पत्रकार विक्रम जोशी के परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा की मांग


शब्दवाणी समाचार, वीरवार 23 जुलाई 2020, नई दिल्ली। गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या करना प्रदेश की ध्वस्त  कानून व्यवस्था का प्रमाण है। भांजी से छेड़छाड़ का विरोध करना उनके लिए जानलेवा साबित हुआ। गाजियाबाद पुलिस ने सही समय पर मामले को गंभीरता पूर्वक लेकर कार्यवाई की होती तो शायद पत्रकार की जान नहीं गई होती। जब पत्रकार ही सुरक्षित नहीं हैं उत्तरप्रदेश में फिर आम आदमी की सुरक्षा का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। पत्रकार की हत्या का मतलब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की हत्या ।
 मुख्य आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर सभी आरोपियों पर सख्त कार्यवाई की जाए। जिन अपराधियों को जेल की सलाखों के अंदर होना चाहिए था वह बेखौफ सड़क पर घूम रहे हैं और जब चाहते हैं आम आदमी को अपना शिकार बना लेते हैं। पूरे प्रदेश में रोजाना हत्या, लूट, बलात्कार के मामले घटित हो रहे हैं और सरकार तमाशबीन बनी हुई है। योगी सरकार कानून व्यवस्था कायम रखने में पूरी तरह विफल हो गई है। समाजवादी पार्टी सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये मुआवजा , सरकारी नौकरी, बच्चों की पढ़ाई व परिवार की सुरक्षा की मांग करती है। दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि ईश्वर परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।




Comments

Popular posts from this blog

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली एनसीआर रीजन ने किया लेडीज विंग की घोसणा

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

झूठ बोलकर न्यायालय को गुमराह करने के मामले में रिपब्लिक चैनल के एंकर सैयद सोहेल के विरुद्ध याचिका दायर