जोश टॉक्स ने निवेशकों से 3.5 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त राशि जुटाई

 

शब्दवाणी समाचार, शुक्रवार 13 मई 2022, नई दिल्ली। जोश टॉक्स, भारत के एक सबसे बड़े रीजनल कंटेंट एवं अपस्किलिंग प्‍लेटफॉर्म, ने अंकुर कैपिटल के नेतृत्‍व वाले राउंड में  3.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि जुटाई है। विजय शेखर शर्मा (पेटीएम), वैभव डोमकुंडवार (बेटर कैपिटल), विनीता सिंह (शुगर कॉस्मेटिक), रितेश अग्रवाल (ओयो), और अंकुर वारिकू (एक्स-नियरबाई) जैसे प्रमुख निवेशकों के अलावा कई अन्‍य ने भी इस राउंड में हिस्‍सा लिया।  जोश टॉक्स ने इससे पहले न्‍यूयॉर्क स्थित मीडिया डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट फण्ड (एमडीआइएफ़) से 1.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रकम जुटाई थी। यह भारत में यूट्यूब पर गैर-मनोरंजन चैनलों के एक सबसे बड़े नेटवर्क का संचालन करता है और अब यह अपने वितरण को मजबूत करने के लिए नए उत्‍पाद भी बना रहा है। 

इनकी व्‍यूअरशिप में पिछले कुछ सालों में शानदार वृद्धि देखने को मिली है और विभिन्‍न प्‍लेटफॉर्म्‍स पर इसके औसत मासिक व्‍यूज की संख्‍या 85 मिलियन है। अपने विशाल वितरण नेटवर्क का लाभ उठाते हुए, इस संस्‍थान ने महामारी के दौरान जोश स्किल्‍स एंड्रॉयड ऐप्‍लीकेशन को लॉन्‍च कर संवादपरक शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश किया था। यह ऐप अपने लॉन्‍च के बाद से 3.2 मिलियन से ज्‍यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है और भारत के टियर 2 एवं टियर 3  शहरों में इसके 2 लाख पेड सब्‍सक्राइबर्स  हैं।  यह संस्‍थान ताजा जुटाई गई इस पूंजी का इस्‍तेमाल अपने उत्‍पादों को बेहतर बनाने और जोश स्किल्‍स का दायरा बढ़ाने में करेगा ताकि यह भारत के लिए पसंदीदा सोशल लर्निंग प्‍लेटफॉर्म बन सके।  इतना ही नहीं, यह संस्‍थान अपने उपभोक्‍ता वर्ग की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए नए-नए उत्‍पादों के साथ भी प्रयोग करेगा।

जोश टॉक्स की सीईओ और को-फाउंडर, सुप्रिया पॉल ने कहा कि, “पिछले दो वर्षों में हमने दो चीजों पर जोर दिया है - 10 भाषाओं में अपने वितरण का विस्तार और इस वितरण नेटवर्क का मौद्रीकरण करने वाले उत्पाद का निर्माण। हमने युवा भारत की आकांक्षाओं को समझा और सबसे विशाल ऑनलाइन समुदायों में से एक निर्माण किया है, जो 0 CAC के साथ हमारे ऐप जोश स्किल्स की ओर निर्देशित है। इस नए उत्पाद के साथ हमारा लक्ष्य अपनी पेशकशों का विस्तार करना, अपनी कार्यकारी टीम को मजबूत करना और जोश को भारत के घर-घर में पहुँचाना है।

फण्ड संग्रह के विषय में अंकुर कैपिटल के को-फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर, रेमा सुब्रमणियन ने कहा कि, “जोश की टीम ने हमेशा फर्स्ट-प्रिंसिपल्स रीजनिंग के माध्यम से समाधान बनाए हैं। बात चाहे जोश टॉक्स की रही हो जहाँ उन्‍होंने यूजर सेगमेंट की आकांक्षाओं पर फोकस करते हुए लैंग्वेज दर लैंग्वेज इसका निर्माण किया था, या अब जोश स्किल्स की बात हो जहाँ ऑफलाइन कॉलेज अनुभव का अनुसरण करने पर फोकस है। अपने यूजर्स और उनकी समस्याओं को हल करने के प्रति उनके जूनून ने हमें उनका समर्थन करने को प्रेरित किया।

जोश टॉक्स के सीपीओ और को-फाउंडर, शोभित बंगा ने कहा कि, “हमारी मान्यता है कि शिक्षण जब सामाजिक सन्दर्भ में होता है तो इसके बेहतर शैक्षणिक परिणाम निकलते हैं और प्रतिधारण दर ऊँचा होता है। एक यूजर जोश स्किल्स ऐप पर अंग्रेजी में बात करते हुए हर रोज औसतन 51 मिनट समय बिताता है, जो इस प्रोडक्ट की कामयाबी का प्रमाण है। हमें यकीन है कि नए कोर्स की शुरुआत और एक परिष्कृत प्रोडक्ट की बदौलत जोश के यूजर्स की संख्या में और एक बिलियन की वृद्धि होगी।

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