीसा की जेल में बंद उत्तर प्रदेश के महान सपूत धर्म रक्षक श्री दारा सिंह को गणतन्त्र दिवस पर रिहा किया जाये।

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