एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर


शब्दवाणी समाचार, शनिवार 19 सितम्बर 2020, मुंबई। एनएसई पर 30 जून, 2020 तक एक्टिव क्लाइंट्स के मामले में भारत में सबसे बड़े रिटेल ब्रोकिंग हाउसों में से एक (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट) एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड (“कंपनी”) का 10 रुपए अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयर का इनिशियल पब्लिक ऑफर (“इक्विटी शेयर” और इस तरह का इनिशियल पब्लिक ऑफर “ऑफर”) 22 सितंबर 2020 को जनता के लिए पेश होगा। यह ऑफर 24 सितंबर 2020 को बंद होगा। ऑफर के लिए प्राइज बैंड 305 रुपए से 306 रुपए प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है।
कंपनी के 6,000.00 मिलियन रुपए के कुल इनिशियल पब्लिक ऑफर में कंपनी के इक्विटी शेयरों में 3,000.00 मिलियन रुपए के फ्रेश इश्यू (“फ्रेश इश्यू”) और 3,000.00 मिलियन रुपए के ऑफर फॉर सेल (“ऑफर फॉर सेल”) शामिल होगा। ऑफर ऑफ सेल में अशोक डी. ठक्कर द्वारा 183.35 मिलियन रुपए और सुनीता ए. मंगानी (दोनों मिलाकर “प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर”) और 1,200.02 मिलियन रुपए के आईएफसी (“इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर”) और 1,571.63 मिलियन रुपए के इंडिविजुअल सेलिंग शेयरहोल्डर (प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर और इन्वेस्टर सेलिंग शेयरहोल्डर मिलाकर “सेलिंग शेयरहोल्डर्स”) (फ्रेश इश्यू के साथ ऑफर फॉर सेल कुल मिलाकर “ऑफर”) शामिल है।


●      प्राइज बैंड 305 रुपए से 306 रुपए तक प्रति इक्विटी फिक्स किया है जिसका अंकित मूल्य 10 रुपए रहेगा
●      22 सितंबर से 24 सितंबर 2020 तक यह ऑफर खुला रहेगा



न्यूनतम 49 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगाई जा सकती है और उसके बाद 49-49 इक्विटी शेयरों के मल्टिपल्स में बोली लगाई जा सकती है। इस ऑफ़र में ऑफर किए गए इक्विटी शेयरों को बीएसई लिमिटेड और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ("एनएसई") पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है। ऑफ़र के उद्देश्य के लिए एनएसई डेजिग्नेटेड स्टॉक एक्सचेंज है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड, एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड ऑफरके लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स ("बीआरएलएम") हैं। प्रतिभूति संविदा (विनियमन) नियम, 1957 के नियम 19(2)(बी)(ii) संशोधित ("एससीआरआर") के अनुसार ऑफर में जारी इक्विटी शेयर कंपनी की पोस्ट-ऑफर इक्विटी शेयर कैपिटल (ऑफर मूल्य पर कैल्कुलेट की गई) का कम से कम इतना प्रतिशत होगा कि  जो कम से कम 4,000 मिलियन रुपए का होगा। यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (पूंजी और प्रकटीकरण आवश्यकताओं के मुद्दे) विनियम, 2009 के विनियमन 26 (1) के अनुसार पेश किया जा रहा है जिसमें क्वालिफाइड इंस्टि्टयूशनल बायर्स (“क्यूआईबी”) को प्रपोर्शनेट बेसिस पर 50.00% से अधिक ऑफर आवंटित नहीं किया जाएगा।  शर्त यह है कि कंपनी बीआरएलएम के साथ सलाह-मशविरा कर क्यूआईबी पोर्शन का 60.00% तक अपने विवेक पर एंकर इन्वेस्टर्स को आवंटित कर सकती है। इसमें भी एँकर इन्वेस्टर अलोकेशन प्राइज पर या उससे ऊपर एक तिहाई डोमेस्टिक म्युचुअल फंड्स से वैध बोली हासिल की गई हो। इसके अलावा, नेट क्यूआईबी पोर्ट का 5.00% केवल म्यूचुअल फंड के लिए आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और क्यूआईबी शेष के शेष सभी क्यूआईबी बोलीदाताओं (लंगर निवेशकों के लिए अन्य) के लिए आनुपातिक आधार पर म्यूचुअल फंड्स को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, इसके अलावा क्यूआईबी पोर्शन में जो बच जाएगा वह क्यूआईबी बिडर्स (एँकर इन्वेस्टर्स के अलावा) को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा। इसमें म्युचुअल फंड्स शामिल होंगे लेकिन यह तभी होगा जब ऑफर प्राइज पर या उसके ऊपर वैध बोली प्राप्त होती है।



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