कोरोनरी हृदय रोग भारत सहित लगभग सभी देशों में मृत्यु का सबसे बड़ा आम कारण : डॉ. बिमल

शब्दवाणी समाचार मंगलवार 22 अक्टूबर 2019 नई दिल्ली। कोरोनरी हृदय रोग भारत में और साथ ही लगभग सभी देशों में मृत्यु का सबसे घातक और सबसे आम कारण है। भारत में आज भी लगभग 8 से 10 करोड़ (80-100 मिलियन) हृदय रोगी हैं। हार्ट अटैक के हर दिन 9000 से अधिक लोग मरते हैं - जो हर 10 सेकंड में एक होता है। यह बात  नई दिल्ली  स्थित साओल हार्ट सेंटर के संस्थापक और निदेशक डॉ. बिमल छाजेड ने एक  सेमिनार  में कहीं । उन्होंने बतया  कि दुर्भाग्य से हृदय रोगियों की संख्या अब भी तेजी से बढ़ रही है। जहां तक कार्डियोलॉजी का संबंध है यह विफलता का मामला है।
डॉ. बिमल छाजेड केअनुसार इस विफलता का कारण इस तथ्य से उपजा है कि हृदय रोग विशेषज्ञ और हृदय अस्पताल लोगों को यह समझने में असफल हो रहे हैं कि हृदय रोग का कारण गलत आहार,अधिक तनाव, गलत आदतें और व्यायाम की कमी जैसे जोखिम कारक हैं। उनका ध्यान बाईपास सर्जरी, एंजियोप्लास्टी और स्टेंट, दवाओं द्वारा इलाज पर है - ये सभी हृदय रोग के वास्तविक कारणों को दूर नहीं करते हैं। हमारा देश कोरोनरी हृदय रोग जैसी महामारी की ओर जा रहा है। साओल (साइंस और आर्ट ऑफ लिविंग) कोरोनरी हृदय रोग के इस महामारी का वास्तविक उदाहरण है। इसका मुख्य जोर आहार और जीवन शैली में परिवर्तनसे हृदय रोग का इलाज है - हृदय रोगियों की शिक्षा। हृदय रोग के गैर-आक्रामक उपचार के लिए रोगी की शिक्षा, शून्य तेल खाना पकाने, तनाव प्रबंधन प्रशिक्षण, योगऔर व्यायाम का उपयोग करता है। एलोपैथिक दवाओं के साथ इष्टतम चिकित्सा प्रबंधन इसके अतिरिक्त किया जाता है। यह अब वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि इस प्रक्रिया से हृदय रोग का सफल उपचार हो रहा है।  




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