डेटॉल बीएसआई ने परमार्थ निकेतन आश्रम एवं प्लान इंडिया के साथ साझेदारी किया

◆ बच्चों के लिए स्वच्छता व हाईज़ीन के महत्व का प्रसार किया

◆ दूसरे चरण में इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तराखंड में 35,000 से ज्यादा स्कूलों एवं 21,00,000 बच्चों तक पहुंचना है

शब्दवाणी समाचार, रविवार 14 मार्च  2021,ऋषिकेश, उत्तराखंड। आरबी के फ्लैगशिप प्रोग्राम, डेटॉल बीएसआई ने विस्तृत स्कूल हैंडवॉश प्रोग्राम, ‘स्वच्छता की पाठशाला’ द्वारा स्वच्छता एवं हाईज़ीन के महत्व पर बल देने के लिए अग्रणी संस्थानों के साथ साझेदारी की है। परमार्थ निकेतन आश्रम, ग्लोबल इंटरफेथ वॉश अलायंस एवं प्लान इंडिया के साथ साझेदारी में हाईज़ीन करिकुलम लॉन्च किया गया, ताकि बच्चों के बीच हाईज़ीन की विधियों की जागरुकता बढ़ाई जा सके। मौजूदा महामारी कोविड-19 ने संक्रमण को फैलने से रोकने एवं इस बीमारी से प्रभावित लोगों की देखभाल के लिए वॉश के महत्व पर बल दिया है। नेशनल प्लान ऑफ एक्शन रिपोर्ट के अनुसार, रोज पाँच साल से कम उम्र के लगभग 2200 बच्चे डायरिया के कारण मौत का शिकार होते हैं। असुरक्षित पेयजल, हाईज़ीन के लिए अपर्याप्त जल और स्वच्छता की कमी रोकी जा सकने वाली 90 फीसदी मौतों के जिम्मेदार होते हैं। इन समस्याओं को संबोधित करते हुए यह सहयोग भारत में स्कूल जाने वाले बच्चों के बीच वॉश में सुधार, सामाजिक विकास एवं कल्याण योजनाओं पर केंद्रित है।

अपने पहले चरण में इस प्रोग्राम ने परमार्थ गुरुकुल, ऋषिकेश के साथ साझेदारी की है। इस चरण में यह पार्टनरशिप प्रोग्राम संरचनागत संशोधनों के साथ विद्यार्थियों के लिए हैंडवॉशिंग स्टेशंस की पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित है ताकि संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित हो। इस साझेदारी के अभियान के बारे में, श्री रवि भटनागर, डायरेक्टर, एक्सटर्नल अफेयर्स एवं पार्टनरशिप्स, रेकिट बेंकाईज़र हैल्थ एएमईएसए ने कहा, ‘‘डेटॉल में हमारा यकीन है कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन की उत्प्रेरक है और यह युवा बच्चों के सशक्तीकरण के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। हम चाहते हैं कि जब स्वच्छ जल की उपलब्धता और बच्चों के लिए स्वच्छता एवं हाईज़ीन बनाए रखने और उन्हें शिक्षा प्रदान करने की बात हो, तो कोई भी बच्चा बचा न रह जाए। बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए डेटॉल बीएसआई ने ‘’स्वच्छता की पाठशाला‘’ प्रस्तुत किया है, यह अपनी तरह का अलग वॉश करिकुलम है, जिसका उद्देश्य बच्चों के लिए सुरक्षित व सेहतमंद वातावरण प्रदान करना है।

इस सहयोग को स्वीकार करते हुए, पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती, को-फाउंडर/चेयर, ग्लोबल इंटरफेथ वॉश अलायंस, प्रेसिडेंट, परमार्थ निकेतन (ऋषिकेश) ने कहा, ‘‘हम सभी जानते हैं कि गुरुकुल एजुकेशन सिस्टम भारत में सबसे ज्यादा पवित्र एवं युगों पुरानी व्यवस्था है। परमार्थ गुरुकुल में हमारा उद्देश्य बच्चों को गहन, मूल्य आधारित, पारंपरिक ज्ञान तथा खाने, पानी और आवास की मौलिक जरूरतें प्रदान करता है। साथ ही हम बच्चों का समग्र विकास करना चाहते हैं। इसलिए डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया एवं प्लान इंडिया के साथ हमारी साझेदारी आज के बच्चों और भविष्य के लीडर्स के बीच सेहतमंद और सकारात्मक आदतों का विकास करने में मुख्य भूमिका निभा सकती है।

श्री मोहम्मद आसिफ, एक्ज़िक्यूटिव डायरेक्टर, प्लान इंडिया ने कहा, ‘‘प्लान इंडिया बच्चों के अधिकारों एवं विकास तथा भारत में लैंगिक समानता लाने के लिए सिविल सोसायटी संगठनों और सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी प्राथमिकता है कि गरीब व नाजुक परिवारों की लड़कियों एवं लड़कों को सपोर्ट कर उन्हें समर्थ बनाएं तथा सरकारी योजनाओं एवं कल्याण कार्यक्रमों के विभिन्न फायदे व सुरक्षा जाल उन्हें उपलब्ध हों। कोविड-19 महामारी ने भारत के सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 253 मिलियन से ज्यादा स्कूली बच्चों की शिक्षा व अध्ययन में रुकावट पैदा की और अब सामान्य स्थिति बहाल करना आवश्यक है। यह सर्वस्वीकृत है कि पाईप्ड वॉटर सप्लाई, हैंडवॉशिंग के लिए साबुन, मास्क पहनना एवं सोशल डिस्टैंसिंग की आदत कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए आवश्यक है। हमें आरबी एवं परमार्थ गुरुकुल की इस पार्टनरशिप की खुशी है, जिसका उद्देश्य स्कूल के बच्चों के व्यवहार में परिवर्तन द्वारा प्रिवेंटिव हैल्थ उपायों को मजबूत करना है। हम स्कूल के बुनियादी ढांचे में सुधार कर सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वो विद्यार्थियों के लिए सुरक्षित हों। साथ ही हम सभी स्कूली टीचर्स एवं स्टॉफ के अन्य सदस्यों की क्षमता निर्माण में संलग्न हो रहे हैं ताकि स्कूल स्वास्थ्य की सर्वश्रेष्ठ विधियां अपनाकर लाभप्रद बने रहें। इस प्रोजेक्ट ने स्कूल के बुनियादी ढांचे में भौतिक परिवर्तन किए हैं, जिससे स्कूल संक्रमण से ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित होंगे। यह विस्तृत करिकुलम सुनिश्चित करेगा कि टीचर्स एवं स्टाफ संचालन एवं संचालन के मेंटेनेंस की क्षमताओं से युक्त हों। स्कूल टीचर्स के क्षमता निर्माण एवं प्रशिक्षण में वृद्धि के प्रयास किए जाएंगे, ताकि करिकुलम ज्यादा प्रभावशाली बनें। व्यवहार में परिवर्तन लाने वाले संचार के एक्टिवेशन के तहत, डेटॉल बीएसआई की योजना अपने हाईज़ीन एवं स्वच्छता के करिकुलम को भारत के विभिन्न राज्यों में 7 करोड़ से ज्यादा स्कूलों एवं 6 लाख मदरसों और गुरुकुलों तक ले जाने की है।


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