पेश है एक नया टूल व्हाट्सएप चैनल.अपने पसंदीदा विषयों से जुड़े रहने का एक प्राइवेट तरीका

शब्दवाणी समाचार, शनिवार 10 जून 2023, सम्पादकीय व्हाट्सप्प 8803818844, नई दिल्ली। आज हमें चैनल' पेश करते हुए बहुत खुशी हो रही है: यह लोगों और संगठनों की ओर से सीधे व्हाट्सएप में महत्वपूर्ण अपडेट पाने का एक सरल, भरोसेमंद और प्राइवेट तरीका है. हम 'चैनल' को 'अपडेट' नाम के एक नए टैब में लेकर आ रहे हैं - जहाँ आपको 'स्टेटस' और अपने द्वारा फ़ॉलो किए जा रहे चैनल दिखाई देंगे - आपके परिवार के लोगों, दोस्तों और कम्युनिटीज़ के साथ की जा रही चैट का टैब इससे अलग होगा। आज, कोलंबिया और सिंगापुर में चैनल लॉन्च हो रहे हैं, हम आने वाले महीनों में भारत सहित और देशों में चैनल लाएंगे।

चैनल एकतरफ़ा ब्रॉडकास्ट वाला एक ऐसा टूल है, जिनके ज़रिए एडमिन टेक्स्ट, फ़ोटो, वीडियो, स्टिकर और पोल भेज सकते हैं. आप फ़ॉलो करने के लिए सही चैनलों को आसानी से ढूँढ सकें, इसके लिए हम एक सर्च करने लायक डायरेक्टरी बना रहे हैं, जिसमें आप अपने शौक, स्पोर्ट्स टीमों, स्थानीय अधिकारियों के अपडेट आदि को ढूँढ पाएँगे. आप चैट या ईमेल से भेजे गए या ऑनलाइन पोस्ट किए गए ऑनलाइन लिंक के ज़रिए भी किसी चैनल से जुड़ सकते हैं। हमारा लक्ष्य इसे दुनिया की सबसे प्राइवेट ब्रॉडकास्ट सर्विस बनाना है. यह लक्ष्य हासिल करने की शुरुआत एडमिन और फ़ॉलोअर दोनों की निजी जानकारी को सुरक्षित रखने से होगी. किसी चैनल के एडमिन के तौर पर, आपका फ़ोन नंबर और प्रोफ़ाइल फ़ोटो फ़ॉलोअर्स को नहीं दिखाई जाएगी. इसी तरह, किसी चैनल को फ़ॉलो करने पर उसके एडमिन या अन्य फ़ॉलोअर्स को आपका फ़ोन नंबर नहीं दिखेगा. आप किस चैनल को फ़ॉलो करना चाहते हैं, यह पूरी तरह आप पर निर्भर करेगा और आपकी पसंद प्राइवेट रहेगी। 

मैसेजिंग की तरह ही, हमें लगता है कि चैनलों के अपडेट भी हमारे पास हमेशा नहीं रहने चाहिए. इसलिए हम हर चैनल की हिस्ट्री को अपने सर्वर पर 30 दिन तक रखेंगे और हम कुछ ऐसे तरीके भी उपलब्ध कराएँगे, जिनकी मदद से अपडेट्स को फ़ॉलोअर्स के डिवाइस से और भी जल्दी मिटाया जा सकेगा. एडमिन के पास अपने चैनल से स्क्रीनशॉट और फ़ॉरवर्ड किए गए मैसेज को ब्लॉक करने का विकल्प भी होगा। आखिर में, हम एडमिन के लिए यह तय करना आसान बना देंगे कि उनके चैनल को कौन फ़ॉलो कर सकता है और यह भी कि उनके अनुसार लोगों को डायरेक्टरी में सर्च करने पर उनका चैनल मिलना चाहिए या नहीं. चूँकि चैनलों का लक्ष्य बड़ी ऑडियंस तक पहुँचना होता है, इसलिए चैनल डिफ़ॉल्ट रूप से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं. हमें लगता है कि कुछ मामलों में गैर-लाभकारी संगठनों या स्वास्थ्य संगठनों जैसे सीमित ऑडियंस वाले चैनलों का एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड होना उपयोगी हो सकता है और हम इसे भविष्य में एक विकल्प के तौर पर लाने पर विचार कर रहे हैं। 

'चैनल' टूल की शुरुआत करते समय, हमें बहुत खुशी है कि हम दुनिया के जाने-माने लोगों और कोलंबिया व सिंगापुर के चुनिंदा संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जहाँ यह टूल सबसे पहले उपलब्ध होगा और जहाँ इसके अनुभव को बनाया जाएगा, नई चीज़ें सीखी जाएँगी और उन्हें अपनाया जाएगा. हम इस टूल को अन्य देशों में भी लेकर आएँगे और आने वाले कुछ महीनों में कोई भी व्यक्ति अपना चैनल बना सकेगा। हमारा यह भी मानना है कि यह टूल एडमिन को सपोर्ट देने का एक अच्छा तरीका बन सकता है और इससे वे अपने चैनल से जुड़ा बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और उसमें हमारी बढ़ती जा रही पेमेंट सर्विसेस का उपयोग कर सकते हैं, इसके साथ-साथ वे कुछ चैनलों को डायरेक्टरी में प्रमोट भी कर सकते हैं, ताकि उन्हें ज़्यादा लोग जानने लगें। स्वाभाविक है कि लोग अब भी व्हाट्सएप का उपयोग मुख्य रूप से दोस्तों, परिवार के लोगों और कम्युनिटीज़ के साथ प्राइवेट मैसेजिंग के लिए करते रहेंगे और यह हमेशा हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी. 'चैनल' टूल को उपलब्ध करवाना एक ऐसा बड़ा कदम है, जिसकी माँग हमारे यूज़र कई सालों से कर रहे थे. हमारा मानना है कि यह समय एक सरल, भरोसेमंद और प्राइवेट ब्रॉडकास्ट टूल को पेश करने का एकदम सही समय है और हमें उम्मीद है कि आने वाले महीनों और सालों में आपको इसका उपयोग करना बहुत अच्छा लगेगा। 

Comments

Popular posts from this blog

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ गोविंद जी द्वारा हार्ट एवं कैंसर हॉस्पिटल का शिलान्यास होगा

22 वें ऑल इंडिया होम्योपैथिक कांग्रेस का हुआ आयोजन

सेंट पीटर्स कॉन्वेंट विद्यालय ने अपना वार्षिकोत्सव मनाया