किसान संगठन रालेगांव सिद्धि अन्ना हजारे से मिलने पहुंचे

शब्दवाणी समाचार, बुधवार 16 सितम्बर  2021, रालेगांव सिद्धि। हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता भोपाल सिंह, जगबीर घसौला, विकल पचार, दलबीर सिंह रेढू, प्रदीप धनखड़, सुखदेव सिंह विर्क इत्यादि द्वारा किसान आंदोलन एवं भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर कल्पना ईनामदार जी से लंबे समय से विचार-विमर्श किया जा रहा था जिसको अमलीजामा पहनाते हुए देश के किसान संगठनों को एकत्रित कर केरल कर्नाटका से दौरा करते हुए रालेगण सिद्धि पहुंचे। 

किसान नेता जगबीर घसौला ने बयान जारी करते हुए कहा कि समस्त भारत से सैकड़ों से भी ज्यादा किसान संगठन किसान आंदोलन एवं भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर रालेगांव सिद्धि अन्ना हजारे से मिलने पहुंचे मौजूदा सरकार की कार्यशैली को लेकर बैठक में सरकार पर सभी किसान नेताओं ने गंभीर सवाल उठाए और अन्ना हजारे जी से विस्तार से चर्चा करते हुए चिंतन एवं मंथन किया गया किसान आंदोलन को लेकर अन्ना हजारे जी ने कहा कि हमने वर्ष 2018 के अंदर देश के काफी किसान संगठनों को आमंत्रित करके 17 मांगों को लेकर आंदोलन शुरू किया था इसमें मुख्य मांग केंद्र की कृषि मूल्य आयोग हटाकर इसको स्वायत्तता दे दी जाए जिससे किसान को सही मूल्य मिल पाएगा  लेकिन दुर्भाग्यवश संगठनों की तरफ से सकारात्मक सहयोग नहीं मिल पाने के कारण सरकार के पास भेजी गई। 

किसानों की मांगें आज तक जस की तस खड़ी रह गई अन्ना हजारे जी ने कहा कि अगर हमारे द्वारा उठाई गई 17 मांगे पूरी हो जाती तो देश के किसान को किसी भी प्रकार की समस्या का आज सामना नहीं करना पड़ता मौजूदा किसान आंदोलन मैं किसान की दशा पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि मैं आज म बहुत दुखी हूं क्योंकि मैंने जितने भी आज तक आंदोलन किए वो आंदोलन हमेशा सफल रहे हैं अन्ना हजारे जी ने सरकार पर भ्रष्टाचार को लेकर काफी गंभीर और बड़े सवाल खड़े करते हुए सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि जनतंत्र देश की सबसे बड़ी ताकत है जनतंत्र के सहयोग से ही आज लोकतंत्र को बचाना संभव है अगर जनतंत्र मजबूती के साथ एकजुट होकर खड़ा हो जाता है जनतंत्र के सामने राजनीतिक पार्टियों को नतमस्तक होने में देर नहीं लगेगी पूरे देश के अंदर कोई भी गांव ऐसा नहीं है जहां किसान नही हो अगर देश का किसान एकजुट होकर खड़ा हो गया तो मोदी सरकार को घुटनों के बल आने में समय नहीं लगेगा। 

आज राजनीतिक पार्टियां के नेता जीवन के असली मूल मंत्र को भूल कर जनतंत्र का दुरुपयोग कर पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे कमाने में मशगूल हो गए हैं जिसकी वजह से आम जनता और देश के किसान की अनदेखी की जा रही है अन्ना हजारे जी ने आंदोलन करने को लेकर दिल्ली 24 सितंबर को बैठक करके जल्द कार्यकारिणी गठित करने बात कही जिस पर सभी मौजूद देश के गणमान्य किसान नेताओं ने अपनी सहमति जताई अन्ना हजारे जी से मुलाकात करने पहुंचे किसान नेता उत्तराखंड से किसान नेता भोपाल सिंह हरियाणा संयुक्त किसान मोर्चा से विकल पचार, प्रदीप धनखड़, सुखदेव सिंह विरक , दलबीर सिंह रेढू, सतपाल भादरा सिंह,सुग्रीव ओलख, रामप्रताप श्योराण, दिनेश गरूवा, असम से विष्णु प्रसाद, राजस्थान से रामपाल जाट, पंजाब से सरदार बलबीर सिंह चिमा व राजकुमार भारत, कर्नाटका से दयानंद पाटिल जी, दशरथ जी, दिल्ली से खाप प्रधान 360 की जगदीश सोलंकी, हरिसिंह, देवराज मलिक दिल्ली,उत्तर प्रदेश से आशु राणा मोहमद, आरिफ मोहम्मद, पुष्कर, मनोज कटहर , लक्ष्मण सिंह राणा उत्तराखंड इत्यादि थे। 

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