जत्थेदार साहब सिरसा को करें बर्खास्त : शिअदद

◆ 1984 के दोषियों से मदद अस्वीकार्य

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 13 मई  2021, नई दिल्ली। निवर्तमान डीएसजीएमसी अध्यक्ष एमएस सिरसा अमिताभ बच्चन से मदद राशि लेकर विवादों में घिर चुके है । बच्चन के विवादित बयान "खून का बदला खून" अब भी सिख समुदाय को चुभ रहे है। भड़के सिख प्रतिनिधि,अकालतख्त से सिरसा के इस्तीफे की माँग कर रहे है। इससे और बुरा क्या हो सकता है कि, डीएसजीएमसी 1984 कत्लेआम के दोषियों से अपने गुरुद्वारों में मदद ले रही है। मेडिकल की आधारभूत मदद करने के लिए हम सिख समाज काफी है। हम सभी अपने-अपने स्तर पर सेवा कर रहे है,जिससे महामारी काल से देश को बचाया जा सके। ऐसे मौके पर अपना सीना पीटने को मशहूर बादल के आदमियों को संयम बरतने की जरूरत है। " परमजीत सिंह सरना ने कठोर शब्दो में आलोचना करते हुए कहा।

जत्थेदार साहिब सोचे की यदि राजीव गांधी के करीबी बच्चन अकालतख्त साहिब आते है तो क्या वह उनको सरोपा देंगे ? यदि नही, तो 84 के दोषियों से मदद क्यों?  सरदार सरना ने अकाल तख्त के जत्थेदार, ज्ञानी हरप्रीत सिंह से माँग की ,कि डीएसजीएमसी से एमएस सिरसा को तुरंत निष्कासित किया जाए। जानकारी हो कि, डीएसजीएमसी प्रमुख सिरसा ने अपने ट्विटर एकाउंट से अमिताभ बच्चन से मिले मदद के लिए बड़े शब्दो में बखान किए थे। जवाब में पूर्व-कांग्रेस नेता और अभिनायक ने अपने मदद को गिनाते हुए बताया की पूर्व में स्थापित एमआरआई मशीन भी उन्होंने ही दान की थी। जिसका दिल्ली गुरुद्वारा कमिटी के सिरसा जी ने उस समय अपने नाम से जमकर प्रचार किया था। इस तरह की बयानबाजी और घालमोल -की- सेवादारी से कई सिख प्रतिनिधि भड़क चुके है और मामला विवादस्पद होता दिख रहा है।

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