धन की मनोकामना पूरी करने वाला मंदिर

 

( कहानी लेखक : रेहाना परवीन) 

शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 24 अगस्त 2021, नई दिल्ली। 75 साल पहले दिल्ली के एक मंदिर पर कुछ भक्तों की असीम भक्ति से उस मंदिर पर ईश्वर ने वरदान दिया जो भी इस मंदिर में पूजा करने करने आएगा उस भक्त को अपार धन, सामने वाले की आधी शक्ति आ जाएगी सहित समाज में असीम शोहरत मिलेगी चाहे वो लुडा-लंगड़ा, अमीर-गरीब, माबाली-लफंगा, चोर-डकैत, अच्छा-बुरा, हिन्दू-मुस्लिम, नीच जाति- उच्च जाति, स्त्री-पुरुष, इत्यादि जो भी इस मंदिर में पूजा करने यहां आएगा उन सबको एक समान धन और इज्जत मिलेगी। यहां तक कि अगर कोई पापी भी यहां पूजा करने आएगा उसका भी सब पाप धूल जाएगा इस तरह कुछ समय बाद उस मंदिर की असीम कृपा से बहुत सारे लोग शोहरत सहित मालामाल हो गए और पापियों के पाप तक धुलने लगे। 

इस कारण उस मंदिर की शोहरत अब देश-दुनिया में फेल फैलने लगा। अधिकतर लोग अब उस मंदिर की तरफ अपनी मालामाल होने की मनोकामना लेकर उस और दौड़ पड़े। एक दिन उस मंदिर से मालामाल हुए लोग जो अलग-अलग जाती, धर्म, भाषा, सोच-विकार के होने के बावजूद एक दिन एक जगह जमा हो गए और सोचने लगे इस मंदिर में जो भी पूजा करने आता है वो सभी धन से मालामाल हो जाते है चाहे पूजा करने वाला जैसा भी हो फिर भी उसकी समाज में इज्जत भी बढ़ जाती है। तो अगर ऐसा सब कुछ ऐसा चलता रहा तो एक दिन देश के सभी लोग इस मंदिर में आकर पूजा करेंगे और वो सब भी धन से मालामाल हो जाएंगे एक दिन तो पूरा देश मालामाल हो जाएगा।

तब हम सब का क्या होगा जब सभी मालामाल हो जाएंगे तो हमारी इज्जत कौन करेगा सभी पूजा कर मालामाल होने वाले लोग इस चिंता में पड़ गए तब सबने मिकर एक फैसला किया आज से इस मंदिर में पूजा करने के लिए वही लोग आएंगे जो इस मंदिर में पूजा करने के लिए अपने घर के द्वार से इस मंदिर के द्वार तक धन को सड़क पर बिछाकर उसपर चल कर आएगा तभी वो उस मंदिर में पूजा करने अधिकार मिलेगा। इससे यह होगा जो पहले से धनी होगा वही आकर और मालामाल होगा और जो पहले से धनी नही होगा वो यहां नही आएगा इस प्रकार से धनी ही मालामाल रहेगा और जो धनी नही है वो कभी मालामाल नही होगा जब से आकतक उस मंदिर में जाने की यही परम्परा है जिस कारण उस मंदिर में धनी जाकर पूजा कर और मालामाल हो रहे है और जिनके पास धन नही है वो उस मंदिर में जाकर कभी मालामाल नहीं हो सकते। जबकि वो मंदिर अकेला ऐसा नहीं है वैसे मंदिर चाहे छोटा बड़ा हो लेकिन लगभग देश के हर राज्य और जिला में मौजूद है। पर सभी में सड़क पर धन बिछाकर जाने की परम्परा आज तक चल रही है। 

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