परी ने अपनी महिला कर्मचारियों के लिए 'पीरियड लीव' पॉलिसी की घोषणा किया 

शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 26 मई 2020, नई दिल्ली। सैनिटरी नैपकिन का भारतीय स्वदेशी ब्राण्ड परी माहवारी के दौरान हाइजीन को महत्व देता रहा है। ब्राण्ड के अनुसार सैनिटरी पैड महिलाओं के लिए असेन्शियल है और परी उन महिलाओं तक सैनिटरी पैड पहुंचाने के लिए प्रयासरत है, जिन्हें इनकी सबसे ज्यादा जरूरत है। अपने अभियान #SheFirst #PadsAreEssential के माध्यम से परी ने महिलाओं से जडे इस विषय पर चर्चा शुरू की है। यह अभियान बताता है कि महिलाएं हमारे समाज की रीढ़ हैं और उनकी जरूरतों को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है। कंपनी का मानना है कि समय आ गया है कि हर महिला अपनी जरूरतों को प्राथमिकता देना शुरू करे और माहवारी के दौरान अपने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दे ।




इसी चर्चा को आगे बढ़ाते हुए तथा #SheFirst के लिए ब्राण्ड की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए विश्व माहवारी दिवस के मौके पर परी, मानव संसाधन के क्षेत्र में अपनी तरह की पहली उपलब्धि लेकर आया है। परी ने अपने सभी महिला कर्मचारियों के लिए पीरियड लीव (माहवारी के दौरान छुट्टी) की घोषणा की है परी ने महिलाओं तक सैनिटरी पैड पहुंचाने के लिए अपने अभियान #SheFirst #PadsAreEssential की शुरूआत की और अब वे इस अभियान को महिलाओं के कार्यस्थल तक लेकर जाना चाहते हैं। ऑफिस वह स्थान है, जहां महिलाएं अपना सबसे ज्यादा समय बिताती हैं। परी महिलाओं की भावनात्मक एवं शारीरिक असहजता को समझता है जिसका सामना वे अक्सर माहवारी के दौरान करती हैं। ब्राण्ड हमेशा से पीरियड्स से जुड़े इन मुद्दों पर चर्चा करता रहा है, फिर चाहे वह हैवी फ्लो हो या कैम्प्स या पीएमएस।
परी के स्टाफ में तकरीबन 40 फीसदी महिला कर्मचारी शामिल हैं, कंपनी के कॉर्पोरेट स्टाफ में भी 80 फीसदी महिलाएं हैं। ये सभी महिलाएं इस नई पॉलिसी से लाभान्वित होंगी, जिसके तहत अगर वे चाहें तो हर महीने एक दिन की पीरियड लीव ले सकेंगी। यह अनिवार्य छुट्टी नहीं है, इसे लेने या न लेने के तरह से कर्मचारी पर निर्भर करता है। इसके अलावा यह पॉलिसी सिर्फ कॉर्पोरेट ऑफिस स्टाफ तक ही सीमित नहीं है बल्कि अन्य सभी क्षेत्रों और युनिट्स में काम करने वाली महिलाएं भी इसका लाभ उठा सकती हैंप्रबंधकीय एवं कॉर्पोरेट स्टाफ की महिलाएं इस दिन घर से काम करने का विकल्प भी चन सकती हैं, जबकि फैक्टरी एवं ऑन ग्राउण्ड सेल्स स्टाफ की महिलाओं के लिए यह पेड लीव होगी।
पीरियड लीव की इस घोषणा के साथ परी ने एक वीडियो “Keep It Real #PareePeriodLeave" भी पेश किया है, जिसमें उनके कर्मचारियों की भावनाओं को दर्शाया गया है। यह एक प्रगतिशील कदम है जो पीरियड्स के दौरान महिलाओं के सामने आने वाली शारीरिक एवं भावनात्मक समस्याओं को कुछ सहज बनाएगा। यह इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि कैसे कॉर्पोरेट सेक्टर अपने महिला कर्मचारियों के लिए कार्यस्थल को अधिक अनुकूल बना सकता है। कार्यस्थल पर पीरियड लीव, सैनिटरी पैड डिस्पेंसर और माहवारी हाइजीन मेडिकल किट जैसे प्रयास इस दिशा में सही कदम हैं। माहवारी के दौरान असहज महसूस करना या हाइजीन महिलाओं के लिए आम समस्या है और समय आ गया है कि हम इसे समझें।
साहिल धारिया- सीईओ एवं संस्थापक, परी ने गर्व से कहा, "मैं अपने महिला कर्मचारियों के लिए पीरियड लीव के पक्ष में हूं, अगर वे चाहें तो इसका लाभ उठा सकती हैं। यह छुट्टी लेना या न लेना पूरी तरह से महिलाओं का अपना फैसला है। महिलाएं हमारे सामाजिक-आर्थिक वातावरण का केन्द्र हैं और हमें उनके मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। पीरियड लीव, परी जैसे संगठन की ओर से एक आहवान है जो विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में बदलाव की शुरूआत करेगा। हम माहवारी के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य और हाइजीन से जुड़े इस मंच को बड़े पैमाने पर लाना चाहते हैं और हमें एक साथ मिलकर समाज के इस मुद्दे को समझना होगा।
यह माहवारी के दौरान महिलाओं के स्वास्थ्य एवं हाइजीन से जुड़े सामाजिक मुद्दों की दिशा में ब्राण्ड की अनूठी पहल है। परी एक महिला-उन्मुख ब्राण्ड है। ब्राण्ड के कुल कार्यबल में 40 फीसदी महिलाएं शामिल हैं, कॉर्पोरेट ऑफिस स्टाफ में 80 फीसदी महिलाएं हैं तथा सीईओ की डायरेक्ट मैनेजमेन्ट टीम में भी 64 फीसदी महिलांए है। 



 


Comments

Popular posts from this blog

22 वें ऑल इंडिया होम्योपैथिक कांग्रेस का हुआ आयोजन

आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रमुख राजनीतिक पार्टी सिंधी समाज को भी अपना उम्मीदवार बनाए : अंजलि तुलस्यानी

सेंट पीटर्स कॉन्वेंट विद्यालय ने अपना वार्षिकोत्सव मनाया