ओटिपी ने शुरू किया ‘फ्रेशनेस वाली स्टोरी’ और ‘ओटिपी पार्टनर टेल्स’ अभियान



शब्दवाणी समाचार, वीरवार 5 नवंबर 2020, नई दिल्ली। त्यौहारों का मौसम करीब आ चुका है और ऐसे में फार्म टु रिटेल एग्रीटेक स्टार्टअप क्रोफार्म के सोशल कॉमर्स वेंचर ओटिपी ने दो नए अभियान की शुरुआत की है: फ्रेशनेस वाली स्टोरी और ओटिपी पार्टनर टेल्स। यह कैंपेन ओटिपी के कॉन्सेप्ट के कॉन्सेप्ट के इर्द-गिर्द रहेगा और ऐसी महिलाओं की कहानियों को प्रसारित करेगा, जिन्हें प्लेटफॉर्म से जुड़कर काफी फायदा हुआ है और अब वे खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही हैं।
‘फ्रेशनेस वाली स्टोरी’ के माध्यम से प्लेटफॉर्म ग्राहकों को शॉर्ट वीडियो साझा करने का मौका देगा, जिसमें बताया गया हो कि ‘ओटिपी के उत्पाद कितने ताजे हैं’। विजेताओं को ओटिपी वॉलेट में 1 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें प्लेटफॉर्म के सोशल मीडिया हैंडल जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब में भी जगह मिलेगी। यह ईवेंट 19 अक्टूबर, 2020 से शुरु हो चुका है।



वहीं दूसरी तरफ ‘ओटिपी पार्टनर टेल्स’ के माध्यम से प्लेटफॉर्म ऐसी महिलाओं की कहानियां साझा करेगा, जिन्हें प्लेटफॉर्म से जुड़कर काफी फायदा हुआ है और वे अन्य लोगों को ओटिपी परिवार से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। ओटिपी के कारण न सिर्फ महिला प्रोफेशनल और गृहणियों को फायदा हुआ है, जो महामारी के कारण स्थायी कमाई के लिए जूझ रहे हैं, बल्कि उन्हें जो पसंद है उस पर ध्यान केंद्रित कर आंत्रप्रेन्योर बनने के लिए भी प्रोत्साहित किया है।
ओटिपी ने महिलाओं को इस चुनौतीपूर्ण समय में भी अपने परिवार का संचालन करने और आर्थिक मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गुड़गांव स्थित ओटिपी पार्टनर मेघा चावला ने खुद इस बात का अनुभव किया और उनका मानना है कि ओटिपी एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है, जो महिलाओं को ग्राहकों तक उचित दाम में ताजे फल और सब्जियां पहुंचाने में मदद करता है और इसके लिए किसी प्रकार के निवेश और इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता नहीं होती है। दिल्ली से एक अन्य ओटिपी पार्टनर दीपिका गुप्ता ने बताया कि प्लेटफॉर्म ने उन्हें एक साधारण गृहणी से एक सफल बिज़नेस ऑनर बनने में सहयोग किया है और प्रत्येक दिन आगे बढ़ने में मदद की है।



ओटिपी के संस्थापक वरुण खुराना ने कहा कि “हम लोगों की प्रतिक्रिया देखकर काफी खुश हैं, खासकर महिलाएं, जिन्हें हमारे प्लेटफॉर्म से अबतक लाभ हुआ है। उन्होंने न सिर्फ ओटिपी की क्षमता का पूरा लाभ लिया है, बल्कि किसानों को अपने ताजे उत्पादों उचित दाम हासिल करने में मदद की है और ऐसी महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनी हैं, जो अपने परिवार के लिए स्थायी बिज़नेस चाहती हैं या अपना स्वयं का बिज़नेस शुरू कर सफल आंत्रप्रेन्योर बनना चाहती हैं। दोनो ही अभियान इस सोच पर आधारित हैं कि लोगों को ओटिपी पार्टनर बनकर सफलता का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित करें।



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