मैक्स हॉस्पिटल साकेत ने दुनिया का सबसे बड़ा एड्रीनल ट्यूमर निकाला

◆ मैक्स हॉस्पिटल साकेत के डॉक्टरों ने 51 वर्षीय व्यक्ति का 

◆ एड्रीनल ग्लैण्ड्स के दाईं ओर का ट्यूमर तरबूज़ के साइज़ का और बाईं ओर का ट्यूमर फुटबॉल के साइज़ का था

◆ ट्यूमर भीतरी अंगों को धकेल रहा था और इसकी वजह से मरीज़ का पेट बहुत ज़्यादा फूल चुका था

शब्दवाणी समाचार, बुधवार 1 मार्च 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। भारत के अग्रणी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता मैक्स सुपर स्पेशलटी हॉस्पिटल, साकेत के डॉक्टरों ने 51 वर्षीय व्यक्ति में से दुनिया का सबसे बड़ा एड्रीनल ट्यूमर निकाला। इस मरीज़ के पेट में दायीं ओर तरबूज के आकार का और बाईं ओर फुटबॉल के आकार का ट्यूमर हो गया था। यह किसी मरीज़ से निकाला गया अब तक का सबसे बड़ा एड्रीनल ट्यूमर है। ट्यूमर इतना विशालकाय था कि मरीज़ का पेट बाहर की तरफ़ बहुत ज़्यादा फूल गया था और इसके आस-पास के अंग भी भीतर की ओर दब रहे थे। दायीं ओर के ट्यूमर का आकार 20 ग 20 सेंटीमीटर एवं वज़न 4.5 किलो था। इसी तरह बायीं ओर के ट्यूमर का आकार 12 ग10 सेंटीमीटर और वज़न 1 किलो था। ये ट्यूमर पेट के ऊपरी हिस्से में किडनी के ऊपर की तरफ़ थे, जहां एड्रीनल ग्लैण्ड होती है। आमतौर पर एक व्यस्क की एड्रीनल ग्लैण्ड का साइज़ लगभग 2 सेंटीमीटर होता है। 

51 वर्षीय मरीज़ श्री बिवाश चन्द्र तिवारी बिहार के नागरिक हैं। उन्हें पिछले 2-2.5 महीनों से कब्ज़, भूख न लगना की शिकायत थी, उनका पेट बहुत अधिक फूल गया था। उन्होंने पटना में डॉक्टरों को दिखाया, जहां पता चला कि उनके पेट में ट्यूमर है। हालांकि ट्यूमर के साइज़ और जटिलता को देखते हुए उन्हें सलाह दी गई कि मैक्स सुपर स्पेशलटी, अस्पताल, साकेत में डॉ अनंत कुमार, प्रोफेसर एवं हैड, डिपार्टमेन्ट ऑफ यूरोलोजी एण्ड रीनल ट्रांसप्लान्ट एण्ड रोबोटिक्स से मिलें। मैक्स हॉस्पिटल में डॉ अनंत कुमार के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच की गई और उन्हें बाईलेटरल एड्रीनलेक्टोमी कराने की सलाह दी गई। सर्जरी बहुत चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि ट्यूमर ने मरीज़ के पेट का बड़ा हिस्सा घेरा हुआ था, जिसके चलते किडनी, लिवर, स्पलीन, पैनक्रियाज़ और इंटेस्टाईन सहित सभी अंग भीतर की ओर दब रहे थे। अंगों के बीच कोई जगह न होने के कारण ट्यूमर को निकालना बेहद मुश्किल काम था, क्योंकि सर्जरी के दौरान इन सभी वाइटल अंगों को नुकसान पहुंच सकता था। हमने मरीज़ की बाईलेटरल एड्रीनलेक्टोमी की और ट्यूमर्स को निकाला।’’ डॉ कुमार ने बताया। 6 घण्टे तक चली सर्जरी सफल रही और सर्जरी के 5 दिनों बाद मरीज़ को छृट्टी दे दी गई। अब वे ठीक हैं। पैथोलोजी रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों ट्यूमर एड्रीनल ग्लैण्ड से निकाले गए।

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