इंडियन सेल्फ गवर्नमेंट डॉक्टरेट यूनिवर्सिटी ने मानक डिग्री किया प्रदान

◆ डिस्टेंस एजुकेशन के तहत लाखों शिक्षाविदें को मिला सम्मान

शब्दवाणी समाचार सोमवार 27 फरवरी 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। इंडियन सेल्फ गवर्नमेंट डॉक्टरेट यूनिवर्सिटी भारत का पहला विश्वविद्यालय है जिसके माध्यम से दूरस्थ उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने की पहल की गई है। गत 10 वर्षों से यूनिवर्सिटी विभिन्न  डिग्रियों, सर्टिफिकेट और डॉक्टरेट  की उपाधि प्रदान करती आ रही है। इंडियन सेल्फ गवर्नमेंट डॉक्टरेट यूनिवर्सिटी एवं दिल्ली स्टेट गवर्नमेंट पैरामेडिकल काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में यूनिवर्सिटी शिक्षा को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। यूनिवर्सिटी को नेशनल इंपोर्टेंस, अंडर पार्लियामेंट एक्ट 371 गोहाटी, असम भारत सरकार, अधिकृत सेल्फ आटोनोमस वर्किंग हॉनर्री प्रोफेशनल डॉक्टरेट यूनिवर्सिटी  पब्लिक ट्रस्ट एक्ट 1802/1906 लागू है जिसके समक्ष यूनिवर्सिटी कार्य कर रही हैं।

अंजू भंडारी, चाउंसलर (आईएसजीडी) ने बताया कि यूनिवर्सिटी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई दूरस्थ डिग्री कोर्स व मानक उपाधि प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि हमारी यूनिवर्सिटी के कार्यक्रमों में केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न डिग्री, सर्टिफिकेट कोर्स और मानक उपाधि दी जाती है। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि आज हम विभिन्न वर्गो में कार्य कर रहे  शिक्षाविद्, सामाजिक कार्य, मौलिक अधिकारों, शिक्षा की अलख जगाने में अपना जीवन समर्पित कर रहे हैं, उनको मानक उपाधि से विभूषित कर रहे हैं। अंजू भंडारी ने कहा कि शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती है। उन्होंने बताया कि हमारी मातृभूमि भारत की दूरस्थ शिक्षा    के लिए सबसे अच्छे विश्वविद्यालयों में से एकमात्र भारतीय विश्वविद्यालय है जिसका मुख्यालय दिल्ली में है, जहां कई गुणा पेशेवर कोर्सों  को अपने साथ जोड़ कर  हमने उत्साहवर्धन रिजल्ट हासिल किया है। वहीं, हमारे डिस्टेंस कोर्स की सर्वोच्चता ने हमें सफलता के शिखर पर पहुंचाया है।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित राजमानी पटेल, सांसद राज्य सभा ने अपने वक्तव्य में यूनिवर्सिटी के सभी शिक्षाविदें, यूनिवर्सिटी के संचालकों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार का नया शिक्षा अधिनियम 2022 लागू होने से शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आयेगा। आज  डिस्टेंस एजुकेशन के तहत लाखों नागरिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो अपनी पढ़ाई किसी भी कारणवश बीच में छोड़ देता है,उन्हें आगे चल कर बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उनमें काबिलियत की कमी नहीं होती,उनकी शिक्षा को बढ़ावा देने और पुन: समाज में एक नया  मुकाम हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इंडियन सेल्फ गवर्नमेंट डॉक्टरेट यूनिवर्सिटी और दिल्ली स्टेट  यूनिवर्सिटी पैरामेडिकल काउंसिल। उन सभी उपाधि पाने वालो को भी बधाई, जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है। कार्यक्रम में वाइस चांसलर डॉ. केडी आर्य,डिप्टी वाइस चांसलर डॉ. खुश्बू कुमारी,रजिस्टार डॉ. विक्रम सिंह चौहान,डिप्टी रजिस्टार डॉ. गुरु प्रकाश, प्रेसिडेंट डॉ. जगदीश पारिख,डायरेक्टर मोहम्मद अली आदि मौजूद रहें।

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