इंसान खामोश है
शब्दवाणी समाचार, रविवार 9 मई 2021, (धर्मेंद्र) ग़ाज़ियाबाद।
कल इंसान शोर मचा रहा था
कुदरत खामोश थी
आज कुदरत शोर मचा रही है
इंसान खामोश है
वक्त सब का आता है
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