बेअदबी के खिलाफ शिअदद ने रोष प्रदर्शन किया

 

◆ रकाबगंज साहिब गुरुद्वारा के कोविड सेंटर में अश्लील गानों को चलाने का विरोध किया 

◆ कोविड सेंटर को डीएसजीएमसी के किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की माँग

◆ सिख रेहत मर्यादाओ के उल्लंघन से विरोधी पार्टिया आक्रोशित

◆ दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधन कमिटी सवालो के घेरे में

शब्दवाणी समाचार, शुक्रवार 18 जून  2021, नई दिल्ली। डीएसजीएमसी के अधीन चल रहे कोविड सेंटर में अश्लील गाने चलाने के विरोध में शिरोमणी अकाली दल दिल्ली और पंथक अकाली लहर ने रोष प्रदर्शन किया जिसमे भारी संख्या में सिख जत्थेबंदियों ने हिस्सा लिया। रोष प्रदर्शन की अगुवाई परमजीत सिंह सरना और जत्थेदार रणजीत सिंह के द्वारा की गयी । सिख प्रतिनिधियों ने चलाए जा रहे गानों को सिख सभ्यता के उल्लंघन की संज्ञा दी।

मीडिया से बातचीत करते हुए शिअदद पार्टी प्रधान सरना ने बताया कि, " इतिहास में पहली बार सिख गुरुओं के पवित्र शहीदी स्थान पर अश्लील गानों का प्रचार किया जा रहा है। क्या इन बादलो की आस्था सिख धर्म से खत्म हो चुकी है ? जहाँ संसार भर के लोग पवित्र गुरुबानी का जाप करके अपने दुःख और कष्ट दूर करते है उन्ही गुरुओं के पवित्र स्थान पर ऐसी फूहड़ता फिलायी जा रही है। और यह कोई पहली बार नही की हम चुप रहे । इनका सिलसिला एक के बाद एक जारी है।

सरना ने कहा की दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी एक महान संस्था है। इसके इतिहास में पहले कभी नही हुआ जब पवित्र स्थान पर नाच- गाने,केक काटने जैसी प्रथा शुरू की गयी हो। कमिटी के प्रधान मनजिंदर सिरसा प्रकाश पुरब पर मूर्ति पूजन जैसी व्यवस्था को लागू कर रहे है। ऐसे अज्ञानियों को अपने तौर-तरीको पर जल्द काबू करने की जरूरत है। सरना ने डीएसजीएमसी के द्वारा अमिताभ बच्चन से चन्दा लेने के मामले पर भी आड़े हाथो लिया। पूर्व डीएसजीएमसी प्रधान के अनुसार वर्तमान कमिटी सेवा की आड़ में राजनीतिक रोटियां सेंक रही है। जिनका सिख धर्म के सिधान्तो से कोई वास्ता नही।

प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे शिअदद प्रतिनिधियों के अनुसार उनकी पार्टी को रकाबगंज गुरुद्वारा के अंदर चल रहे कोविड सेंटर से कोई दिक्कत नही है। दिक्कत उनके चलाने के अभद्र तरीको से है। प्रतिनिधियों ने कोविड सेण्टर को किसी सुरक्षित स्थान पर भेजने की माँग की। प्रदर्शन में हिस्सा ले रही संगत ने धार्मिक स्थान के अंदर के सुरक्षा मामलो का भी हवाला दिया। 

रोष प्रदर्शन की अगुवायी शिरोमणि अकाली लहर के अध्यक्ष जत्थेदार रंजीत सिंह ने भी की । जिन्होंने कमिटी के प्रधान सिरसा को न्याणा और सिख  पंथ की भारी क्षति करने वाला बताया। उन्होंने बताया की कमिटी यह ना समझे की उनके खुलाफ़ के विरोध प्रदरर्शन आज के बाद खत्म हो जाएंगे। यदि डीएसजीएमसी ने अपने तौर तरीको को नही सुधारा तो विरोध और भी तेज होगा। रोष प्रदर्शन में शिअदद महासचिव गुरमीत सिंह शंटी भी मौजूद थे। " आज कमिटी 1984 के कत्लेआम के दोषियों से मदद ले रही है और खुलेआम उनकी तारीफ कर रही है।  सेवा के नाम पर ऑक्सिजन कंस्ट्रेटर इत्यादि दिल्ली से बाहर भेजे जा रहे है। 

क्या डीएसजीएमसी के सभी सिख सिद्धांत खत्म हो चुके है ?

सैकड़ो की से संख्या में मौजूद सिख सांगतो ने शांतिमय तरीके से हाथो में बोर्ड लेकर कमिटी के वर्तमान प्रधान मनजिंदर सिरसा से माफीनामा की माँग की । साथ ही कोविड सेंटर को किसी दूसरे सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए आग्रह दिया। हम पहले भी सेवा करते थे और आगे भी करते रहेंगे। कोविड सेंटर चलाना गलत नही है। हमे उनके सोच से नही परंतु उनके तरीको से घोर आपत्ति है। कमिटी हमारे गुरुद्वारों और उनकी पवित्रता को भंग ना करें।

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