आईजीएनसीए में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा
शब्दवाणी समाचार शुक्रवार 01 नवंबर 2019 नई दिल्ली। चूंकि नॉर्थ-ईस्ट (उत्तर पूर्व) 220 से ज्यादा जातीय भाषाएं बोलने वाली जनजातीय और उप जनजातियों का घर है इसलिए नॉर्थ-ईस्ट फेस्टिवल (एनईएफ) के सातवें संस्करण में इन राज्यों की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाया जाएगा। इसमें धीरे-धीरे गायब हो रही क्षेत्र की कबीलाई भाषाओं के प्रति जनजागरूकता जगाई जाएगी। इसके लिए कबीलों की भाषा बोलने के विशेषज्ञ फेस्टिवल में एक वर्कशॉप का आयोजन करेंगे। इस वर्कशॉप में बैले और कई शानदार कलाकृतियों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
देश की राजधानी में आईजीएनसीए के हरे-भरे घास के मैदानों पर यह सालाना फेस्टिवल 8 नवंबर से शुरू होगा। इसका उद्घाटन खेल और युवा मामलों के माननीय मंत्री श्री किरण रिजिजू की ओर से किया जाएगा। इस तीन दिवसीय समारोह में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू, नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो और केंद्रीय राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली और कई अन्य सम्मानित अतिथि भी मौजूद रहेंगे। फेस्टिवल मैं उत्तरपूर्वी राज्यों के असली और शानदार हैंडलूम प्रॉडक्ट्स के 100 क्राफ्ट स्टॉल भी लगाए जाएंगे। नॉर्थ ईस्ट टेक्सटाइल्स पर खरीदारों और विक्रेताओं की एक बैठक कराई जाएगी, जिसमें उत्तरपूर्व के स्थानीय वस्त्र निर्माताओं को पूरे देश में बढ़ते हुए टेक्सटाइल मार्केट और उनकी जरूरतों की जानकारी दी जाएगी। एडीटीओआई और पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से नॉर्थ ईस्ट टूरिज्म रोड शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 100 से ज्यादा टूर ऑपरेटर शामिल होंगे। उत्तरपूर्वी राज्यों में व्यापार और वाणिज्य विषय पर बहुपक्षीय वार्ता आयोजित की जाएगी, जिसमें विभिन्न देशों के दूतावास के प्रतिनिधि और विशेषज्ञ शामिल होंगे।
फेस्टिवल में 40 से ज्यादा फूड स्टॉल लगाए जाएंगे, जिसमें उत्तरपूर्वी राज्यों के स्वादिष्ट और मजेदार व्यंजनों को पेश किया जाएगा। समारोह में होने वाले फैशन शोज में 20 डिजाइनर अपने शानदार कलेक्शन की झलक दर्शकों के सामने पेश करेंगे। फेस्टिवल में दिल्ली के कॉलेजों के बीच रॉक म्यूजिक का मुकाबला होगा। यही नहीं, इसमें नॉर्थ ईस्ट और दिल्ली के रॉक बैंड के बीच सुरीली जंग देखने को मिलेगी। इस तीन दिवसीय इवेंट में नॉर्थ ईस्ट के कई मशहूर गायकों और डांसरों को भी पेश किया जाएगा, जिसमें विपुल छेत्री, जुबिन गर्ग, पापोन, फ्रिस्की पिंट्स,आईलैंड वारियर, मैक हीम एंड फ्रेंड्स समेत अन्य ब्रैंड्स से दर्शकों को रूबरू कराया जाएगा। इसके अलावा फेस्टिवल में कई उभरते हुए स्थानीय कलाकारों को पेश किया जाएगा। समारोह में मौजूद ये सभी कलाकार बॉलीवुड के मशहूर गानों और लोकसंगीत से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेंगे।
नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल (एनईएफ) के प्रमुख आयोजक श्री श्यामकानू महंत ने कहा, “उत्तरपूर्वी राज्य का यह फेस्टिवल भारत में पूर्वोत्तर राज्यों की सांस्कृतिक विविधिता को पेश करने और उसके प्रति जनजागरूकता जगाने का हमारा प्रयास है। एनईएफ का सातवां संस्करण 8, 9 और 10 नवंबर को आयोजित किया जाएगा। इसमें उत्तरपूर्वी राज्यों की सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक विरासत की झलक लोगों को देखने को मिलेगी। फेस्टिवल में कला प्रदर्शनी, कबीलाई भाषाओं पर वर्कशॉप, म्यूजिक, डांस और स्थानीय बेमिसाल व्यंजनों का बड़ा कार्निवाल देखने को मिलेगा। यहां शानदार फैशन शोज भी होंगे। इसके अलावा यहां फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिससे इन राज्यों की समृद्ध और सांस्कृतिक विरासत को पेश किया जाएगा। इस फेस्टिवल का मूल उद्देश्य उत्तर पूर्वी राज्यों की अन्य राज्यों से बढ़ रही दूरी को कम करने के लिए पुल बनाना है और सकारात्मकता को बढ़ावा देना है।
श्री महंत ने कहा, “नॉर्थ ईस्ट को साफ हवा और पानी के लिए जाना जाता है। हम स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा देने की शपथ लेते हैं और राज्य में आने वाले पर्यटकों से सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने का आग्रह करते हैं। इस संबंध में जनजागरूकता जगाने के पहले कदम के तहत हम फेस्टिवल में सिंगल यूज प्लास्टिक, जैसे प्लास्टिक की प्लेटें, चम्मच, गिलास का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करेंगे।“
नॉर्थ-ईस्ट फेस्टिवल उत्तरपूर्व के सात राज्यों, जिन्हें सात बहनें कहा जाता है, और एक राज्य, जिसे भाई कहते हैं, के स्वादिष्ट, मजेदार और दिलकश व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए दिल्ली वासियों का वन स्टॉप डेस्टिनेशन है। इस फेस्टिवल में करीब 40 फूड स्टॉल लगाए जाएंगे, जिसमें अलग-अलग तरह के उत्तर पूर्वी व्यंजनों को पेश किया जाएगा। इन व्यंजनों में जैविक जड़ी बूटियों, मसाले, सब्जियों और मीट का परफेक्ट मिक्सचर होता है। यह फेस्टिवल दिल्ली वासियों और मीडिया में उत्तरपूर्वी राज्यों के प्रति सकारात्मक नजरिया लाने में सफल रहा है। इस फेस्टिवल से बड़े पैमाने पर टूरिज्म को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
इस फेस्टिवल में प्रवेश निशुल्क है। फेस्टिवल का समय सुबह 11 बजे से रात के 10 बजे तक रखा गया है।
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