सभी को मिले खेलने का अधिकार - भारतीय कुश्ती संघ
शब्दवाणी समाचार शनिवार 05 अक्टूबर 2019 नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह द्वारा चयन प्रक्रिया को सभी के लिए एक समान सरल व सुगम बनाने के लिए कई बदलाव किए गए जिससे हर व्यक्ति को खेलने का अधिकार मिल सके इससे पहले विश्व बेटा कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेने वाले पहलवानों के बारे में किसी को जानकारी नहीं मिलती थी यह दूसरा मौका है जब भारतीय कुश्ती महासंघ ने विश्व वेटरन्स कुश्ती चैम्पियनशिप की चयन प्रक्रिया को सार्वजनिक करते हुए पूरे देश के योग्य पहलवानों से आवेदन प्राप्त कर टीम को चयनित करने का कार्य किया है। इससे पहले पिछले वर्ष 2018 में विश्व वेटरन कुश्ती चैंपियनशिप मैसिडोनिया के दौरान भी भारतीय कुश्ती टीम का चयन करने में सभी को सार्वजनिक रूप से आवेदन प्राप्त कर शामिल किया गया था ।
प्रसिद्ध फिल्म दंगल के लिए मिस्टर परफेक्शनिस्ट एक्टर आमिर खान के साथ महिला अभिनेत्रियों को कुश्ती के गुर सिखाने वाले व भारतीय महिला कुश्ती टीम के कोच कृपाशंकर बिश्नोई ने बताया यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने विश्व वेटरन कुश्ती चैंपियनशिप को उम्र के दायरे में बांधा है इसके लिए पांच डिविजन 'ए' 'बी' 'सी' 'डी' 'ई' के द्वारा अलग अलग उम्र से विभाजित किया है जैसे (35 से 40 वर्ष "ए' डिवीजन), (41 से 45 वर्ष 'बी' डिवीजन), (46 से 50 वर्ष 'सी' डिवीजन), (51 से 55 वर्ष 'सी' डिवीजन), (56 से 60 वर्ष 'ई' डिवीजन)
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