आई फाइनेंस ने महाराष्ट्र में अपना दायरा बढ़ाया
शब्दवाणी समाचार, रविवार 13 फरवरी 2022, मुंबई। कम सेवा वाले एमएसएमई सेक्टर में भारत के अग्रणी लेंडर आई फाइनेंस ने एक प्रमुख घटनाक्रम में महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति का विस्तार किया है। कंपनी ने राज्य के ठाणे, पनवेल, जालना और शिरूर आदि स्थानों पर 10 नई शाखाएं खोली हैं। इन नई शाखाओं के खुलने से आई की भौगोलिक स्थिति मजबूत हुई है और महाराष्ट्र में आई फाइनेंस की 23 और पूरे भारत में 311 शाखायें हो गई हैं।
भारत में माइक्रो और छोटे पैमाने के एंटरप्राइज फाइनेंसिंग को बदलने की दृष्टि से स्थापित, आई फाइनेंस ने नवंबर 2021 में टियर 2 और उससे छोटे शहरों में 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्त किया है, जिससे इनकी संख्या बढ़कर 4,600 हो गई है। आई का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिसने चालू वित्त वर्ष में 20 राज्यों में 311 केंद्रों तक अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए 100 नए केंद्र खोले हैं। आई एकमात्र व्यापक रूप से विस्तृत और अखिल भारतीय मौजूदगी वाली कंपनी है, जो ॠण की बड़ी कमी का सामना कर रहे माइक्रो-एंटरप्राइज सेगमेंट को असुरक्षित छोटे आकार के बिजनेस लोन प्रदान करता है। आई ने अपने अद्वितीय क्लस्टर-आधारित क्रेडिट मूल्यांकन दृष्टिकोण और बेहतर डिजिटलीकृत फिजिटल मॉडल के साथ इस मुश्किल से लोन मिलने वाले सेगमेंट को सरलीकृत किया है।
आई फाइनेंस के सीईओ समीर मेहता ने कहा, “भारत के एमएसएमई निर्विवाद रूप से अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। हालांकि, उन्हें ऋण की निरंतर आमद की आवश्यकता होती है और जब वित्तीय सेवाओं की बात आती है तो दुर्भाग्य से यह वंचित समूह में आते हैं। हम 2019 से महाराष्ट्र में जमीनी स्तर के व्यवसायों की ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं और नए शहरों में वर्तमान विस्तार के साथ, हम उनमें से एक बड़ी संख्या को संगठित ऋण के दायरे में लाएंगे, जो हमें राष्ट्रव्यापी वित्तीय समावेशन के हमारे लक्ष्य के करीब पहुंचने में मदद करेगा। आई फाइनेंस अपनी गैर-लाभकारी शाखा फेम (फाउंडेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ माइक्रो एंटरप्राइजेज) के माध्यम से सूक्ष्म उद्यमों को 'वित्त पोषण से परे' सहायता भी प्रदान करता है और नए युग के भारत की ओर उनकी यात्रा में एक मजबूत भागीदार बनने में सफल रहा है।
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