खराब दिनचर्या और गलत खानपान से बढ़ते ब्रेन स्ट्रोक : डाॅ सोनिया लाल गुप्ता

स्ट्रोक से बचाव कैसे करे :-

◆ कोई भी काम में तनाव नही ले, नींद पूरी ले

◆ 25 साल के बाद अपना मेंडिकल जांच नियमित कराएँ

◆ शराब और सिगरेट हमेशा के लिए छोड़ दे

◆ सबसे पहले आप अपने लाइफ स्टाइल यानि दिनचर्या को बदले। गलत दिनचर्या की वजह से बीमारी तेजी से बढ़ती है

◆ दिनचर्या में नियमित तौर पर योग, शारीरिक अभ्यास, मेडिटेशन को शामिल करे

◆ अगर आप ब्रेन स्ट्रोक की दवा खाते है तो उसे नियमित समय पर ही खाए।

शब्दवाणी समाचार, शनिवार 30 अक्टूबर 2021, (ऐ के लाल) गौतम बुध नगर। विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर नोएडा मेट्रा हास्पिटल के द्वारा एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेट्रो हास्पिटत के डाक्टरों ने स्ट्रोक क्या है और क्यों होता है, इसके बारे में विशेष जानकारी देते हुए खानपान पर विशेष ध्यान देने की बात कही। प्रेस से बात करते हुए डाक्टरों के टीम नें कहा कि आज कल खराह दिनचर्या औ गलत खानपान के कारण यह बीमारी तेजी से अपना पैर पसार रहा है। इसके समय रहते अगर ध्यान नही दिया गया तो, यह जानलेवा हो सकता है। विश्व स्ट्रोक दिवस हर साल 29 अक्टूबर को मनाया जाता है। जिसका लक्ष्य है ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बारे में समय रहते जागरुक करना।

मेट्रो अस्पताल के सीनियर कंसलटेंट न्यूरोलाजिस्ट ( हैड एंड स्ट्रोक स्पेशलिस्ट) व मेट्रो ग्रुप के अस्पताल निदेशक डाॅ सोनिया लाल गुप्ता नें बताया कि मस्तिष्क में रक्त संचरण में कोई परेशानी आने की वजह से ब्रेन स्ट्रोक बीमारी होने की ज्यादा खतरा बनी रहती है। क्योंकि कई मौके पर रक्त बहिकाएँ ब्लाक हो जाती है। इससे दिमाग को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन नही मिलती है, जिसके कारण मस्तिष्क में पोषण तत्वों की कमी होने लगती है। इसका समय से अगर उपचार नही कराया गया तो मरीज के लिए जानलेवा हो सकते है। यह खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है और ज्यादातार लोगों को कम उम्र मे ही हो जाते है।

सीनियर कंसलटेंट न्यूरोलाजिस्ट एंड क्लीनिकल कार्डिनेटर मेट्रो सेंटर न्योरोसाइंसेस डाॅ कपिल के सिंघल नें बताया कि स्ट्रोक किसी भी उम्र में हो सकता है और यह ज्यादातर पुरुषों तथा महिलाओं में सामान्य रूप से प्रभावी है। ध्रुमपान को इसके लिए मुख्य कारण मान सकते है क्योंकि तंबाकू सेवन करना हृदय या फेफड़ो की बीमारियों के साथ ही ब्रेन स्ट्रोक को बढा देता है। अत्यधिक शराब पीने वालों में इसका खतरा ज्यादा होता है।

कंसलटेंट न्यूरो स्पाइन सर्जन डाॅ आकाश मिश्रा नें विश्व स्ट्रोक दिवस के पूर्व आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में बताया की वर्क आउट न करने के कारण न सिर्फ वजन बढ़ने लगते है, बल्कि और भी कई बीमारियाँ भी दस्तक देती है। इससे स्ट्रोक का खतरा भी बनने लगता है। सेहतमंद रहने के लिए रोजाना व्यायाम करना बहुत जरूरी है। इससे पसीना आता है और वजन भी घटता है, इसके साथ ही कई बीमारी भी शरीर से बाहर पसीने के जरिये निकलते रहते है। ब्रेन स्ट्रोक जैसी बीमारियोंं मे भूलकर भी लापरवाही नही करनी चाहिए।

आप इसका पहचान कैसे करे, इसका मुख्य लक्षण है :-

बातों को समझने में परेशानी होना, बातों को बोलने में परेशानी होना, चक्कर आना, दिमाग का संतुलन खोना, एक या फिर दोनों आंखों के आगे धुंधलापन छाना और शरीर के दोनों तरफ, हाथों या पैरों का सुन्न होना स्ट्रोक के मुख्य लक्षण है।

Comments

Popular posts from this blog

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, दिल्ली एनसीआर रीजन ने किया लेडीज विंग की घोसणा

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

झूठ बोलकर न्यायालय को गुमराह करने के मामले में रिपब्लिक चैनल के एंकर सैयद सोहेल के विरुद्ध याचिका दायर