डिस्कस थ्रो और शॉट फुट थ्रो के खिलाड़ी शक्ति सिंह सेवानिवृत्त हुए

◆ भव्य  समारोह में विदाई दी गई

शब्दवाणी समाचार, मंगलवार 7 जून 2022, पटियाला। खिलाड़ी हमेशा सभी के लिए प्रेरणा का एक श्रोत रहता हैं | खेल व खिलाड़ियों का नाम लेते हीं कुछ प्रसिद्ध खिलाडियों का नाम याद आ जाते है। एथलेटिक्स - डिस्कस थ्रो और शाट फुट थ्रो के बेताज बादशाह खेल के क्षेत्र में देश की वर्षो तक सेवा करने वाला शक्ति सिंह डीजल रेल इंजन आधुनिकीकरण कारखाना पटियाला में वरिष्ठ खेल अधिकारी के पद से रिटायर्ड हुए तो  ढोल-बाजों के साथ पटियाला में जुलूस निकाला | जुलूस में लोगों ने जगह-जगह फूल बरसा कर और माला पहनाकर शक्तिसिंह का स्वागत किया | अर्जुन पुरस्कार विजेता,  डिस्कस थ्रो के बेताज बादशाह शक्ति सिंह जी 31 जुलाई 2022 को रेलवे विभाग में वरिष्ठ खेल कूद अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए | दुनिया में सबसे अधिक खेली जाने वाली खेल प्रतियोगिता एथलेटिक्स में ओलंपियन शक्ति सिंह ने डिस्कस थ्रो और शाट फुट थ्रो में विशेष उपलब्धि हासिल कर भारत का नाम विश्व पटल पर  अनेको बार गौरवान्वित किया है। भारतीय रेलवे के इस खिलाड़ी के कीर्तिमानो की सूची बहुत लम्बी है | वर्ष 2000 में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ शॉट फुट थ्रो 20.60 मीटर, तथा  जून 1994 बैंगलोर में हासिल किया गया उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ डिस्कस थ्रो 61.72 मीटर है | उल्लेखनीय है कि शक्ति सिंह ने 15 राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ-साथ 3 एशियन गेम्स, 3 वर्ल्ड चैंपियनशिप, 9 एशियन चैंपियनशिप, 2 वर्ल्ड पुलिस गेम्स, 1 वर्ल्ड रेलवे गेम्स और 8 बार दक्षिण एशियाई खेलों में पदक जीतकर दुनिया में भारत का नाम  रोशन किया है | 

5 जून 1997 से 31 जून 2022 तक 25 वर्ष तक रेलवे की सेवा मे रहे  शक्ति ने पूर्व में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में सब इंस्पेक्टर कार्य शुरू किया और सहायक कमांडेंट के पद पर सेवानिवृत्त हुए थे | इतना ही नहीं इन्होंने खेलो के जादू एथलेटिक्स की दुनिया मे इस कदर चलाया की हर कोई शक्ति का दीवाना होता चला गया | देश में ऐसा कोई विभाग नहीं होगा जहां से शक्ति को नियुक्ति पत्र के साथ आमंत्रण नहीं मिला हो | शक्ति ने भी किसी को नाराज नहीं किया और अपनी सेवानिवृत्ति तक उन्होंने 9 अलग-अलग नियुक्तियां प्राप्त कीं और विभिन्न विभागों में योगदान दिया | शक्ति सिंह ने यह साबित किया की परिश्रम और मेहनत से इंसान अपने भाग्य को बदल सकता है | 



सबसे पहले, 16 जून, 1980 को, वह एक कांस्टेबल के रूप में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में शामिल हुए, जो उनके खेल जीवन की पहली नोकरी थी , फिर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में हेड कांस्टेबल आगे हरियाणा पुलिश मे कांस्टेबल नियुक्त किए गए फिर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल में सब इंस्पेक्टर ज्वाइन किया और सहायक कमांडेंट काम करते रहे उसके बाद राई स्पोर्ट्स स्कूल राई हरियाणा मे  स्पोर्ट्स डायरेक्टर के पद पर रहे | फिर रेलवे विभाग मे वर्ष 1997 मे मुख्य टिकट निरक्षक नई दिल्ली के पद पर काम किया व  वर्ष 2012 मे स्पोर्ट्स अधिकारी पटियाला स्थानांतरण किए गए बाद मे डीजल रेल इंजन आधुनिकीकरण कारखाना पटियाला में वरिष्ठ खेल अधिकारी के पद से 31 जुलाई 2022 को सेवानिवृत्त हुए | कुछ खिलाड़ी इतने प्रसिद्ध हैं कि वास्तव में उनकी पूजा की जाती है | उनके स्तर की प्रसिद्धि प्राप्त करना कोई आसान काम नहीं होता है | यह उनके वर्षों की समर्पित अभ्यास और प्रशिक्षण का परिणाम होता है | ग्रेट एथलीट्स, चाहे वे कुश्ती, एथलेटिक्स, मुक्केबाजी या कबड्डी खिलाड़ी हों, अपने कौशल को पूरा करने में पर्याप्त समय और ऊर्जा डालते हैं |

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