लीड ग्रुप की टेकबुक भारत में छात्रों के लिए हुई लॉन्च

शब्दवाणी समाचार, बुधवार 11 सितंबर 2024, संपादकीय व्हाट्सएप 8803818844, नई दिल्ली।भारत की सबसे बड़ी स्कूल एडटेक कंपनी, लीड ग्रुप ने टेकबुक लॉन्च करने की घोषणा की, जिसे पारंपरिक पाठ्यपुस्तक-आधारित शिक्षा में आमूल बदलाव लाने के लिए तैयार किया गया इंटेलीजेंट बुक है। टेकबुक आज स्कूली छात्रों की पठन-पाठन से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए तीन अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और एनसीएफ के अनुकूल पाठ्यक्रम लेकर आया है।

लीड ग्रुप के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी, सुमीत मेहता ने कहा सदियों से, पाठ्यपुस्तकों की कक्षा में पढ़ाई के लिहाज़ से महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जबकि एआई और एआर/वीआर ने दुनिया भर में उद्योगों में व्यक्तिगत ज़रूरत के अनुरूप मल्टी-मॉडल और गेमीफाइड अनुभवों की ओर बढ़ने में मदद की है। हम अपने देश के भविष्य के लिए कुछ आगे का लेकर आए हैं। टेकबुक टेक्नोलॉजी, शिक्षाशास्त्र और पाठ्यक्रम पर किए गए सालों के शोध का एक क्रांतिकारी परिणाम है, और यह छात्रों के पठन-पाठन के तरीके को हमेशा के लिए बदल देगा। हमें उम्मीद है कि 2028 तक भारत के शीर्ष 5000 स्कूल टेकबुक को अपना लेंगे, जिससे देश भर की कक्षाओं में व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुरूप संवादपरक पठन-पाठन आम बात बन जाएगी।

टेकबुक आवश्यकताओं के अनुरूप संवादपरक पठन-पाठन का अनुभव पेश कर पारंपरिक पाठ्यपुस्तकों की सीमाओं को तोड़ता है। अलग-अलग समझ के स्तर वाली कक्षाओं में, टेकबुक हर छात्र के लिए निर्देश को व्यक्तिगत ज़रूरत के अनुरूप ढालता है। पारंपरिक 2डी पाठ्यपुस्तकें छात्रों की जटिल अवधारणाओं को समझने की क्षमता को सीमित करती हैं जबकि इन अवधारणाओं की प्रकृति आम तौर पर 3डी होती है। टेकबुक विज्ञान और गणित जैसे विषयों को एआरआई (ऑगमेंटेड रियलिटी इंस्ट्रक्टर) के साथ जीवंत बनाता है, जिससे छात्र 3डी तरीके से विषयों को सीख सकते हैं।

व्यक्तिगत ज़रूरत के अनुसार पढ़ाई करने का अनुभव: भाषा सीखने के लिए टेकबुक का आईआरए (इंडिपेंडेंट रीडिंग असिस्टेंट) व्यक्तिगत शिक्षक के रूप में काम करता है, जो छात्रों को किताबें पढ़कर सुनाता है, साथ ही जब छात्र पढ़ते हैं तो वह उनके पठन के प्रवाह और उच्चारण पर वास्तविक समय की प्रतिक्रिया देता है। पीआईई (पर्सनलाइज्ड इंटरैक्टिव एक्सरसाइज़) के साथ, छात्रों को विभिन्न किस्म के एक्सरसाइज़ मिलते हैं जिन्हें अपनी ज़रूरत के अनुरूप ढाला जा सकता है। इसलिए छात्र अपनी गति से विषयों में महारत हासिल कर सकते हैं, जिससे वे मज़ेदार तरीके से निरंतर सीख सकते हैं।

सुमीत ने कहा पहले साल में, टेकबुक देश के शीर्ष 400 इनोवेटर स्कूलों के लिए 'केवल आमंत्रण' पर उपलब्ध होंगे। हम पठन-पाठन में एक नया मानक स्थापित करना चाहते हैं और दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत स्कूलों में एआई और टेक्नोलॉजी को छात्रों को केंद्र में रखते हुए शिक्षकों की सहायता करने के मामले में आगे है।

लीड ग्रुप की सह-संस्थापक और सह-मुख्य कार्यकारी, स्मिता देवरा ने कहा पाठ्यपुस्तक को हाथ में लेकर-छूकर देखने के अनुभव को टेक्नोलॉजी की ताकत और गहन शोध वाली शैक्षणिक सामग्री के साथ जोड़कर, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर छात्र को उच्च-गुणवत्ता, व्यक्तिगत शिक्षा तक पहुंच मिले जो वास्तव में उनकी शैक्षणिक यात्रा को आगे बढ़ाएगा। टेकबुक के साथ, हम एक ऐसा माहौल तैयार कर रहे हैं जहां पढ़ाई का मतलब सिर्फ विषयों को रट लेना भर नहीं है, बल्कि अन्वेषण, रचनात्मकता और महारत हासिल करने से जुड़ा है।

श्री मेहता ने कहा शिक्षा हमारे देश की प्रगति की नींव है, और स्कूल इस परिवर्तन के केंद्र में हैं। टेकबुक के साथ, हम पठन-पाठन के समाधानों की एक नई श्रेणी शुरू कर रहे हैं, जो कक्षाओं में व्यक्तिगत आवश्यकता के आधार पर पठन-पाठन और स्कूली छात्रों के पाठ्यपुस्तकों से जुड़ाव को पुनर्परिभाषित करेगा। यह पढ़ाई का भविष्य है। पिछले एक साल में, लीड ग्रुप ने भारत में उच्च-शुल्क से लेकर किफायती स्कूलों तक, हर तरह के स्कूलों की सेवा करने के लिए अपनी क्षमताओं का विस्तार किया है। यह ग्रुप उच्च-गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने और अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने में देश भर के स्कूलों का समर्थन करने के लिए अपनी पेशकशों को बढ़ाने पर केंद्रित है। लीड ग्रुप 2028 तक देश भर के 60,000 से अधिक स्कूलों को उच्च-गुणवत्ता वाले, स्कूल एडटेक समाधान प्रदान करने के अपने दृष्टिकोण को तेज़ी से आगे बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

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