नगरपालिका कर्मचारियों के कूड़ा जलाने से बढ रहा है प्रदूषण
शब्दवाणी समाचार रविवार 10 नवंबर 2019 (आशीष निगम) मौदहा,हमीरपुर। जहां केन्द्र व राज्य सरकारे बढते प्रदूषण पर चिन्तित है व इस पर लगाम लगाने की कवायद कर रही है वहीं एनजीटी भी प्रदूषण के प्रति सख्त रूख अपनाये है तो वहीं कोर्ट भी बढते प्रदूषण पर सरकार को फटकार लगा चुका है व खुले मे कूडा जलाने पर दोषी को 5 हजार रू से 25 हजार रू तक जुर्माना भी र्निधारित है। किन्तु मौदहा पालिका प्रशासन गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुये सभी आदेश र्निदेश को ठेंगा दिखा रहा है। पालिक के सफाई कर्मी सुबह झाडू लगाने के बाद कूडे के ढेर को जलाकर नष्ट करते है जिससे सुबह मार्निग वाक को निकले लोगो को भी भारी कठिनाईयो का सामना करना पड रहा है।
वायू प्रदूषण दिल्ली से होते हुये यूपी मे प्रवेश कर चुका है जिस पर लगाम लगाने के उददेश्य से केन्द्र व राज्य सरकार पालीथीन व थर्माकोल के प्रयोग के प्रति सख्त रवैया अपनाये है किन्तु प्रसासन की लापरवाही व अनदेखी के चलते यह समस्या जस के तस मुह बाये खडी है। कही भी सरकारो के आदेश के पालन का करिश्मा नही नजर आता ह। बल्कि ठीक इसके उलट सफाई कर्मी खुले मे कूडा जलाते और मना करने पर आमजनमानस को हरिजन एक्ट मे फंसाने की धमकी देकर चुप करा देते है , ऐसा लोगो का आरोप है। किन्तु पालिका प्रशासन को सुबह 6 बजे सफाई कर्मियो व क्षेत्र का निरीक्षण करने से उनके वैभव मे बटटा लगने का खतरा है। जबकि आम वृद्व पुरूष और महिलाये जो स्वाथ्स्य लाभ के लिये मार्निग वाक कर नगर के धार्मिक स्थलो से नमाज और प्रभात फेरी को निलकते है । तो कूडे के साथ जलती हुयी पालिथित के धुये की गन्ध से वृद्व महिला पुरूषो का दम घुटने लगता है लेकिन पालिका प्रशासन को न सरकारी आदेश की चिन्ता है और न ही एनजीटी के सख्त दिशा निर्देशो को खौफ है। जिसपर कस्बे के आमजनमानस ने रोक लगाने की मांग की है।
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