एग्रीवाइज ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ को-लेडिंग अनुबंध किया

◆ किसान और कृषि-समुदाय को मिलेगा एग्रीफाइनेंस

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 9 दिसंबर  2021, मुंबई। भारत के सबसे तेजी से बढ़ते कृषि-केंद्रित एनबीएफसी में से एक एग्रीवाइज फिनसर्व लिमिटेड ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ एक को-लेंडिंग अनुबंध किया है। गौरतलब है कि कृषि ॠण वितरण के मामले में कृषि प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। दोनों के बीच इस को-लेंडिंग अनुबंध से किसान, कृषि और संबंधित समुदाय को सरल, पारदर्शी और त्वरित तरीके से सस्ती दरों पर फाइनेंस मिल सकेगा। को-लेडिंग लोन्‍स के मामले में आरबीआई के निर्देश के अनुसार मिश्रित ब्याज दरों पर लोन वितरित किया जाएगा।

एग्रीवाइज के चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर कल्पेश ओझा ने कहा, “ग्रामीण भारत में स्थायी वित्तीय समाधान की दिशा में हमारी यात्रा में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी करना बहुत गर्व और प्रतिष्ठा की बात है। हम अपने पोर्टफोलियो को कम सेवा वाले और वंचित पहुंचने वाले ग्रामीण ग्राहक क्षेत्रों में विस्तारित करने और अपने वर्तमान ग्राहकों को अपनी पेशकश बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम उन साझेदारियों का लाभ उठाना चाहते हैं, जो हमारी पहुंच की ताकत और बैंकों के साथ ग्राहकों की जानकारी को कम लागत वाले फंड्स में लाती हैं। इसके साथ हमारी मजबूत तकनीकी बुनियाद हमें अपने उत्पाद और समाधान को सहज, पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से वितरित करने के लिए ग्राहकों से संबंधित अनूठी जानकारी प्राप्त करने में मदद कर रही है।

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक राजीव पुरी ने कहा, "हम कृषि क्षेत्र को ॠण देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि प्रॉयॉरिटी सेक्‍टर लेंडिंग हमारे किसान समुदाय को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। इस गठजोड़ के साथ हम ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में ग्राहकों के बड़े समूह तक गहराई से पहुंचना चाहते हैं। कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से निपटने में अपने विशेष ज्ञान और अनुभव के साथ एग्रीवाइज हमें ग्राहकों के व्यापक समूह की सेवा करने में सक्षम बनाएगा।

वित्त वर्ष 21 में एग्रीवाइज ने 1,250 करोड़ रुपये से अधिक का लोन वितरित किया है। इसके साथ ही कृषि और संबद्ध क्षेत्र में 3000 से अधिक का ग्राहक आधार लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीण सशक्तिकरण और भारतीय रिजर्व बैंक के को-लेंडिंग मॉडल (सीएलएम) पर भारत सरकार के ध्यान के अनुरूप, कंपनी ने कृषि-समुदाय को किफायती ऋण प्रदान करने के लिए को-लेंडिंग बिजनेस के लिए एक समर्पित विभाग की स्थापना की है। कंपनी भारतीय किसान को नए-नए उत्पादों और डिजिटलीकरण के माध्यम से अपनी निधि आवश्यकताओं को पूरा करके कृषि उद्यमियों (एग्रीप्रेन्‍योर्स) में बदलना चाहती है। नतीजतन, कंपनी आज भारतीय किसान और कृषि-समुदाय के लिए सबसे भरोसेमंद 'वन-स्टॉप' प्लेटफॉर्म में से एक है।

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