20 साल के अनंत को ज़िंदा रह्ने के लिए तुरंत ब्लड स्टेम सेल डोनर की आवश्यकता 



शब्दवाणी समाचार, वीरवार 5 नवंबर 2020, गुरुग्राम। गोरखपुर, यू.पी के 20 साल के अनंत को इस साल जुलाई में एप्लास्टिक एनीमिया का पता चला है, एक बीमारी जिसमें शरीर स्वस्थ रेड ब्लड सेल नहीं बना पाता।उसकी स्थिति का इलाज केवल ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट से किया जा सकता है। वर्तमान में, अनंत ने एंटी-थाइमोसाइट ग्लोब्युलिन प्रक्रिया करवाई, जो कि एक अस्थाई इलाज है और उसे ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट करवाने के लिए उसके HLA से मैच होनेवाले एक स्टेम सेल डोनर की आवश्यकता है।दुर्भाग्य से उसका छोटा भाई और माँ उसके लिए केवल 4/10 मैच हैं जिसका मतलब है कि उसे लंबा और स्वस्थ जीवन जीने के लिए असंबंधित मैचिंग डोनर को तुरंत ढूँढने की आवश्यकता है।   लेकिन, ब्लड स्टेम सेल डोनेशन के बारे में कम जागरूकता के कारण भारत में बहुत कम संभावित डोनर्स रजिस्टर्ड हैं।
अनंत का इलाज करनेवाले फ़िज़ीशियन, डॉ. राहुल भार्गव, डायरेक्टर एंड हेड, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, हेमाटोलॉजी और बीएमटी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट,गुरुग्राम, कहते हैं, “भारत में हर 5 मिनट में किसी को ब्लड कैंसर या एप्लास्टिक एनीमिया या थैलेसीमिया जैसे ब्लड डिसऑर्डर्स का पता लगता है।अनंत जैसे कई मरीज एक जीवन रक्षक ब्लड स्टेम सेल डोनेशन के बिना जीवित नहीं रह सकते और एक स्टेम सेल डोनर की तालाश समय के खिलाफ इस दौड़ की शुरुआत है।ब्लड स्टेम सेल कलेक्शन ब्लड प्लेटलेट डोनेशन के जैसा होता है जहां केवल आपके स्टेम सेल्स लिए जाते हैं। यह एक बहुत ही सुरक्षित, गैर-सर्जिकल आउट पेशेंट प्रक्रिया है।



पैट्रिक पॉल, DKMS BMST फाउंडेशन इंडिया, ने कहा “कोरोना महामारी के बीच हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत में लाखों पेशेंट्स हैं जो अब भी इस तरह के ब्लड डिसऑर्डर्स से लड़ रहे हैं और उन्हें हमारे सपोर्ट की ज़रूरत है।एक सफल स्टेम सेल ट्रांसप्लांट के लिए एक मैचिंग डोनर के स्टेम सेल की आवश्यकता होती है और 70% पेशेंट असंबंधित डोनर्स पर निर्भर होते हैं। हम लोगों को आगे आकर और एक संभावित जीवन रक्षक के रूप में ऑनलाइन रजिस्टर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।“ 
DKMS BMST Foundation India, ब्लड कैंसर और दूसरी रक्त संबन्धित बीमारियों के खिलाफ मुक़ाबला करनेवाला नॉन-प्रॉफ़िट ऑर्गनाइज़ेशन अनंत के लिए पूरे भारत में एक मैचिंग डोनर की खोज कर रहा और एक वर्चुअल ड्राइव लॉंच की है जहां कोई भी ऑनलाइन रजिस्टर करके अनंत जैसे मरीजों की जान बचाने के लिए जीवन रक्षक बन सकता है।रजिस्ट्रेशन की लिंक: www.dkms-bmst.org/ Anant अपील में आगे अनंत कहता है, “बीमारी का पता चलने के बाद मेरा जीवन बहुत बदल गया है, बीमारी  ने मुझे धीमा कर दिया है, लेकिन मैं इस से जीतना चाहता हूँ और ज़्यादा पढ़कर किसी दिन डॉक्टर बनना चाहता हूँ। मैंने कुछ चीजों की लिस्ट बनाई है जिन्हें मुझे अपने जीवन में पूरा करना है। इस वर्चुअल ड्राइव ने मुझे जल्द ही अपने मैचिंग डोनर से मिलने की उम्मीद दी है।
मेडिसिन की पढ़ाई कर के डॉक्टर बनने का अनंत का सपना धुंधला हो रहा है क्योंकि उसके पास समय बहुत कम है। आपका कुछ मिनट का समय उसे जीवन भर लड़ने के लिए मौका दे सकता  है। 



रजिस्ट्रेशन प्रोसेस क्या है?


इसमें रुची रखनेवाले 18 से 50 साल के नागरिक ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर कर सकते हैं: www.dkms-bmst.org/Anant इसमें आपका 5 मिनट का समय लगता है और यह 3 स्टेप की आसान प्रोसेस है।  
स्टेप  1: साइट पर जाएँ, एक ऑनलाइन फोरम भरें और आपको घर पर एक DIY स्वैब किट मिलेगा।  
स्टेप  2: स्वैब किट मिलने के बाद, कनसेंट फोरम भरें और स्वैब किट में दिए गए 3 कॉटन स्वैब्स से अपने गालों के अंदर से टिशू सैंपल लें।
स्टेप  3: दिए गए प्री-पेड़ इन्वेलप में अपना स्वैब सैंपल वापस भेजें। 
DKMS लैबोरेटरी आपके टिशू टाइप का एनालिसिस करेगी और आपके डिटेल्स ब्लड स्टेम सेल डोनर्स की ग्लोबल सर्च में उपलब्ध होंगे। अगर आप एक उपयुक्त डोनर हैं तो DKMS आपसे सीधे संपर्क करेगा। अगर आप एक मैच बनते हैं तो पेरिफेरल ब्लड स्टेम सेल कलेक्शन प्रोसेस जो कि ब्लड डोनेशन के जैसी ही प्रोसेस होती है से आपके रक्त में से केवल स्टेम सेल्स लिए जाएंगे। यह बहुत सुरक्षित गैर-सर्जिकल आउट पेशेंट प्रोसेस है।



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