परी की ओर से बेहतरीन सैनिटरी पैड जो महिलाओं की तकलीफ को करेगा दूर


शब्दवाणी समाचार, शनिवार 25 जुलाई 2020, नई दिल्ली। जहां एक ओर मानसून तेज गर्मी से राहत देता है, वहीं दूसरी ओर महिलाओं के लिए माहवारी के दिनों में इन्फेक्शन, रैश और तकलीफ का कारण बन सकता है। माहवारी के दौरान हाइजीन की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सैनिटरी नैपकिन ब्राण्ड परी बेहतरीन प्रोडक्ट हैवी फ्लो चैम्पियन लेकर आया है, जो हैवी फ्लो के दिनों में आपको गीलेपन का अहसास नहीं होने देगा। ज्यादातर महिलाओं को पीरियड्स की शुरूआत में हैवी फ्लो होता है, साथ ही इस दौरान उन्हें शारीरिक एवं मानसिक तकलीफ का सामना भी करना पड़ता है
एवं मानसिक तकलीफ का सामना भी करना पड़ता हैहैवी फ्लो के लिए अब तक बाजार में कोई उचित समाधान उपलब्ध नही है, इसीको ध्यानमें रखते हुए परी ने अपने आधुनिक प्रोडक्ट-हैवी फ्लो चैम्पियन को बाजार मे उतारा। भारत का यह एकमात्र प्रोडक्ट 3 सैकण्ड एब्जर्जाब्शन टेक्नोलॉजी के साथ आता है।
सैकण्ड एब्जर्जाब्शन टेक्नोलॉजी के साथ आता है। माहवारी के दौरान हाइजीन की जरूरत को ध्यान में रखते हुए परी एर्जाशन टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है।परी लैबोरेटरी में जांच के बाद ऐसे बेहतरीन गुणवत्ता के सेनिटरी पैड पेश करता है जो 3-सैकण्ड क्विक एब्जॉर्शन टेक्नोलॉजी के साथ गीलेपन का अहसास तक नहीं होने देते। परी के ये सैनिटरी पैड उमस भरे मौसम मे भी महिलाओं को आरामदायक अनुभव प्रदान करते हैं। इस आधुनिक प्रोडक्ट मे अनूठे चैनल फ्लो और कोरफोर्मेशन का इस्तेमाल किया जाता है, जो हैवी फ्लो के दिनो मे भी क्विक एर्जाशन के साथ गीलेपन का अहसास नहीं होने देता |भारत में अपनी तरह का पहला यह पैड मुलायम टॉप लेयर के साथ आता है, जिसे खासतौर पर स्पन बोंडनॉन-ववनफैब्रिक से तैयार किया गया है। इसकी परफोरेटेड शीट 3 सैकण्ड के अंदर एब्र्जाप्शन कर रैश से रहित आरामदायक अनुभव प्रदान करती है।



साहिल धारिया, संस्थापक एवंसीईओ, परी ने कहा, हम भारतीय महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपने प्रोडक्ट डिज़ाइन करते हैं।पीरियड्स के दौरान, खासतौरपर मानसून के मौसम में महिलाओं को ज्यादा तकलीफ कासामना करना पड़ता है।इस मौसम में हैवी फ्लो के दिनो मे रेगुलर सैनिटरी पैड उनकी ज़रूरतों को पूरा नही कर सकता।परी एक प्रगतिशील ब्राण्ड है, जो महिलाओं की ज़रूरतो को समझता है और इसीलिए हैवी फ्लो चैम्पियन लेकर आया है, जो आज की आश्वस्त एवं परिपक्व महिला की ज़रूरतो को पूरा कर सके।हमारा मानना है कि पीसीओडी, पीएमएस और हैवी फ्लो ऐसे मुद्दे हैं जिनपर ध्यान देने की ज़रूरत है, इनकी अनदेखी करने के बजाए इनके लिए उचित समाधान लाने की आवश्यकता है।
हैवी फ्लो चैम्पियन के वादे पर खरा उतरने के लिए परी सैनीटरी पैड ने अपने नए टीवी विज्ञापन में डमी ब्लू फ्लूड का इस्तेमाल नही किया है बल्कि वास्तविकता के करीब रहते हुए महिलाओं के साथ जुड़ने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा एक प्रगतिशील और आधुनिक कंपनी होने के नाते, कम्युनिकेशन में पीरियड से जुड़ी वास्तविकताओं को बताया गया है, इसके बारे में फुसफुसाने के बजाए “हैवी फ्लो' शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।



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