इनहेलर अस्थमा के लिए सही विकल्प है : विशेषज्ञ
◆ अस्थमा में इनहेलर को सही उपचार के रूप में अपनाने के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए "#इन्हेलर्स हैं सही" अभियान शुरू किया गया
शब्दवाणी समाचार, शनिवार 25 दिसंबर 2021, नई दिल्ली। अस्थमा के बारे में मिथकों और आशंकाओं को दूर करने और अस्थमा के रोगियों को सामान्य जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक जागरूकता अभियान "#इन्हेलर्स हैं सही", आज सिप्ला लिमिटेड के तत्वावधान में शुरू किया गया। अभियान का उद्देश्य इनहेलर के उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक करना, इसे सामाजिक रूप से अधिक स्वीकार्य बनाना तथा रोगियों और उनके डॉक्टरों के बीच संवाद को बढ़ावा देना है।
ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के अनुसार, "भारत में, लगभग 93 मिलियन लोग सांस की पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं; जिनमें से लगभग 37 मिलियन अस्थमा के रोगी हैं। वैश्विक स्तर पर अस्थमा में भारत का योगदान केवल 11.1% है, हालांकि, यह वैश्विक अस्थमा से होने वाली मौतों का 42% से अधिक है, अतः समूचे विश्व में अस्थमा से होने वाली सबसे अधिक मौतें यहीं पर हो रही हैं।
डॉ विकास मित्तल, एसोसिएट डायरेक्टर - पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, शालीमार बाग, दिल्ली के अनुसार, “अस्थमा और इनहेलर्स के प्रति धारणा को बदलना महत्वपूर्ण है। जहां इनहेलर लोगों के जीवन पर अस्थमा के प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, वहीं इसका सही इस्तेमाल बेहद महत्वपूर्ण है। इनहेलर्स दवा को सीधे फेफड़ों तक पहुंचाते हैं और अस्थमा को रोकने, लक्षणों से राहत देने और इसके बढ़ने को कम करके अस्थमा को नियंत्रित करने का काम करते हैं। हालांकि, इनहेलर तभी प्रभावी हो सकता है जब मरीज अपने डॉक्टरों की सलाह पर ध्यान दें और प्रेस्क्रिप्शन का पालन करें।
आशीष जैन, सीनियर कंसल्टेंट - रेस्पिरेटरी डिपार्टमेंट, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली ने कहा, "यह एक सच्चाई है कि अस्थमा से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ गई है और हमें सही इलाज पर मरीजों की शिक्षा के मामले में बहुत अधिक काम करने की जरूरत है। . हालांकि अस्थमा का इलाज संभव नहीं है, लेकिन इस पर नियंत्रण पाना और सामान्य सक्रिय जीवन जीना संभव है। यहां, अस्थमा प्रबंधन का सही उपचार और पालन महत्वपूर्ण है। ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर अस्थमा (जीआईएनए) दिशानिर्देश अस्थमा को नियंत्रित करने के लिए इनहेलर्स को एक सुरक्षित और प्रभावी तरीके के रूप में सुझाते हैं क्योंकि यह सीधे आपके फेफड़ों तक पहुंचता है और तुरंत कार्य करना शुरू कर देता है।
सिप्ला के ग्लोबल चीफ मेडिकल ऑफिसर, डॉ जयदीप गोगटे ने कहा, “अस्थमा जैसी पुरानी बीमारियों में जागरूकता एवं शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। "#इन्हेलर्स हैं सही" अभियान का उद्देश्य दमा के रोगियों को इनहेलर के उपयोग के साथ सामान्य जीवन जीने में मदद करना है। हमारा प्रयास इसमें लोगों को शामिल करना और उन्हें उनके डॉक्टरों द्वारा निर्देशित जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना है। यदि किसी बीमारी के संबंध में एक दृष्टिकोण और व्यवहार में परिवर्तन लाया जा सकता है, तो हम रोगियों को विषय की अधिक जानकारी और समझ के साथ-साथ इससे बेहतर तरीके से निपटने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करते रहेंगे। "#इन्हेलर्स हैं सही" बिना किसी डर और अविश्वास के इनहेलर के उपयोग को समझने और स्वीकार करने का एक आंदोलन है।
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