पहली बार आयोजित वर्चुअल इंडिया ट्वाय फेयर 2021

◆ सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल गाज़ियाबाद की बड़ी भागीदारी

◆ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 27 फरवरी ’21 से 4 मार्च ’21 तक आयोजित फेयर का उद्घाटन किया

◆ वर्चुअल ट्वॉय फेयर में भारतीय खिलौनों की दुनिया के विभिन्न पहलू देखने को मिले

शब्दवाणी समाचार, शुक्रवार 5 मार्च  2021गाज़ियाबाद। एक मजेदार सफर की शुरुआत करते हुए सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल गाजियाबाद ने पहली बार आयोजित वर्चुअल इंडिया ट्वाय फेयर 2021 में भाग लिया। यह 27 फरवरी ’21 से 4 मार्च ’21 तक का आयोजन पहले 2 मार्च 21 तक था लेकिन अपार उत्साह देखते हुए 2 दिन के लिए बढ़ा दिया गया। सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, गाज़ियाबाद भागीदारी के लिए चुने गए पूरे भारत के 22 स्कूलों में शामिल है जिन्हें उनके बनाए खिलौने प्रदर्शित करने का अवसर मिला। ‘आत्मनिर्भर भारत’ और वोकल फॉर लोकल कैंपेन को बढ़ावा देने की दिशा में यह बड़ा कदम है। आयोजन का उद्घाटन करते हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय खिलौनों के दिलचस्प पहलू सामने रखे। उन्होंने बताया कि ये बच्चों का न केवल मनोरंजन करते बल्कि उन्हें वैज्ञानिक सिद्धांतों की दुनिया से रूबरू कराते हैं। प्रधानमंत्री ने पर्यावरण अनुकूल खिलौनों पर जोर दिया जो बच्चों की क्रिएटिविटी बढ़ाएंगे।

पहली बार आयोजित इस डिजिटल एग्जिबिशन और प्लेटफार्म पर ऑडियंस को विभिन्न तरह के खिलौनों को देखने और खरीदने का अवसर मिला। इसमें 1074 एक्जीबिटर और सभी राज्यों  एवं संघीय प्रदेशों के 60 ट्वाय क्लस्टर के खिलौने प्रदर्शित किए गए। वेबिनार, पैनल डिस्कशन/ एक्टिविटी में भागीदारी कर खिलौनों के बारे में सूझबूझ बढ़ाने और इस उद्योग के विभिन्न भागीदारों से जुड़ने का यह बड़ा अवसर था। इस अवसर पर श्रीमती मंजू राणा, प्रिंसिपल व निदेशक, सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल  ने कहा, ‘‘पहली बार खरीदार, विक्रेता, विद्यार्थी, शिक्षक, डिजाइनर आदि इस उद्योग के सभी भागीदार एकजुट हुए हैं। इससे खिलौना उद्योग के संपूर्ण विकास पर संवाद बढ़ने के परिणामस्वरूप भारतीय खिलौना उत्पादन को दूरगामी लाभ मिलेगा। विशाल आयोजन के भागीदार चुनिंदा स्कूलों में एक होना सेठ आनंदराम जयपुरिया के लिए बहुत गर्व की बात है। उन्होंने बताया, ‘‘ऐसे आयोजन का यह महत्व है कि इससे बच्चों की क्रिटिकल थिंकिंग बढ़ती है और वे भागीदारी और मनोरंजन के साथ संपूर्ण क्षमता का विकास करते हैं।

आयोजन का मुख्य आकर्षण 1000 से अधिक स्टॉल का वर्चुअल एग्जिबिशन था। विभिन्न विषयों पर जानकारों के दिलचस्प पैनल डिस्कशन और वेबिनार के साथ ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए गए। खिलौनों से ज्ञानवर्धन, क्राफ्ट प्रदर्शन, प्रतियोगिता, क्विज, वर्चुअल टूअर, प्रोडक्ट लांच जैसे आयोजन भी हुए। शिक्षा क्षेत्र के लिए ज्ञानवर्धक सत्रों का विशेष महत्व था। इनमें विभिन्न विशेषज्ञों ने एनईपी 2020 के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जैसे इनोवेटिव थिंकिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ सीखने की प्रक्रिया को अधिक दिलचस्प और मजेदार बनाने के लिए खिलौना आधारित और एक्टिविटी आधारित ज्ञान अर्जन, इनडोर और आउटडोर गेम, पजल का उपयोग।

Comments

Popular posts from this blog

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली एनसीआर रीजन ने किया लेडीज विंग की घोसणा

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

झूठ बोलकर न्यायालय को गुमराह करने के मामले में रिपब्लिक चैनल के एंकर सैयद सोहेल के विरुद्ध याचिका दायर