विशेषज्ञों ने वायु प्रदूषण से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान से बचने के उपाय बताए

शब्दवाणी समाचार, सोमवार 28 सितम्बर 2024, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। वायु प्रदूषण स्वास्थ्य को गंभीर जोखिम उत्पन्न कर रहा है। खासकर दिवाली के पटाखों और सर्दियों में पराली जलाए जाने के कारण हवा में पार्टिकुलेट मैटर और विषैली गैसें बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं। इन पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद हवा की खराब होती गुणवत्ता के कारण स्वास्थ्य की अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जो बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी को प्रभावित कर रही हैं।

●     बच्चेः छोटे बच्चों की श्वसन प्रणाली बहुत संवेदनशील होती है, इसलिए दूषित हवा से उन्हें बहुत नुकसान पहुँच सकता है। दूषित हवा में लंबे समय तक रहने से अस्थमा और ब्रोंकाईटिस जैसी साँस की आजीवन चलने वाली समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

●     युवाः प्रदूषण में युवाओं को लंबे समय तक दूषित हवा में साँस लेने के कारण साँस की क्रोनिक बीमारियों, जैसे सीओपीडी का जोखिम बढ़ जाता है।

●     वृद्धः वृद्धों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिसके कारण उन्हें प्रदूषण से साँस और कार्डियोवैस्कुलर समस्याएं होने का जोखिम बढ़ जाता है। दूषित हवा हृदय रोग, क्रोनिक ब्रोंकाईटिस, और स्ट्रोक की संभावना बढ़ाती है।

पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोगः अस्थमा, हृदय रोग और ब्रोंकाईटिस से पीड़ित लोगों को प्रदूषण से सबसे ज्यादा खतरा होता है। उन्हें प्रदूषण के थोड़े समय के संपर्क से ही स्वास्थ्य की गंभीर समस्याओं, जैसे रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

इन जोखिमों और प्रदूषण से बचे रहने के लिए डॉ फैसल बारी - एचओडी - आपातकालीन विभाग, मणिपाल हॉस्पिटल, गाजियाबाद निम्नलिखित सुझाव दे रहे हैंः

●     बाहर कम निकलेंः बच्चों, वृद्धों और पहले से किसी समस्या से पीड़ित लोगों को बाहर कम से कम निकलना चाहिए, खासकर जब प्रदूषण के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हो।

●     मास्क और एयर प्योरिफायर का उपयोग करेंः बाहर निकलते वक्त एन-95 मास्क पहनें और घर के अंदर हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एयर प्योरिफायर का उपयोग करें, ताकि श्वसन प्रणाली पर प्रदूषण का प्रभाव कम से कम हो।

●     हवा की गुणवत्ता पर नजर रखेंः एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) नियमित तौर से देखते रहें और जब प्रदूषण ज्यादा हो, तब बाहर न निकलें। पहले से स्वास्थ्य की समस्या होने पर इसका विशेष ध्यान रखें। 

●     हाईड्रेटेड रहें और स्वस्थ आहार लेंः हाईड्रेशन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार शरीर को प्रदूषण से लड़ने में मदद करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर सूजन को कम करता है।

Comments

Popular posts from this blog

22 वें ऑल इंडिया होम्योपैथिक कांग्रेस का हुआ आयोजन

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक पार्टी सिंधी समाज को भी अपना उम्मीदवार बनाए : अंजलि तुलस्यानी

सेंट पीटर्स कॉन्वेंट विद्यालय ने अपना वार्षिकोत्सव मनाया