बाल योग एवं संस्कार शिविर का पांचवां दिन

 

◆ सूर्य नमस्कार से विशुद्धि चक्र,पाचन तंत्र प्रभावित होता है,एनर्जी लेवल बढ़ता है : केके अरोड़ा

◆ सुसंस्कारित युवा पीढ़ी ही राष्ट्र की धरोहर है : सीमा शर्मा

शब्दवाणी समाचार, बुधवार 29 जून 2022, ग़ाज़ियाबाद। अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान रजि. के तत्वावधान में सिटी पार्क,स्वर्ण जयंती पुरम में आयोजित बाल योग एवं संस्कार शिविर के पांचवें दिन प्रमुख योग शिक्षक श्री सुंदर सिंह जी ने ओ३म् की ध्वनि और गायत्री मंत्र का उच्चारण बाल साधकों को करवाया उन्होंने शिविरार्थी को हाथों पैरों की सूक्ष्म क्रियाएं करवाई। चिरंजीव विहार कक्षा के प्रमुख श्री हरि ओम जी ने बच्चों को त्रिकोणासन वृक्षासन करवा कर इसके लाभों की चर्चा करते हुए बताया कि इससे आपकी लम्बाई बढ़ेगी,स्मृति शक्ति बढ़ेगी।

संस्थान के अध्यक्ष श्री केके अरोड़ा जी ने सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया और लाभों की चर्चा करते हुए बताया कि सूर्य में तेज व उजाला होता है,प्रभु हमारे अंदर तेज आ जाये,हमारे अन्दर से अज्ञानान्धकार निकल जाए।इससे विशुद्धि चक्र,पाचन तंत्र प्रभावित होता है,स्मृति शक्ति बढ़ती है,यदि चश्मा लगा है तो चश्में का न.कम होता है,हार्ट मजबूत होता है,बॉडी का ग्रोथ व हाइट बढ़ती है,स्वास्थ्य अच्छा होताहै,आदतें सुधरती हैं,एनर्जी लेवल बढ़ता है,फिर शव आसान में विश्राम करने से ऊर्जा ऊष्मा पूरे शरीर मे समाहित होती है। संस्थान के संरक्षक श्री लक्ष्मण दास गुप्ता जी ने बच्चों को दो प्राणायाम भ्रामरी और अनुलोम विलोम करवाया।

शिविर संयोजिका श्रीमती सीमा ने बच्चों को राष्ट्र की दो चीजें पानी और बिजली की बचत के बारे में समझाया।मीडिया प्रभारी प्रवीण आर्य के सवाल के जवाब में सीमा शर्मा ने कहा कि हमारा देश प्राचीन काल से ऋषि मुनियों का देश रहा है,वैदिक काल से ही भारत में शिक्षा के साथ साथ सुसंस्कारों को बहुत महत्व दिया जाता था।इसलिए उस काल से ही गुरुकुल और आश्रमों के रूप में शिक्षा केंद्र खोले जाने लगे थे।वैदिक काल के बाद जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया।भारत की शिक्षा स्कूलों में तब्दील हुई जहाँ बच्चे शिक्षित तो होते हैं,परन्तु सुसंस्कारित नहीं होते,अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान ने निर्णय लिया है कि वह प्राचीन संस्कारों को इन शिविरों के माध्यम से युवा पीढ़ी को देंगे जिससे वह सुसंस्कारित होकर ईश्वरभक्त,मातृपितृभक्त,देश भक्त बन सकें सुसंस्कारित युवा पीढ़ी ही राष्ट्र की धरोहर है।

कक्षा प्रमुख डॉक्टर ममता त्यागी जी ने बच्चों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल कम से कम करने के करने को कहा अपने माता-पिता और बड़ों के साथ व्यवहार सही रखने को समझाया।

मुख्य वक्ता श्रीमती सीमा गोयल ने गुड हैबिट्स बैड हैबिट्स के बारे में बच्चों को समझाया बैड टच और गुड टच के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

श्री ओमवीर सिंह ने कहा कि योग की महत्ता को आज पूरा विश्व स्वीकार कर रहा है इसलिए आओ इसे दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनायें। शांति पाठ के साथ सत्र को सम्पन्न किया।

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