आरआर काबेल ने इंडस्ट्री लीडर्स को किया आमंत्रित

 

◆ बिजली से लगने वाली आग से सुरक्षा और अच्छी गुणवत्ता वाले वायर्स के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए

शब्दवाणी समाचार वीरवार 23 फरवरी 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। भारत में आग लगने की दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बिजली के शॉर्ट सर्किट हैं, जो अक्सर खराब गुणवत्ता वाले तारों और केबलों के परिणामस्वरूप घटित होते हैं। एएससीआई के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक दशक में, इंसानों की कुल जितनी मौतें हुईं उनमें से लगभग 73% मौतें बिजली के झटकों से हुई, जिसमें से लगभग 11% बिजली से लगी आग और लगभग 16% बिजली गिरने जैसे कारणों से हुई। आग लगने की स्थिति में आग से जलकर मरने वाले लोगों की तुलना में कहीं अधिक लोग आग के चलते निकलने वाले धुएं से मरते हैं जो कि एक अल्प ज्ञात तथ्य है। इन गंभीर जोखिमों को दूर करने के लिए,  आरआर काबेल के प्रबंध निदेशक एवं आईईईएमए के पूर्व अध्यक्ष, श्री श्रीगोपाल काबरा के साथ-साथ एल्मेक्स ग्रुप के प्रबंध निदेशक एवं आईईईएमए के अभी हाल तक अध्यक्ष रहे, विपुल रे, और केप इलेक्ट्रिक के प्रबंध निदेशक एवं एनएफई (नेशनल फेडरेशन ऑफ इंजीनियर्स फॉर इलेक्ट्रिकल सेफ्टी) के सदस्य, एस. गोपा कुमार जैसे इंडस्ट्री लीडर्स ने भारत में उच्च गुणवत्ता वाले तारों और केबलों को प्राथमिकता न दिए जाने को रेखांकित किया।

इंडस्ट्री लीडर्स का मानना है कि मौजूदा और नई दोनों ही इमारतों में बिजली से लगने वाली आग से सुरक्षा के महत्व के बारे में लोगों और अधिकारियों को जागरूक किया जाना महत्वपूर्ण है। संगठनों को शीघ्र यह पता लगाना चाहिए कि वे आग से सुरक्षित हैं या नहीं। शीर्ष प्रबंधन स्तर पर, आग के लिहाज से सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने वाले स्थानों के निर्माण के तरीके में प्रणालीगत परिवर्तनों को लागू करना आवश्यक है। आवासीय समुदायों, विशेष रूप से ऐसी ऊंची इमारतों, जिनमें आग लगने का अधिक जोखिम होता है, उनके लिए नियमित रूप से फायर ऑडिट्स एवं संबंधित अभ्यास कराया जाना महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखते हुए, लीडर्स ने डेवलपर्स द्वारा नकली तारों और केबलों या घटिया गुणवत्ता वाले तारों के उपयोग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कानून लाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। भारत में नकली उत्पाद को लेकर चिंता बढ़ती ही जा रही है, जिससे देश को भारी नुकसान होता है। इन सबसे भी जरूरी बात यह है कि नकली तार की समस्या बेहद खतरनाक है जो उपभोक्ताओं के जीवन के लिए जोखिमपूर्ण है क्योंकि वे खराब गुणवत्ता वाली सामग्री से बने होते हैं। तार और केबल निर्माता देश में सुरक्षा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उदाहरण के लिए, आरआर काबेल ने भारत में पहली बार एलएस0एच (लो स्मोक, जीरो हैलोजन) तार लाए, क्योंकि ये तार किसी भी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति में गैस, एसिड और धुएं का विषाक्त मिश्रण उत्पन्न नहीं करते हैं। यह भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी भी है जिसके पास 450001 ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम है जो इसके सभी कर्मचारियों के लिए स्वस्थ और सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करता है।

समस्याओं के बारे में चर्चा करते हुए, आरआर काबेल के प्रबंध निदेशक, श्रीगोपाल काबरा ने कहा, “देश के अधिकांश बुनियादी ढांचे बिजली की आग के अनेक खतरों की दृष्टि से असुरक्षित हैं, जिसका कारण प्रायः भवन निर्माण के दौरान उचित प्रोटोकॉल्स के पालन एवं समझ का अभाव है। आग से जुड़े इन जोखिमों का जीवन पर काफी प्रभाव पड़ता है और इनसे संपत्ति, महत्वपूर्ण कागजात, जेवर आदि को नुकसान पहुँचता है। अधिकांश उपभोक्ताओं को इस तथ्य के बारे में पता नहीं है: बिजली और आग की दुर्घटनाओं के कारण पैदा होने वाला धुआं वास्तविक आग की तुलना में बहुत अधिक खतरनाक होता है और इसके परिणाम ज्यादातर घातक होते हैं। आरआर काबेल देश में बिजली से लगने वाली आग से सुरक्षा और बिजली की आग से सुरक्षित, प्रीमियम-गुणवत्ता वाले तारों के उपयोग के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने में सबसे आगे रहा है। हम चाहते हैं कि लोग बिजली की आग से सुरक्षा को समझें और देश को सुरक्षित बनाने एवं गुणवत्ता कारणों से होने वाले जीवन के नुकसान को रोकने के लिए हमारे साथ शपथ लें।

आगे केप इलेक्ट्रिक के प्रबंध निदेशक, और एनएफई के सदस्य, एस. गोपा कुमार ने कहा, “नागरिकों को उनके घरों और मुहल्लों में अच्छी गुणवत्ता वाले तारों और केबलों के उपयोग के महत्व के बारे में अधिक जागरूक किए जाने हेतु सख्त नियम-कानून की आवश्यकता है। बिजली के चलते लगने वाली आग से सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित एवं मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण समय की आवश्यकता है, और यह केवल तभी संभव हो सकेगा जब लोग इसके महत्व के बारे में जानें। इस पहल के माध्यम से, हम नकली उत्पादों, विशेष रूप से तारों और केबलों का बहिष्कार करने के आंदोलन के जरिए उपभोक्ताओं और हमारे सभी हितधारकों के बीच इस बदलाव को आगे बढ़ाएंगे। हम लोगों से आग्रह करते हैं कि उपभोक्ताओं की सुरक्षा को अपना मूल उद्देश्य मानें। हमारा लक्ष्य एकजुटता के साथ प्रयास करते हुए राष्ट्र को आग से सुरक्षित बनाना है।

एल्मेक्स ग्रुप के प्रबंध निदेशक और आईईईएमए के हाल तक अध्यक्ष रहे, विपुल रे ने कहा, “हमें इस आंदोलन से जुड़ने की खुशी है, जिसका उद्देश्य इस चिंताजनक स्थिति को लेकर सतर्क करना है और इसे वैश्विक चिंता का एक प्रमुख विषय मानते हुए इसे हल करना है। गुणवत्ता हमारे देश के विकास का खाँका निर्धारित करती है, और तेजी से प्रगति कर रही अर्थव्यवस्था के लिए पहला कदम है, जालसाजी को समाप्त करना। किसी भी इमारत/भवन/संरचना में बिजली की आग से सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, चाहे वह शिक्षा सुविधा हो या अस्पताल, या सार्वजनिक स्थान। एनसीआरबी की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले पांच वर्षों में आग लगने की घटनाओं में औसतन 35 लोगों की मौत हुई है। ऐसा तब होता है जब उत्पाद की गुणवत्ता से समझौता किया जाता है। नीति निर्माताओं के लिए यह इस संबंध में सख्त कानून लाने एवं उसे बेहतर तरीके से लागू करने का उचित समय है, जिससे कि इस समस्या से निपटा जा सके। हम संयुक्त रूप से नागरिकों के बीच विद्युत अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक जागरूकता पैदा करना चाहते हैं।

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