भारत करेगा स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 की मेजबानी

◆ इसका मकसद दुनिया भर के बेघर व बेसहारा बच्चों के हक की आवाज को बुलंद करना है 

◆ स्ट्रीट चाइल्ड यूनाइटेड और सेव द चिल्ड्रेन इंडिया द्वारा आयोजित, स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट वर्ल्ड कप का उद्देश्य समाज में ‘उपेक्षित’ बच्चों को सामने लाना है

शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 12 अप्रैल 2022, नई दिल्ली। सेव द चिल्ड्रेन, इंडिया (बाल रक्षा भारत) और स्ट्रीट चाइल्ड यूनाइटेड  स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट वर्ल्ड कप (एससीसीडब्ल्यूसी 2023) के लिए अगले साल भारत में 16 देशों की 22 टभ्‍मों का स्‍वागत करेंगे। आईसीसी वर्ल्ड कप के पहले सितम्बर 2023 में होने वाले, इस अनोखे 10-दिवसीय कार्यक्रम में बेघर और बेसहारा बच्चे मिक्सड-जेंडर क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेंगे। यह दुनिया भर के बेघर और लावारिस बच्चों (स्‍ट्रीट चिल्‍ड्रेन) के अधिकारों की आवाज बुलंद करने वाला आर्ट्स और कांग्रेस का महोत्सव होगा।

एससीसीडब्ल्यूसी 2023 टूर्नामेंट का दूसरा संस्करण होगा। इससे पहले लंदन, कैंब्रिज में 2019 में इस टूर्नामेंट का उद्घाटन और आयोजन सफलतापूर्वक किया गया था। 2019 में इस टूर्नामेंट में आठ टीमों ने भाग लिया था और जबर्दस्त फाइनल मैच में मेजबान इंग्लैंड को हराकर इंडिया साउथ की टीम टूर्नामेंट में विजेता बनकर उभरी थी।  2019 में टूर्नामेंट के विजेता अपनी जीत का परचम बुलंद रखने के लिए भारत की सात दूसरी टीमों के साथ मैदान में उतरेंगे, जो भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के अलग-अलग संगठनों का प्रतिनिधित्व करेगी। इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश, बोलिविया, ब्राजील, बुरुंडी, इंग्लैंड, हंगरी, मॉरीशस, मैक्सिको, नेपाल, रवांडा, दक्षिण अफ्रीका, तन्जानिया, युगांडा और जिंबाब्वे की टीमें हिस्सा लेंगी।

हालाँकि एससीसीडब्ल्यूसी का लक्ष्य क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजन से काफी ज्यादा हैं। यह एक ग्लोबल प्लेटफॉर्म है, जो दुनिया भर में बेघर और अनाथ बच्चों को  एक दूसरे से जुड़ने, अपने अनुभव एक-दूसरे से शेयर करने और अपनी मानवाधिकार संबंधी माँगों को दुनिया के सामने पेश करने का अवसर प्रदान करता है। यह बेसहारा बच्चों की पहचान, उनकी शिक्षा हासिल करने, स्वास्थ्य रक्षा की सुविधा तक पहुँच पाने के अधिकार और दूसरे मूल अधिकारों की प्राप्ति के लिए आवाज उठाने का एक मंच है। विश्व के करीब 150 मिलियन (15 करोड़) बच्चे इन अधिकारों से वंचित हैं। इस आयोजन का मूल ध्यान पहचान और उन सुविधाओं की सुलभता पर होगा, जो औपचारिक पहचानपत्र और जन्म प्रमाणपत्र के साथ मिलती है।

स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट वर्ल्ड कप के लक्ष्यों के बारे में बताते हुए स्ट्रीट चाइल्ड यूनाइटेड के संस्थापक और सीईओ, जॉन रो ने कहा एससीसीडब्लूयूसी दुनिया भर में पहली बार 1 मिलियन बच्चों को पहचान दिलाने के क्षेत्र में प्रेरक शक्ति बनेगा। एससीसीडब्ल्यूसी के दूसरे संस्करण के आयोजन के लिए बेसहारा बच्चों को उनके अधिकार दिलाना हमें विरासत में मिली चुनौती है। यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा क्योंकि पूरा विश्व हमारे साथ जुड़ेगा। पूरा विश्व बेसहारा और बेघर बच्चों को अधिकार दिलाने के पक्ष में होगा। अंत में सभी बच्चे, जो जिंदगी में हाशिए पर हैं, उन्हें सबसे पहले अधिकार दिए जाएंगे। हम एससीसीडब्ल्यूसी के आयोजन के लिए अपने इन-कंट्री पार्टनर्स सेव द चिल्ड्रेन, इंडिया के साथ साझेदारी कर बेहद प्रसन्न हैं। यह एक अनोखा आयोजन है, जो दुनिया को यह दिखा सकता है कि किस तरह क्रिकेट बच्चों को अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करने और समाज की नकारात्मक धाऱणाओं, तानों और उपेक्षा को चुनौती देने में उनकी मदद कर सकता है, जो उन्हें झेलनी पड़ती है। दुनिया भर के सभी देशों की सरकारों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दुनिया भर में सभी जगहों पर अनाथ बच्चों को पूरी सुरक्षा मिले और उन्हें उनके मूल अधिकारों आसाने से प्राप्त हो सकें, जिनसे यह बच्चे वंचित है। हम में से बहुत से लोग इन मूल अधिकारों की कीमत नहीं समझते।

सेव द चिल्ड्रेन के सीईओ, सुदर्शन सुची ने कहा, “हर बच्चा पहचान चाहता है। हम प्रतिभा के फलक पर अभी तक नज़रों से ओझल बेघर और बेसहारा बच्चों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। खेल के माध्यम से और उसमें भी किक्रेट टूर्नामेंट, जो अपनी लोकप्रियता के कारण आम जनता तक अपने विचार पहुँचाने की धुरी है, के आयोजन से अपनी बात दुनिया तक पहुँचाने का अवसर मिलने से हम बेहद उत्साहित हैं। भारत में स्ट्रीट चाइल्ड क्रिकेट वर्ल्ड कप के आयोजन की मेजबानी कर हम दुनिया को यह दिखाएंगे कि आमतौर पर खेलकूद के माध्यम से अपनी बात लोगों तक मजबूती से पहुँचाई जा सकती है। खासतौर से क्रिकेट उस बदलाव को लाने में मददगार साबित हो सकता है, जो हम इन बच्चों के लिए समाज में लाना चाहते हैं।

स्ट्रीटचाइल्ड यूनाइटेड और सेव द चिल्ड्रेन के बीच साझेदारी के अलावा एससीसीडब्ल्यूसी 2023 का आयोजन दुनिया भर के कई सहयोगी संगठनों और व्यक्तियों मिले-जुले प्रयास से किया जा रहा है, जिसमें वर्ल्ड बैंक, आईसीसी और ब्रिटिश उच्चायोग शामिल हैं। चेन्नई में ब्रिटेन के दूतावास में ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त ओलिवर बॉलहैचेट एससीसीडब्ल्यूसी के आयोजन की कमिटी से जुड़े हैं। वह अगले साल चेन्नई, भारत में एससीसीडब्ल्यूसी 2003 के सफल आयोजन को लेकर काफी आशान्वित हैं। उन्होंने कहा, “जब आप एससीसीडब्ल्यूसी के आयोजन से जुड़ी अविश्वसनीय संस्थाओं के शानदार कामों के बारे में जानेंगे, तो समाज में बच्चों की जिंदगी के अंतर लाने के सफर से अलग रहना आपके लिए असंभव हो जाएगा। हमारे पास प्लेटफॉर्म है। हमारे पास अवसर है और हम एक साथ मिलकर दुनिया को यह दिखाने जा रहे हैं कि क्रिकेट एक गेम से ज्यादा बढ़कर है।

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