हमीरपुर में ऊंचे बाजार मूल्य के चलते केंद्र मे नहीं आ रही है मसूर


शब्दवाणी समाचार, बुधवार 20 मई  2020, (आशीष निगम), हमीरपुर। कस्बे मे लम्बे इ़तजार के बाद शुरू हुए दलहन खरीद केंद्र मे अभी तक संसाधनों के आभाव में तिलहन की खरीद शुरू नही हो सकी है।खरीद केंद्र के संचालक रवि शिवहरे ने बताया कि अभी तक लाही के लिए सरकार की ओर से बारदाना उपलब्ध नहीं कराया गया है।इसलिए केंद्र में लाही की खरीद नही हो सकी है।जबकि मसूर की कीमत मण्डी मे ऊंची होने के कारण किसानो का केंद्र मे मसूर बेचने से मोहभंग हो गया है।और किसान खरीद केंद्र की अपेछा बाहर मसूर बेचना उचित समझ रहा है।बताते चलें कि सरकारी खरीद केंद्र में क्षेत्रीय किसान अपनी दलहन और तिलहन की उपज बेचने के लिए इंतजार कर रहे थे।
और सरकारी समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेचना चाहते थे।जबकि बुण्देल खण्ड की जलवायु को देखते हुए इस क्षेत्र में रबी की फसल जल्दी तैयार हो जाती है।लेकिन इसबार कोरोना के कारण गेंहू खरीद केंद्र समय से नही खुल सके जबकि दलहन खरीद केन्द्र भी काफी विलम्ब से खोला गया है।जिसके चलते इसबार क्षेत्र में आई रुक रुक कर आंधी और बारिश के कारण किसानो ने अपनी उपज को सीधे मंण्डी न लाकर अपने घरो मे ले जाना ही उचित समझा था।बताते चलें कि इसबार सरकार ने चना के लिए 4875₹/प्रति कुंतल,मसूर के लिए 4800₹/कुंतल और सरसों के लिए 4425₹/कुंतल की दर से समर्थन मूल्य घोषित किया है।वहीं केंद्र प्रभारी रवि शिवहरे ने बताया कि खरीद आरंभ हो गई है।और हम किसानो को पानी,छांव और भी तमाम तरह की सुविधाएं देने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।और सभी किसानो की उपज का मूल्य सीधे उनके खाते में भेजा जाएगा।ताकि किसी किसान को भी परेशानी नहीं हो।लेकिन आज किसानो के खरीदे हुए माल की पहली खेप भेजी जा रही है इसके बाद ही उनके खाते मे बेची हुई उपज की धनराशि आयेगी।और खरीद केंद्र आरंभ होने के पांचवे दिन आज तक लगभग एक दर्जन किसानो की ढाई सौ कुंतल चने की तौल की जा चुकी है।




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