जानें डॉ चंचल शर्मा से स्वतंत्र भारत निःसंतानता के पराधीन क्यों ?

◆  अब हमें मिल गई आजादी, अब अगली आपकी बारी

शब्दवाणी समाचार, वीरवार 5 अगस्त 2021, नई दिल्ली। आजादी के बाद हमारा देश इतने आगे बढ़ गया है और फिर भी हम मूलभूत मुद्दों में पीछे है तो फिर कैसे हम वास्तविक आजादी का आनंद उठा पायेंगे। हमारे देश ने आर्थिक उन्नति की है  और पहले की अपेक्षा अब बहुत ज्यादा विकसित हो गया है परंतु निःसंतानता जैसे मुद्दों पर आज भी बहुत पीछे है। आज देश में निःसंतानता की दर 10 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गई है अर्थात हर 10 में से एक महिला निःसंतानता जैसी समस्या का सामना कर रही है। भारत में दिन प्रतिदिन निःसंतान जोड़े की संख्या में वृद्धि हो रही है। ऐसे में हम सबको निःसंतानता से आजादी की सबसे अधिक आवश्यकता है। 

हमारे देश के राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी ने सन् 1942 में देश में “अंग्रेजों भारत छोड़ो” की शुरुआत की थी और अंततः अंग्रेज भारत छोड़ कर चले गये। इसी के परिपेक्ष्य में आशा आयुर्वेदा की निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा नेे भी लक्ष्य बनाया है कि “निःसंताता भारत छोड़ो” और इसी उद्धेश्य की पूर्ति के लिए वह पूरी तरह से संकल्पित है। हमारा देश आजाद होकर भी निःसंतानता जैसी प्रजनन संबंधी बीमारी के आज भी अधीन है। आज हमें जरुरत है कि कैसे हम सब मिलकर निःसंतातना को दूर भगाएं और निःसंतान जोड़ो के जीवन में खुशियां लाएं। 

आशा आयुर्वेदा की डॉ चंचल शर्मा का कहना है कि अपनी खुशियों को निःसंतानता का गुलाम नहीं बनने दें। अब आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति एवं पंचकर्मा के द्वारा आपके भी आंगल में भी गुंजेगी मासून से नन्हें नवजात की किलकारियां। इस 15 अगस्त के मौके पर आप निःसंतानत संबंधी समस्या को छुपायें नही खुलकर आशा आयुर्वेदा के एक्सपर्ट से बाते करे। आपकी बीमारी का उपचार आयुर्वेदिक चिकित्सा में पूरी तरह से संभव है। इस स्वतंत्रता दिवस के पावन पवित्र पर्व पर संकल्प लें अधूरे परिवार को पूरा करने का और परिवार को पूूरा करें। अपने साथ-साथ अपने रिस्तेदार, यारदोस्तों को भी निःसंतानता के प्रति जागरुक करें आप इस पहल में अकेले नही है आशा आयुर्वेदा आपके साथ है। साथ चले और आगे बढ़े। 

हमारा संकल्प निःसंतानता से आजादी - 

निःसंतानता एक ऐसा दंश है जिसकी पीड़ा संतान नही होने तक बनी रहती है। संतान न होने का दुःख दंपति को मानसिक एवं शारीरिक रुप से हानि पहुंचता रहता है, जिसके कारण सामाजिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। संपूर्ण भारत को निःसंतानता से मुक्त करना ही हमारा संकल्प है। हर निःसंतान दंपति की ख्वाहिस को पूरा करना हमारा कर्तव्य है।  हमें पूर्ण रुप से विश्वास है कि हम निःसंतानता के खिलाप लडाई में जीतेगे और एक ऐसे भारत का निर्माण करने में सफल होगें जो निःसंतानता से मुक्त हो। यह जानकारी आशा आयुर्वेदा की निःसंतानता विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा से खास बातचीत के दौरान प्राप्त हुई है । यदि आप भी निःसंतानता जैसी समस्या का सामना कर रहें है और अपने अपने अधूरे सपनों को पूरा करना चाहते है तो बिना किसी निःसंकोच आशा आयुर्वेदा में संपर्क करें।

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