यारा इंडिया ने अपनी पहली इंडिया सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट किया जारी

 

◆ यारा इंडिया डिजिटल रूप से 11.8 मिलियन किसानों तक पहुँच चुका है और 13 राज्यों में 125 से ज्यादा एफपीओ के साथ अपनी साझेदारी द्वारा किसान समुदाय के 68,000 सदस्यों को लाभान्वित कर चुका

शब्दवाणी समाचार वीरवार 2 फरवरी 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। दुनिया की अग्रणी फसल न्यूट्रिशन कंपनी एवं कृषि, औद्योगिक और पर्यावरण समाधानों की प्रदाता, नॉर्वेजियन मल्टीनेशनल, यारा इंटरनेशनल की अंग, यारा इंडिया ने आज अपनी पहली इंडिया सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट जारी करने की घोषणा की। इस रिपोर्ट में भारत में बिज़नेस प्रक्रियाओं की सस्टेनेबिलिटी बढ़ाने और परिवर्तन की ओर बढ़ने के यारा के दृष्टिकोण का वर्णन किया गया है। यारा इंडिया डिजिटल रूप से 11.8 मिलियन किसानों तक पहुँच चुका है और 13 राज्यों में 125 से ज्यादा एफपीओ के साथ अपनी साझेदारी द्वारा किसान समुदाय के 68,000 सदस्यों को लाभान्वित कर चुका है। यह सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट यारा में सस्टेनेबिलिटी के 5सी दृष्टिकोण पर केंद्रित है, जो कमिट (प्रतिबद्ध रहना), चैनलाईज़ (दिशाबद्ध करना), केयर (देखभाल करना), कंसर्न (फिक्र करना), और कंट्रीब्यूट (योगदान देना) हैं। ये दृष्टिकोण संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबिलिटी डेवलपमेंट गोल्स के अनुरूप हैं, और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने, ऊर्जा का संरक्षण करने, वाटर स्टुअर्डशिप, सर्कुलेरिटी, और जैवविविधता आदि क्षेत्रों को संबोधित करते हैं। कंपनी ने उन क्षेत्रों में अभियानों और कार्यक्रमों के निर्माण में निवेश की योजना बनाई, जो लागत को कम करने, वैल्यू चेन में ज्यादा महिलाओं को शामिल करने, राजस्व के अवसर प्रदान करने और संचालन के जोखिमों को कम करने में मदद करें।

इस अवसर पर संजीव काँवर, मैनेजिंग डायरेक्टर, यारा साउथ एशिया ने कहा, ‘‘हमें अपनी पहली इंडिया सस्टेनेबिलिटी रिपोर्ट लॉन्च करने की खुशी है, जो देश व दुनिया में सस्टेनेबल वृद्धि और संचालन की हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। हमारा काम हमें मैनुफैक्चरिंग और कृषि की वैल्यू चेन में सस्टेनेबल प्रभाव छोड़ने में समर्थ बनाता है, और साथ ही पूरी दुनिया के लिए खाद्यान्न का उत्पादन करने वाले किसानों को हाई-टेक सॉल्यूशंस प्रदान करता है। हमारे इस प्रयास में हमारी टीमें भी लगातार सहयोग दे रही हैं और हम उत्पादकता बढ़ाने, कचरे को खत्म करने, और लागत में कमी लाने के इनोवेटिव विचारों के लिए उन पर आश्रित हैं। हमारे अभियानों द्वारा हम 11.6मिलियन किसानों तक पहुँचने और 13 राज्यों में कृषि समुदाय के 68,000 सदस्यों को सीधे सहयोग करने में समर्थ बने हैं। कंपनी ऐसे समाधानों का निर्माण व विकास कर रही है, जो किसानों की बदलती जरूरतों को पूरा करें और पर्यावरण पर प्रभाव को कम करें। यह रिपोर्ट ग्लोबल रिपोर्टिंग अभियान के अनुरूप है, और कंपनी की उपलब्धियों पर रोशनी डालती है। 

कमिट (प्रतिबद्ध रहना): ऑनलाईन सत्रों द्वारा 11.6 मिलियन किसानों तक पहुँचा गया, और 13 राज्यों में 125 से ज्यादा एफपीओ के साथ साझेदारी की गई, ताकि हम कृषि समुदाय के लगभग 68,000 सदस्यों के साथ सीधे संपर्क कर उन्हें सहयोग कर सकें। यारा क्रॉप न्यूट्रिशन केंद्र (वाईसीएनसी) प्रतिमाह 0.7 से 1.0 मिलियन किसानों को आकर्षित करता है।

चैनलाईज़ (दिशाबद्ध रहना): एग्रोनोमी एवं सेल्स में ग्राहकों से मुखातिब रहने वाले पदों और कृषि उद्यमियों के रूप में महिलाओं के लिए अवसरों का निर्माण किया, 7वीमेन-ओनली एफपीओ के साथ साझेदारी की और यारा इंडिया की एडवाईज़री काउंसिल में 50 प्रतिशत पद महिलाओं को दिए। इस एडवाईज़री का गठन संगठनों को विभिन्न स्ट्रेट्जिक बिज़नेस अनिवार्यताओं में मार्गदर्शन देने के लिए किया गया। 

केयर (देखभाल करना): हमारे सीएसआर अभियानों द्वारा 65,000 लोगों को लाभ मिला; हमारे लोगों के शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए विशेष अभियान। इस साल 99 प्रतिशत पूर्णकालिक कर्मचारियों को प्रशिक्षण सत्रों का लाभ पहुँचाया गया।

कंसर्न (फिक्र करना): कचरे के पृथकीकरण एवं रिसाईक्लिंग के लिए कठोर प्रक्रिया के साथ स्कोप 1 ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों को कम करने के उपाय किए गए। पानी के ट्रीटमेंट के लिए 600 केएलडी एमबीआर आधारित सीवेज़ ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना का कार्य जारी है।

कंट्रीब्यूट (योगदान देना): 1535 लोगों के लिए रोजगार का निर्माण किया। 55 छोटे व्यवसायों को सहयोग किया। भविष्य में यारा सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग की विधियों पर बल देता रहेगा और उन मानकों को निर्धारित करता रहेगा, जो देश में फर्टिलाईज़र उद्योग के लिए मानदंड स्थापित कर सकते हैं। यह यारा इंडिया के अंदर और बाहर विस्तृत परिवेश में कृषि में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा। अपने मौजूदा प्रयासों के तहत यारा डिजिटल फार्मिंग समाधानों को मजबूत करता रहेगा, ताकि किसानों को एग्रोनोमी की अत्याधुनिक जानकारी प्राप्त हो सके। संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के अनुरूप यारा ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जनों को कम करके अपने कार्बन फुटप्रिंट घटाने के लिए काम करेगा, और ग्रीन अमोनिया जैसे रिन्यूएबल एवं ग्रीन एनर्जी स्रोत प्रस्तुत करेगा। कंपनी का लक्ष्य राष्ट्र-निर्माण एवं सामुदायिक विकास में योगदान देकर अपने सामाजिक फुटप्रिंट बढ़ाना होगा। 

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