अपने निकम्मेपन का उत्सव मनाने वाली देश की पहली योगी सरकार : भूपेंद्र जादौन

शब्दवाणी समाचार, रविवार 21 मार्च 21, (ए के लाल) गौतम बुद्ध नगर। अपने निकम्मेपन का उत्सव मनाने वाली देश की पहली योगी सरकार के 4 साल में किसान, बेरोजगार, आम आदमी बेहाल है. भ्रष्टाचार, बेईमानी के 4 साल का उत्सव मना रही उत्तर प्रदेश सरकार जनता से जुड़े हर मुद्दे पर पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। यह बाते आम आदमी पार्टी के जिला  जिला अध्यक्ष भूपेंद्र जादौन ने शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं।

उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी के 4 साल के कार्यकाल 2017 में किए गए चुनावी वादे और 4 साल में जनता को जरूरी सुविधाओं को दिलाने में नाकामी के लिए जाना जाएगा। इस सरकार ने 2017 में उत्तर प्रदेश के किसानों की आय दोगुनी करने, किसानों की कर्ज माफी और किसानों की फसल का उचित मूल्य दिलाने की बात कही थी। 4 साल में उत्तर प्रदेश सरकार इन सभी वादों को पूरा करने में नाकाम रही है। पश्चिम से लेकर पूर्वोत्तर तक ज्यादातर किसान गन्ने की खेती करते हैं। 4 साल में योगी सरकार ने एक भी रुपए दाम में बढ़ोतरी नहीं की। दूसरी तरफ गन्ना किसानों का हजारों करोड़ का बकाया चीनी मिलों पर है। यह सरकार गन्ना किसानों के बकाए को दिलाने में नाकाम रही। किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने में सरकार की नाकामी के चलते किसानों को अपनी फसल बिचौलियों को हाथ बेचने को मजबूर होना पड़ा। कर्ज माफी का वादा करने वाली इस सरकार के राज में कई किसानों को कर्ज के चलते आत्महत्या करनी पड़ी।

भाजपा के मेनिफेस्टो को बताया जुमला पत्र, दावों और वादों की बिंदुबार खोली पोल: प्रदेश सचिव अशोक कमांडो ने 2017 के घोषणा पत्र के मुताबिक सरकार की नाकामी गिनाते हुए इसे जुमला पत्र बताया। 6 फॉरेंसिक लैब बनाने की बात पर हाथरस की बेटी के साथ हुआ कांड याद दिला कर घोषणा पत्र के सुरक्षा के वादे पर सरकार को घेरा। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मुद्दों पर बिंदुवार चर्चा करते हुए प्रदेश सचिव ने यूपी सरकार की नाकामी की पूरी पोल खोल कर रख दी। किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए किसान हितैषी वादों पर सरकार को घेरा। रोजगार और कानून व्यवस्था पर तथ्यों के साथ योगी सरकार पर करारा वार किया।

युवा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष राहुल सेठ ने रोजगार के मुद्दे पर बोलते हुई कहा कि  सरकार ने जितनी भी वैकेंसी अपने 4 साल के कार्यकाल में निकाली उसकी गलत नीतियों, भर्तियों में भ्रष्टाचार,  आरक्षण की प्रक्रिया ठीक ढंग से पूरा न करने आदि के कारण सभी नियुक्तियां या तो हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है या फिर उसकी जांच हो रही है। इन नियुक्तियों में एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला। दूसरी तरफ सरकारी विभागों में लाखों की संख्या में पद रिक्त हैं। योगी आदित्यनाथ की सरकार 4 साल में खाली पदों को भरने में नाकाम रही और जब इस मांग को लेकर उत्तर प्रदेश का नौजवान आंदोलन करता है तो उसे लाठियां खानी पड़ती हैं। इस सरकार ने किसानों को भी धोखा दिया।

जिला महासचिव व पार्टी प्रवक्ता संजीव निगम ने बताया कि आज की प्रेस कॉफ्रेंस में जिला कार्यकारिणी सदस्य राजेन्द्र तोमर,पंकज अवाना,दीपक प्रतिहार व हर्षित श्रीवास्तव भी मौजूद थे।

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