यूज़र्स को स्कैम से सुरक्षित रहने के बारे में शिक्षित करेगा व्हाट्सऐप का सुरक्षा अभियान
शब्दवाणी समाचार, बुधवार 24 मई 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। ऑनलाईन सुरक्षा के बारे में जागरुकता लाने के प्रयास में व्हाट्सऐप के हाल ही के मार्केटिंग अभियान, ‘स्टे सेफ विद व्हाट्सऐप’ का उद्देश्य यूज़र्स को व्हाट्सऐप पर उत्पाद की उन विशेषताओं और सुरक्षा उपायों पर शिक्षित करना है, जिनकी मदद से वो ऑनलाईन अपनी सुरक्षा का नियंत्रण अपने हाथों में ले सकते हैं। यूज़र की सुरक्षा व्हाट्सऐप का सबसे मुख्य पहलू है। कंपनी उत्पाद की विशेषताओं और टूल्स के बारे में जागरुकता बढ़ा रही है, जिनसे यूज़र्स ऑनलाईन स्कैम और धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकते हैं। घोटालेबाज विश्वसनीय और सच्चे प्रतीत हो सकते हैं, लेकिन उपभोक्ताओं को सावधान रहना जरूरी है। ये सुरक्षा अभियान सुरक्षित रहने और सावधानी बरतने के संदेश पर बल देते हैं, ताकि व्हाट्सऐप पर संदेश भेजने का अनुभव सभी के लिए सुरक्षित बना रहे। नीचे व्हाट्सऐप की कुछ प्रमुख सुरक्षा विशेषताओं और यूज़र्स को मैसेजिंग स्कैम से सुरक्षित रहने की सर्वश्रेषण विधियों के बारे में बताया जा रहा है, जिनसे वो अपने दोस्तों और परिवार की सुरक्षा कर सकते हैं।
1. टू-स्टेप वैरिफिकेशन को टर्नऑन कर दें। व्हाट्सऐप द्वारा यूज़र्स अपने खाते में सुरक्षा की अतिरिक्त परत जोड़ सकते हैं, और टू-स्टेप वैरिफिकेशन फीचर इनेबल कर सकते हैं, जिसमें व्हाट्सऐप खाते को रिसेट करने और सत्यापन करने के लिए छः डिजिट के पिन की जरूरत होती है। टू-स्टेप वैरिफिकेशन आपके खाते को फिशिंग के हमलों और स्कैमर्स द्वारा टेकओवर के प्रयासों से सुरक्षा प्रदान करता है।
2. संदेहास्पद खातों को ब्लॉक कर उन्हें रिपोर्ट करेंः संदेहास्पद संदेशों को रिपोर्ट करना स्कैम का सामना करने का एक प्रभावशाली उपाय है। उदाहरण के लिए, व्हाट्सऐप संदेहास्पद खातों को रिपोर्ट करने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करता है। यदि संदेश किसी अज्ञात व्यक्ति से आया है, जो असामान्य जानकारी मांग रहा है या फिर कोई अजीब निवेदन आया है, जो स्पष्टीकरण के लिए किसी व्यक्ति किसी संगठन से संपर्क करने को कह रहा है, तो इस समय न तो किसी को पैसे भेजें और न ही कोई व्यक्तिगत जानकारी साझा करें। पारंपरिक एसएमएस या अन्य प्लेटफॉर्म्स से अलग, व्हाट्सऐप आपको स्कैम का चक्र तोड़ने के लिए भेजने वाले की शिकायत करने और उसे ब्लॉक करने का विकल्प देता है। यूज़र्स को किसी अज्ञात अंतर्राष्ट्रीय या घरेलू फोन नंबर से कॉल भी प्राप्त हो सकती है, ऐसी किसी कॉल का उत्तर न दें और व्हाट्सऐप को ऐसे खातों की सूचना देकर उन्हें ब्लॉक कर दें।
3. ग्रुप प्राईवेसी सैटिंग्स को एडजस्ट करेंः व्हाट्सऐप की प्राईवेसी सैटिंग और ग्रुप इन्वाईट सिस्टम द्वारा यूज़र्स यह फैसला खुद कर सकते हैं कि उन्हें ग्रुप में कौन जोड़ सकता है। इससे यूज़र की प्राईवेसी बढ़ती है, और लोग उन्हें ऐसे ग्रुप में नहीं जोड़ पाते, जिनका वो हिस्सा बनना नहीं चाहते हैं। यदि आप खुद को किसी ऐसी ग्रुप चैट में पाते हैं, जो संदिग्ध प्रतीत होती है, तो आप उस ग्रुप की शिकायत कर उससे बाहर निकल सकते हैं।
4.आपका व्यक्तिगत विवरण कौन देख सकता है यह नियंत्रित करने के लिए प्राईवेसी सैटिंग्सः यूज़र्स अपना व्यक्तिगत विवरण जैसे प्रोफाईल फोटो, लास्ट सीन, ऑनलाईन स्टेटस, अबाउट, स्टेटस, हू सी इट - एवरीवन, कॉन्टैक्ट्स ओनली, सलेक्ट कॉन्टैक्ट्स, या नो वन खुद नियंत्रित कर सकते हैं। आप जब ऑनलाईन हैं, वह कौन देख सकता है, यह खुद तय करके अपनी ऑनलाईन प्रेज़ेंस को अपने नियंत्रण में ले सकते हैं, और इस प्रकार आप अपनी ऑनलाईन प्रेज़ेंस को प्राईवेट रख सकते हैं। अपने व्यक्तिगत विवरण को केवल अपने कॉन्टैक्ट्स के लिए विज़िबल रखकर आप बुरे तत्वों से अपने खाते की सुरक्षा कर सकते हैं।
5. अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी साझा न करेंः हम प्रतिदिन ऑनलाईन विनिमय करते हैं, इसलिए इंटरनेट का उपयोग करते वक्त अपनी व्यक्तिगत जानकारी और गोपनीयता को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। संवेदनशील जानकारी जैसे अपना पता, फोन नंबर, पासवर्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड के नंबर, बैंक खाते की जानकारी किसी से साझा न करें।
6. कुछ भी करने से पहले थोड़ा रुकें और उसके बारे में अच्छी तरह से सोच लेंः घोटालेबाज अक्सर अत्यधिक जरूरत दिखाकर लोगों को संवेदनशील जानकारी देने के लिए बहलाते हैं। वो अक्सर ऐसे किसी व्यक्ति या संगठन का रूप धारण करके आपसे संपर्क करते हैं, जिन पर आप भरोसा करते हैं, और आपको अक्सर झूठे फिशिंग लिंक भेज देते हैं। यदि आपको कोई ऐसा टैक्स्ट या निवेदन प्राप्त हो, जो संदेहास्पद दिखे, तो फौरन कुछ भी न करें। इस पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से पहले पाँच मिनट रुककर अच्छी तरह सोच लें। यह विचार करें कि यह कोई असामान्य निवेदन तो नहीं, और किसी भी संदिग्ध या असत्यापित लिंक पर क्लिक न करें।
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