चुनौतीपूर्ण था स्क्रिप्ट की जरुरत और व्यावसायिकता के बीच अनोखा संतुलन : पराग छाबरा

शब्दवाणी समाचार शनिवार 25 जनवरी 2020 नई दिल्ली। शुरुआत में पराग ने 4 साल से अधिक समय तक प्रसिद्ध संगीतकार ए.आर. रहमान के लिए संगीत प्रड्यूस किया, विभिन्न राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में उनके साथ प्रदर्शन किया और संगीत रचना तथा उत्पादन के बारे में पर्याप्त ज्ञान प्राप्त कर अंत: अपना स्टूडियो बनाने की राह पर चल पड़े। हाल ही में, इस युवा संगीतकार को अपने बल-बूते पर लव रंजन की नई रिलीज 'जय माता दी’ के टाइटल ट्रैक के लिए खास सराहना मिल रही है।



गाने के लिए बोर्ड पर जाने को लेकर संगीतकार ने कहा -“कुछ समय पहले, मैं निर्देशक नवजोत गुलाटी के संपर्क में था। उन्होंने मुझे स्थिति के बारे में जानकारी देकर ऐसा गीत बनाने के लिए कहा, जो फिल्म में इस्तेमाल किया जा सके। कुछ दिनों के बाद, मैं एक धुन के साथ उनके पास गया, जिसे निर्माता लव रंजन सहित सभी ने पसंद किया और सराहा, जिसके बाद उन्होंने मुझसे एक ऐसे गीत की इच्छा रखी जो फिल्म का टाइटल ट्रैक भी बन सके।
"तो, हमें पूरी तरह से एक नई धुन की कल्पना करनी थी, जो न केवल स्थिति (फिल्म के कथानक) के लिए उपयुक्त होगी, बल्कि इसकी पहचान भी होगी, इस गीत को इस तरह बनाना था कि वह तुरंत फिल्म की वाइब को दर्शकों तक पहुंचा सके|
पराग ने कहा - इसमें काफी समय लगा क्योंकि दोनों विचारों को संतुलित करते हुए - एक स्टैंड-अलोन और स्क्रिप्ट से प्रेरित ऑडियो - मेरे लिए एक चुनौती थी।
उभरते संगीतकार ने 5 महीनों में इस गीत को विभिन्न चरणों में बनाया। पराग ने बताया, टाइटल ट्रैक फिल्म में चरणों में आता है और इसलिए हमने कई भागों में भी इस पर काम किया है। प्रारंभ में, मैंने पहले भाग की रचना की और अप्रूवल के लिए इसे नवजोत (निर्देशक) और लव सर के पास ले गया। फिर यह एडिट टेबल पर गया जहां इसे अपना अंतिम आकार मिला और उसके बाद हमने दूसरे भाग के विचार तैयार किए|
इंदौर से आकर इंजीनियर से संगीतकार बने इस गायक ने हिंदी फिल्म 'आह-वाह ज़िंदगी', वेब श्रृंखला 'बैनड' और एक तेलुगु फीचर फिल्म 'विश यू हैप्पी ब्रेकअप’ में एक स्वतंत्र कलाकार के रूप में काम किया है|
इनकी आगामी परियोजनाओं में एक वेब श्रृंखला 'हैप्पीली एवर आफ्टर' और एक मराठी फिल्म 'Y' शामिल है, जो फिलहाल त्योहारों का दौर कर रही है। ए आर रहमान के बैनर तले, पराग ने 'MOM', 'मोहेंजो दारो', 'वाइसराय हाउस', 'ब्लाइंडेड बाय द लाइट', नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री 'डॉटर ऑफ डेस्टिनी' जैसे  कई अन्य संगीत बनाने में मदद की है।



Comments

Popular posts from this blog

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली एनसीआर रीजन ने किया लेडीज विंग की घोसणा

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

झूठ बोलकर न्यायालय को गुमराह करने के मामले में रिपब्लिक चैनल के एंकर सैयद सोहेल के विरुद्ध याचिका दायर